राजकीय महाविद्यालय जयहरीखाल में भाषण और सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता का हुआ आयोजन

by intelliberindia
लैंसडाउन । राजकीय महाविद्यालय जयहरीखाल में शुक्रवार को इतिहास विभाग और राजनीति विज्ञान विभाग के तत्वधान में   केशवानंद भारती बनाम केरल सरकार 1973 के ऐतिहासिक निर्णय के 50 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में भाषण और सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता का आयोजन किया गया । इतिहास विभाग के प्रभारी डॉ अभिषेक कुकरेती  और राजनीति विज्ञान के विभागाध्यक्ष डॉ अजय एवं  सहायक प्राध्यापक डॉ वंदना ध्यानी बहुगुणा ने बताया कि केशवानंद भारती बनाम केरल राज्य के मुकदमे से भारत में डंके की चोट पर ये स्थापित हो गया कि देश में संविधान सर्वोच्च है । इससे ऊपर संसद भी नहीं है जहां जनता के द्वारा चुने हुए प्रतिनिधि आते हैं । ये वो केस था जिसने हमें याद दिलाया कि सरकारें संविधान से ऊपर नहीं हो सकती हैं । इस केस ने हमें बताया कि भारत में सत्ता का स्रोत संविधान है । संविधान सुप्रीम है । संसद संविधान में संशोधन कर सकती है लेकिन संविधान को संशोधित करने की संसद की शक्ति असीमित नहीं है ।
हिंदी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ उमेश ध्यानी ने सविधान के महत्व के संदर्भ में कहा कि संविधान द्वारा मूल रूप से सात मूल अधिकार प्रदान किए गए थे जिसमें समानता का अधिकार, स्वतंत्रता का अधिकार, शोषण के विरुद्ध अधिकार, धर्म, संस्कृति एवं शिक्षा की स्वतंत्रता का अधिकार, संपत्ति का अधिकार तथा संवैधानिक उपचारों का अधिकार है । कार्यक्रम का संचालन हिंदी विभाग की सहायक प्राध्यापक डॉ नीना ने किया । आयोजित भाषण प्रतियोगिता में सिमरन बानो प्रथम, द्वितीय स्थान पर तनीषा, तृतीय स्थान पर मिस्बाह रहे । सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता में सिमरन बानो, निकिता, मानसी, दीपांजलि के ग्रुप ने प्रथम स्थान प्राप्त किया । इस अवसर पर महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापक एवं कर्मचारीगण उपस्थित रहे।

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