चमोली हादसाः गमगीन माहौल में अलकनंदा नदी के तट पर जली 15 चितायें, गांव से लेकर शहर तक पसरा मातम, शोक में बाजार रहे बंद

by intelliberindia

 

गोपेश्वर (चमोली)। चमोली हादसे में हताहत हुए सभी 15 लोगों की चितायें गुरूवार को अलकनंदा नदी के तट पर अलग-अगल पैतृक घाटों पर एक साथ चलायी गई। इतनी चिताऐं एक साथ जलता देख हर किसी की आंखों में आंसू की धरा बह रही थी। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। हादसे में हताहत हुए लोगों के गम में गांवों से लेकर शहर तक मातम छाया रहा। शोक में चमोली, गोपेश्वर, जोशीमठ और पीपलकोटी के बाजार बंद रहे। सभी शवों को पोस्टमार्टम के बाद उनके परिजनों को सौंप दिया गया जिनका उनके पैतृक घाटों पर अंतिम संस्कार किया गया।

गौरतलब है कि बीते बुधवार को चमोली कस्बे में नमामि गंगेे परियोजना के प्लांट में करंट फैलने से 16 लोगों की मौत तथा 11 लोग घायल हो गये थे। जिसमें एक पुलिस का एसआई और तीन होमगार्ड के जवान शामिल है। घायलों में से गंभीर घायलों को बुधवार को ही एअर लिफ्ट करवा कर एम्स ऋषिकेश भेज दिया गया था और बाकि पांच को गुरूवार को भेज दिया गया है।

इस हादसे में हरमनी गांव के सबसे ज्यादा दस लोगों की मृत्यु हुई है। जिसमें एक ही परिवार के तीन लोग भी शामिल है। जबकि रांगतोली के दो, गोपेश्वर नगर क्षेत्र के पाडुली के पिता-पुत्र समेत दो, रोपा गांव का एक तथा एक पीपलकोटी पुलिस चैकी इंचार्ज एसआई शामिल हैं। इस हृदय विदारक घटना से हर कोई सहमा हुआ है। हरमनी गांववासी तो इस घटना से सबसे ज्यादा सदमे में है। गांव के इन दस परिवारों के साथ ही आस पडोस में बुधवार से चूल्हा तक नहीं चला है। गांव के लोगों का रो-रोकर बुरा हाल है। ऐसा ही हाल हर उस गांव का है जहां के परिवारो के उनके अपने इस घटना में असामयिक उनका साथ हमेशा हमेशा के लिए छोड़कर चले गये है।

चमोली हादसे के सभी मृतकों का हुआ अंतिम संस्कार

चमोली हादसे के सभी मृतकों का गुरूवार को उनके पैतृक घाट पर गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार किया गया। गुरूवार को पोस्टमार्टम के बाद सभी मृतकों के शवों को उनके परिजनों को सौंप दिया गया। जिसके बाद परिजन अपने-अपने पैतृक घाट पर पहुंचे जहां पर उनका अंतिम संस्कार किया गया।

जिला बार एसोसिएशन गोपेश्वर व कर्णप्रयाग बार एसोसिएशन ने भी दी श्रद्धाजंलि

चमोली हादसे के मृतकों की आत्मा की शांति के लिए जिला बार एसोसिएशन गोपेश्वर में सभी अधिवक्ताओं ने दो मिनट का मौन रखकर मृतकों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की तथा सीएम को एक ज्ञापन देकर मृतकों के परिजनों को 20-20 लाख रुपये के मुआवजा दिए जाने की मांग की, वहीं कर्णप्रयाग बार एसोसिएशन ने भी मृतको की आत्मा की शांति के लिए मौन रखा और सीएम को ज्ञापन भेजकर इस घटना की उच्च स्तरीय जांच की मांग की।

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