महर्षि दयानंद सरस्वती मार्ग का हुआ लोकार्पण

by intelliberindia
 
कोटद्वार । महर्षि दयानंद सरस्वती की 200वीं जयंती के अवसर पर नगर निगम कंवनगरी कोटद्वार ने वार्ड नम्बर 20 पदमपुर सुखरो में सुंदरियाल वेडिंग प्वाइंट के बगल से पूर्व आर्य समाज, कथित श्याम लाल बगीचे आदि के घर जाने वाले मार्ग का नाम महर्षि दयानंद सरस्वती मार्ग रखा गया है, मार्ग का लोकार्पण वार्ड नंबर 20 की पार्षद विजेता रावत व मुख्य अतिथि सुखपाल शाह, पार्षद वार्ड नंबर 37 एवं निदेशक जैव विविधता कमेटी नगर निगम कोटद्वार ने सयुंक्त रूप से किया । इस अवसर पर पार्षद सुखपाल शाह व विजेता रावत को महर्षि दयानंद सरस्वती स्मृति सम्मान से  सम्माननित किया गया, सम्मान स्वरूप पुष्पगुच्छ, अंगवस्त्र व स्मृति चिन्ह भेंट किये गए ।
जिसके लिए आर्य गिरधारी लाल महर्षि दयानंद ट्रस्ट के अध्यक्ष सुरेन्द्र लाल आर्य सर्वोदयी पुरूष ने महापौर व पार्षदों का आभार व्यक्त किया और कहा कि महर्षि दयानंद सरस्वती की 200वीं जयंती पर उनके नाम पर मार्ग का नाम रखकर नगर निगम कोटद्वार ने उनको सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित की है । विश्वम्भर दयाल मुनि विश्वकर्मा ट्रस्ट की अध्यक्षा लक्ष्मी देवी ने कहा कि महिलाओं के उत्थान में महर्षि दयानंद सरस्वती का विशेष योगदान रहा है । मुख्य अतिथि सुखपाल शाह ने कहा कि महापुरुषों का सम्मान होना ही चाहिये, स्वामी दयानंद सरस्वती 19 वीं शताब्दी के महानायक थे,उन्होंने समाज मे व्याप्त अंधविश्वास, पाखंड, रूढिवादिता के खिलाफ संघर्ष किया व 1857 में स्वतंत्रता के लिए आंदोलन की भूमि तैयार की । आर्य गिरधारीलाल महर्षि दयानंद ट्रस्ट के तत्वावधान में आयोजित सभा की अध्यक्षता प्रोफेसर नन्दकिशोर ढोडियाल ‘अरुण’ व संचालन शूरबीर खेतवाल ने किया । सभा को ओमप्रकाश आर्य, चक्रधर शर्मा ‘कमलेश’, महेश कौशिक, कुसुमलता, सुदीप बौंठियाल, ओमप्रकाश कोटला, भरत सिंह, डॉ पीसी जोशी, अजय नेगी, कुंती देवी, सुरेशानंद मंझेडा, बलबीर सिंह रुमेलाआदि ने सम्बोधित किया ।

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