देहरादून : उत्तराखंड में आगामी पंचायत चुनावों को लेकर कांग्रेस ने पूरी ताकत झोंकने की तैयारी कर दी है। इसी सिलसिले में कांग्रेस मुख्यालय देहरादून में प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई, जिसमें पंचायत चुनावों की रणनीति पर मंथन हुआ। बैठक में प्रदेश के वरिष्ठ नेता पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल, पूर्व मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत और प्रदेश उपाध्यक्ष (संगठन) सूर्यकांत धस्माना समेत कई दिग्गज नेता शामिल हुए।
इस बैठक में यह स्पष्ट किया गया कि कांग्रेस पंचायत चुनावों को सिर्फ एक प्रशासनिक प्रक्रिया नहीं, बल्कि जनसरोकारों की निर्णायक लड़ाई के रूप में देख रही है। पार्टी ने पंचायत के हर स्तर ग्राम पंचायत सदस्य, प्रधान, क्षेत्र पंचायत सदस्य, प्रमुख, जिला पंचायत सदस्य और अध्यक्ष तक अपने प्रत्याशी उतारने का निर्णय लिया है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करण माहरा ने भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने पंचायतों के आरक्षण रोस्टर को शून्य किए जाने को “असंवैधानिक” और “पंचायती राज अधिनियम का उल्लंघन” बताया। माहरा ने कहा कि भाजपा ने पंचायत चुनावों की शुरुआत ही बेईमानी से की है। उन्होंने दो चरणों में चुनाव कराने के फैसले को भी “फर्जीवाड़े और सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग की साजिश” करार दिया।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि पार्टी को अपने समर्थित उम्मीदवारों को जिताने के लिए सभी संसाधनों का इस्तेमाल करना चाहिए। वहीं, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने आगाह किया कि सरकार चुनावों में प्रशासन का दुरुपयोग करेगी, जिससे पार्टी को सतर्क रहना होगा। उन्होंने कहा कि ग्रामीण जनता भाजपा की नीतियों से आहत है और कांग्रेस को इसका लाभ मिलेगा।
पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने आरक्षण प्रक्रिया में धांधली का आरोप लगाते हुए कहा कि पौड़ी जिले में आरक्षण को लेकर की गई शिकायतों का कोई संतोषजनक जवाब जिला प्रशासन नहीं दे पाया है। उन्होंने बताया कि कई आपत्तियां अब न्यायालय में हैं और 24 जून को इस पर सुनवाई होनी है, परंतु पार्टी को अपनी चुनावी तैयारी पर कोई कमी नहीं छोड़नी चाहिए। पूर्व मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने सुझाव दिया कि जिला स्तर के साथ-साथ विधानसभा व ब्लॉक स्तर पर भी प्रभारी और समन्वयक बनाए जाएं ताकि जमीनी कार्यकर्ताओं को हरसंभव सहयोग मिल सके।
जिलावार कांग्रेस प्रभारियों की नियुक्ति
- चंपावत – महेन्द्र सिंह पाल (पूर्व सांसद)
- बागेश्वर – महेन्द्र सिंह लूंठी
- अल्मोड़ा – धीरेन्द्र प्रताप
- पिथौरागढ़ – भगीरथ भट्ट (प्रदेश उपाध्यक्ष)
- नैनीताल – संजीव आर्या (पूर्व विधायक)
- उधम सिंह नगर – रणजीत सिंह रावत (पूर्व विधायक)
- टिहरी – सूर्यकांत धस्माना (प्रदेश उपाध्यक्ष)
- उत्तरकाशी – मंत्री प्रसाद नैथानी (पूर्व मंत्री)
- रुद्रप्रयाग – विक्रम सिंह नेगी (विधायक)
- देहरादून – वीरेंद्र जाती (विधायक)
- चमोली – प्रदीप थपलियाल
- पौड़ी – लखपत बुटोला (विधायक)
प्रदेश उपाध्यक्ष (संगठन) सूर्यकांत धस्माना ने बताया कि पार्टी विधानसभा स्तर पर भी चुनाव समन्वयक नियुक्त करेगी जो जिला प्रभारियों, जिला अध्यक्षों और ब्लॉक अध्यक्षों के साथ तालमेल बनाकर चुनाव प्रबंधन को मजबूत करेंगे। कांग्रेस का इरादा साफ है कि इस बार पंचायत चुनाव को हल्के में नहीं लिया जाएगा।