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देहरादून : IPS AJAY GANPATI उत्तराखंड पुलिस की सेवाएं प्रदान करने वाले पुलिस अधिकारियों ने अपनी सजगता, जिम्मेदारी, ईमानदारी, दृढ़ता एवं निष्ठा के साथ सेवाएं प्रदान उत्तराखंड पुलिस का गौरव बढ़ाया है। वहीं आज हम बात कर रहे हैं उत्तराखंड पुलिस में पुलिस अधीक्षक चम्पावत के पद पर नियुक्त आईपीएस अजय गणपति जो अपनी पूर्ण ईमानदारी, सजगता, दृढ़ता, जिम्मेदारी एवं निष्ठा के साथ सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। वह पीड़ित, गरीब जनता की समस्या को ध्यान से सुन कर उनकी हर संभव मदद हैं। आईपीएस अजय गणपति को जनता के प्रति उनके व्यवहार ने उन्हें काफी लोकप्रिय बनाया हैं । वे एक लोक सेवक की छवि को बखूबी निभा रहे हैं। आप भी इनकी उपलब्धियों के बारें जानकर हैरान हो जायेगें ।
लोकसभा सामान्य निर्वाचन में फोर्स मल्टीप्लायर
लोकसभा सामान्य निर्वाचन-2024 के दृष्टिगत निर्वाचन सम्बन्धी कार्यों की सघन निगरानी किये जाने हेतु जनपद स्तर पर 04 माध्यमों 1- ड्रोन सर्विलांस 2-सेटेलाईट फोन 3-जीपीएस सिस्टम 4-अस्थाई पुलिस निर्वाचन वेबसाईट का प्रयोग कर निर्वाचन को सकुशल एवं निर्विघ्न रूप से सम्पन्न कराये जाने हेतु एक नई पहल की गयी, जिससे जनपद में भारत निर्वाचन आयोग के द्वारा आदर्श आचार संहिता का पूर्ण रूप से पालन कराये जाने हेतु निर्गत दिशा-निर्देशों के अनुरूप संवेदनशील मतदान केन्द्रों / वल्नरेबल क्षेत्रों / सीमावर्ती क्षेत्रों पर अवैध गतिविधियों तथा निर्वाचन को प्रभावित करने वाले तत्वों पर तकनीकी माध्यम से सतर्क दृष्टि रखने के साथ-साथ मतदाताओं को उनके बूथ के सम्बन्ध में सिर्फ एक क्लिक के माध्यम से सटीक एवं सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त हुई।
लोकसभा चुनाव में ड्रोन निगरानी
जनपद में प्रभावी आचार संहिता का पूर्ण रूप से पालन कराने तथा अवैध गतिविधियों व निर्वाचन को प्रभावित करने वाले तत्वों पर सतर्क नजर रखने हेतु पुलिस विभाग द्वारा 08 ड्रोन सर्विलांस टीम का गठन किया गया है, जिनके द्वारा जनपद के अंतर्राष्ट्रीय/ अन्तर जनपदीय / सामान्य बैरियर, वल्नरेबल क्षेत्रों / किटिकल मतदान केन्द्रों तथा अन्य संवेदन शील स्थानों पर एसएसटी/एफएसटी टीम के साथ संयुक्त रूप से निगरानी गई तथा मतदान के दिन भी मतदान केन्द्रों पर निगरानी की गई।
ड्रोन निगरानी टीम का विवरण प्रत्येक ड्रोन सर्विलांस टीम में 01 ड्रोन ऑपरेटर तथा 01 हैल्पर नियुक्त किये गये। जिसमें पुलिस विभाग में उपलब्ध 01 ड्रोन, आपदा कन्ट्रोल चम्पावत से 01 तथा अन्यत्र से 06 ड्रोन को हायर किया गया तथा ड्रोन को संचालित किये जाने हेतु पुलिस विभाग से 01 प्रशिक्षित कार्मिक, आपदा कन्ट्रोल से 01 कार्मिक तथा इसके अतिरिक्त 06 प्राईवेट ऑपरेटरों को भी नियुक्त किया गया। प्रत्येक टीम को त्वरित रूप से सूचनाओं के आदान-प्रदान हेतु हैण्ड सेट भी दिया गया। ड्रोन द्वारा की गयी निगरानी पर जिला नियन्त्रण कक्ष चम्पावत द्वारा लगातार मॉनिटरिंग की गयी। ड्रोन सर्विलांस टीम का कार्यक्षेत्र जनपद के 06 थानों के संवेदनशील स्थानों पर ड्रोन से लगातार निगरानी की गयी।
- थाना बनबसा हेतु 02 टीम कमशः अर्न्तराष्ट्रीय बैरियर शारदा बैराज बनबसा / धनुषपुल बनबसा / गुदमी / पचपखरिया-जगबुड़ापुल / कस्बा बनबसा क्षेत्र के अन्तर्गत पड़ने वाले संवेदनशील बूथ / स्थान।
- थाना टनकपुर हेतु 01 टीम क्रमशः अन्र्तराष्ट्रीय बैरियर शारदा बैराज टनकपुर, मनिहार गोठ/ टनकपुर क्षेत्र के अन्तर्गत पड़ने वाले संवेदन शील बूथ / स्थान।
- कोतवाली पंचेश्वर हेतु 01 टीम कमशः मझपीपल / मडलक/पंचेश्वर क्षेत्र के अन्तर्गत पड़ने वाले संवेदनशील बूथ / स्थान ।
- थाना लोहाघाट हेतु 02 टीम कोलीढेक / सिंगदा/घाट, बौतड़ी (अन्तर जनपदीय बैरियर) / लोहाघाट क्षेत्र के अन्तर्गत पड़ने वाले संवेदनशील बूथ/स्थान।
- थाना पाटी हेतु 01 टीम वालिक (अन्तर जनपदीय बैरियर), देवीधूरा / पाटी क्षेत्र के अन्तर्गत पड़ने वाले संवेदनशील बूथ / स्थान। सबकोतवाली चम्पावत हेतु 01 टीम खर्ककार्की / सामान्य बैरियर-बनलेख, सूखीढांग / कस्बा चम्पावत क्षेत्र के अन्तर्गत पड़ने वाले संवेदनशील बूथ / स्थान।
लोकसभा चुनाव में शैडो एरिया / सैटेलाईट फोन
जनपद में लोकसभा सामान्य निर्वाचन-2024 को सकुशल सम्पन्न कराये जाने के दृष्टिगत जनपद की दोनों विधानसभाओं यथा लोहाघाट में 01 तथा 55-चम्पावत में 11 कुल 12 शैडो बूथ चिन्हित किये गये, जिनमें संचार व्यवस्था को सुचारू रूप से संचालित करने हेतु जनपद स्तर पर 05 संचार रिपीटर केन्द्र स्थापित किये गये। निर्वाचन प्रकिया से पूर्व जनपद के चिन्हित समस्त शैडो बूथों का पुलिस संचार कार्मिकों के द्वारा स्थलीय भ्रमण कर संचार ट्रायल किया गया। प्रत्येक शैडो बूथ हेतु बूथ डियूटी में नियुक्ति किये गये कर्मिकों / सेक्टर मजिस्ट्रेट / जोनल मजिस्ट्रेट / जोनल पुलिस अधिकारी को सूचनाओं के त्वरित आदान प्रदान हेतु वायरलैस सैट उपलब्ध कराये गये। जिनका निर्वाचन के दौरान नजदीकी रिले केन्द्र के माध्यम से कन्ट्रोल रूम से सम्पर्क स्थापित कराया गया।
लोहाघाट विधानसभा के 08 तथा 55-चम्पावत के 01 ऐसे बूथ जहाँ पर किसी भी प्रकार का नेटवर्क कवरेज नहीं था, उन बूथों के 09 सेक्टर मजिस्ट्रेट / सेक्टर पुलिस अधिकारी को सैटेलाईट फोन दिये गये, ताकि किसी भी प्रकार की आकस्मिक स्थिति में सूचनाओं को त्वरित रूप से आदान-प्रदान किया जा सके। सैटेलाईट फोन के संचालन/उपयोग सम्बन्धी जानकारी प्रदान कराये जाने हेतु जनपद स्तर पर सम्बन्धित सेक्टर मजिस्ट्रेट / सेक्टर पुलिस अधिकारी को प्रशिक्षण भी दिया गया है।
लोकसभा चुनाव में जीपीएस सिस्टम
जीपीएस सिस्टम को जनपद में लोकसभा सामान्य निर्वाचन-2024 को सकुशल सम्पन्न कराये जाने के दृष्टिगत पुलिस विभाग निर्वाचन सम्बन्धी परिवहन कार्यों हेतु प्रदान कराये गये 49 पुलिस वाहनों मे निगरानी किये जाने के उद्देश्य से जीपीएस सिस्टम लगाया गया। जीपीएस सिस्टम के माध्यम से पुलिस कन्ट्रोल रूम द्वारा पुलिस बाहनों / टीम की लगातार सघन निगरानी की गयी। वाहनों में लगे जीपीएस उपकरण के माध्यम से आकस्मिक रूप से किसी भी प्रकार की सूचना पर नजदीकी वाहन को भिजवा कर उसका त्वरित रूप से निराकरण कराया गया। जनपद में पुलिस मुख्यालय उत्तराखण्ड, देहरादून से प्राप्त कुल 22 अदद एमडीटी विभिन्न थानों / फायर स्टेशन / हाईवे पेट्रोल/चीता मोबाइल में अधिष्ठापित हैं, जिनके माध्यम से डायल 112 कन्ट्रोल में निर्वाचन से सम्बन्धित प्राप्त सूचनाओं का तत्काल सम्बन्धित के माध्यम से उनका निराकरण कराया गया।
अस्थाई पुलिस निर्वाचन वेबसाइट
जनपद चम्पावत पुलिस द्वारा अपनी वेबसाइट https://champawatpolice.org/ में मतदाताओं तथा निर्वाचन कार्यों हेतु नियुक्त किये गये समस्त अधिकारी / कर्मचारीगणों की सुविधा हेतु अस्थायी रूप Election 2024 Info बटन बनाया गया, जिसमें क्लिक करने पर बूथों का सम्पूर्ण विवरण तथा लोकेशन प्राप्त की जा सकती है। मतदाताओं द्वारा अपने बूथ की जानकारी सिर्फ 01 क्लिक के माध्यम से ली जा सकती है तथा निर्वाचन सम्बन्धी डियूटी में नियुक्त अधिकारी / कर्मचारीगणों के द्वारा कम से कम समय में बूथों के सम्बन्ध में सम्पूर्ण विवरण तथा लोकेशन प्राप्त कर समस्याओं का त्वरित रूप से समाधान किया गया।
उत्तर भारत के सुप्रसिद्ध मेला -2024 का सकुशल सम्पादन
उत्तर भारत के सुप्रसिद्ध मेला श्री मां पूर्णागिरी मेला, टनकपुर को सकुशल एवं निर्विघ्न रूप से सम्पन्न कराये जाने हेतु प्रभावी कार्ययोजना तैयार कर देश-विदेश तथा भारत के अन्य राज्यो से आये लगभग “30 लाख श्रद्धालूओं” को विषम भौगोलिक परिस्थितियों तथा सीमित संशाधन होने के उपरान्त भी सकुशल मन्दिर दर्शन कराते हुए सुरक्षित वापस गन्तव्यों को भेजा गया ।
मेले के दौरान सुगम यातायात व्यवस्था संचालित कर पैदल यात्रियों /जत्थो /वाहनों को निर्बाध रूप से यात्रा कराते हुए उचित पार्किग व्यवस्था की गयी जिसके फलस्वरूप मेले दौरान किसी भी प्रकार की कोई अप्रिय घटना प्रकाश में नही आयी । मेले के दौरान खोया पाया केन्द्र की स्थापना तथा प्रभावी संचालन करते हुए भारी भीड़ के दौरान गुमशुदा 1593 गुमशुदाओं को सकुशल बरामद कराया गया ।
जनपद चम्पावत में माह मार्च 2024 में पूर्णागिरी मेला हेतु पुलिस प्रबन्ध की कार्ययोजना
जनपद चम्पावत में 26 मार्च 2024 से मॉ पूर्णागिरी मेले का निर्धारण 15 जून 2024 तक किया जाना प्रस्तावित है। मॉ पूर्णागिरी मेला उत्तर भारत का एक महत्वपूर्ण मेला है। श्री पूर्णागिरी मन्दिर जिला मुख्यालय के पूर्व दिशा में लगभग 100 किमी की दूरी पर शारदा नदी के किनारे पर्वत चोटी पर समुद्रतल से लगभग 5500 फुट पर स्थित है। यह मन्दिर टनकपुर से ककराली गेट 01 किमी, ककराली गेट से ठूलीगाड 13 किमी, ठूलीगाड से भैरव मन्दिर 05 किमी सडक मार्ग एवं भैरव मन्दिर से काली मन्दिर 02 किमी, काली मन्दिर से मुख्य मन्दिर 01 किमी तक पैदल मार्ग पर है। इस मेले में वर्ष 2023 में 30 लाख श्रद्वालूओं द्वारा मेला अवधि में मॉ पूर्णागिरी के दर्शन किये गये थे। उक्त मेले की अवधि लगभग 04 मॉह तक रहती है। टनकपुर रेलवे स्टेशन से त्रिवेणी एक्सप्रेस पीलीभीत/बरेली/हरदोई/लखनउ/सुल्तानपुर/प्रयागराज के लिए प्रारम्भ हो चुकी है तथा टनकपुर रेलवे स्टेशन से ही बरेली/चन्दौसी/मुरादाबाद/दिल्ली/हरियाणा/पंजाब के लिए पूर्णागिरी शताब्दी एक्सप्रेस तथा देहरादून के लिए भी रेलसेवा प्रारम्भ हो चुकी है, जिससे श्रद्वालूओं की संख्या में भारी बिद्व होना सम्भावित है। पूर्णागिरी मेले का क्षेत्र थाना बनबसा से आरम्भ होकर मुख्य मन्दिर तक आच्छादित रहता है साथ पडोसी देश नेपाल से भी श्रद्वालूओं का अवागमन बना रहता है।
पूर्णागिरी मेला में जल पुलिस की नियुक्ति
मेले के दौरान श्रद्वालूओं द्वारा टनकपुर व बनबसा शारदाघाट में स्नान किया जाता है, जिससे श्रद्वालूओं के डूबने व बहने की सम्भावना बनी रहती है। श्रद्वालूओं को डूबने से बचाने हेतु पर्याप्त संख्या में गोताखोर एवं 01 प्लाटून तैराक पुलिस कर्मियों की नियुक्ति की गयी। जिसके क्रम में टनकपुर व बनबसा क्षेत्रान्तर्गत 33 लोगों को शारदा नदी के तेज बहाव में डूबने तथा बहने से सकुशल बचाया गया।
पूर्णागिरी मेला में अग्निशमन व्यवस्था
पूर्णागिरी मेला क्षेत्र ठूलीगाड से मुख्य मन्दिर तक विषम पर्वतीय व भौगोलिक परिस्थितियों तथा आगजनी की दृष्टि से सम्वेदनशील क्षेत्र है। अग्नि की घटनाओं की रोकथाम हेतु व्यवस्थाऐं की गयी ।
- मुख्य मन्दिर : 04 फायर एक्सग्यूसर मेला समिति से उपलब्ध कराये जायेंगे तथा 02 फायर एक्सग्यूसर अग्निशमन केन्द्र टनकपुर द्वारा प्रदान किया गया ।
- काली मन्दिर : 04 फायर एक्सग्यूसर मेला समिति से उपलब्ध कराये जायेंगे तथा 02 फायर एक्सग्यूसर अग्निशमन केन्द्र टनकपुर द्वारा उपलब्ध कराया गया।
- नागा क्षेत्र : 5000लीटर का वाटरटेक मेला समिति द्वारा प्रदान किया गया ।
- भैरव मन्दिर : एक फायर यूनिट फायर स्टेशन लोहाघाट से उपलब्ध कराया गया।
- ठूलीगाड : एक फायर यूनिट मय फायर टेण्डर एवं पोर्टेबल पम्प सहित ।
- टुन्यास क्षेत्र : एक फायर यूनिट एक पोर्टैबल पम्प के साथ फायर स्टेशन टनकपुर से नियुक्त किया गया।
- बनबसा क्षेत्र में एक फायर यूनिट मय फायर टेण्डर
- टनकपुर क्षेत्र.में – एक फायर यूनिट मय फायर टेण्डर उपलब्ध कराया गया।
पुलिस टीमों के पूर्व तैयारी के क्रम में उक्त क्षेत्रों मे हुई अग्नि दुर्घटनाओं में त्वरित रेस्क्यू अभियान चलाते हुए अग्नि दुर्घटनाओं की रोकथाम किया गया तथा श्रद्धालूओं को धन एवं जनहानी होने से बचाया गया।
पूर्णागिरी मेला में पीएसी का प्रबन्धन
- मेले के दौरान शान्ति सुरक्षा एवं आपातकालीन स्थिति से प्रभावी ढंग से निपटने हेतु पुलिस बल के अतिरिक्त पीएसी का भी उपयोग किया गया।
पूर्णागिरी मेला में यातायात व्यवस्था
समस्त यातायात के प्रभारी क्षेत्राधिकारी- टनकपुर को बनाया गया। जहॉ पर 02 निरीक्षक यातायात एवं 01 उपनिरीक्षक यातायात डियूटीरत रहें। मेले के दौरान टनकपुर/नायकगोठ/ठूलीगाड एवं भैरव मन्दिर में पार्किंग व्यवस्था की गयी । उपरोक्त के अतिरिक्त टनकपुर/पिथौरागढ चुंगी एवं गॉधीमैदान तथा बनबसा में कैनाल गेट के पास तथा आवश्यकता पडने पर बनबसा स्टेडियम में भी पार्किग व्यव्स्था की गयी।
पूर्णागिरी मेला में खोया पाया
उक्त मेले में लाखों की संख्या में श्रद्धालूओं द्वारा श्री मां पूर्णागिरि के दर्शन किया जाता है जिसमें देश.विदेश के महिलाए पुरूषोंए वृद्धों तथा बच्चों द्वारा दर्शन कियाजाता है। दर्शन के दौरान भारी भीड के कारण कई बच्चेए वृद्धए महिला एवं पुरूष अपने परिजनो से बिछड़ जाते है। जिसे हेतु बिछडे लोगों को परिजनों से मिलाये जाने हेतु इस वर्ष मेले के दौरान निम्न स्थानों पर खोया-पाया केन्द्र बनाया गया। खोया-पाया केन्द में नियुक्त पुलिसबल द्वारा किसी भी व्यक्ति के खो जाने की सूचना मिलने पर पब्लिक एड्रेस सिस्टम तथा वायरलैस के माध्यम से सभी थानों को खोये व्यक्ति की पूरी जानकारी एवं हुलिया उपलब्ध कराते हुए उक्त खोया पाया केन्द्रो की मदद से 1593 महिलाए पुरूषए वृद्ध तथा बच्चो को उनके परिजनो से मिलाया गया ।
पूर्णागिरी मेला में खोया पाया केन्द्र
- काली मन्दिर
- झूठा मन्दिर
- भैरव मन्दिर
- ठूलीगाड तथा चौकी बूम
नशामुक्त भारत अभियान के क्रम में 04 चरणों में चलाया गया नशामुक्ति अभियान
वर्तमान समय में नशे के करोबार में कम समय में अधिक पैसा कमाने के उद्देश्य से नशा तस्करों द्वारा युवाओं को नशे के इस घोर कृत्य में धकेला जा रहा है, जिससे युवा वर्ग नशे के जंजाल में फंसता जा रहा है। अमूमन नशीले पदार्थों को साथियों के प्रभाव से एक बार आजमाने के उद्देश्य से शुरू किया जाता है, लेकिन ये पदार्थ ऐसी प्रकृति का है कि वो व्यक्ति को इसका आदी बना देता है। वह व्यक्ति फिर उसे छोड़ नहीं पाता है। युवा वर्ग में अधिकांश उच्च स्तरीय शिक्षण संस्थानों के साथ ही कॉलेज, स्कूलों के छात्र भी अछूते नहीं हैं। नशीले पदार्थों के प्रयोग से परिवार में बिखराव तथा सामाजिक ताने-बाने का टूटने का खतरा उत्पन्न होता है। ड्रग की तस्करी आर्थिक रूप से अत्यंत लाभदायक होती है। अतः यह अनेक अपराधों के बढ़ने का कारण भी बनता है। नशे के प्रयोग से शारीरिक, आर्थिक, सामाजिक व मानसिक क्षति तो होती ही है, साथ ही ड्रग्स हमेशा जानलेवा होता है। स्कूली बच्चों /छात्र-छात्राओं द्वारा युवाओं को इस घृणित कार्य से मुक्त करवाने में अहम भूमिका निभाई जा रही है । जनपद चम्पावत में नशामुक्त अभियान 2025 को सफल बनाने तथा स्थानीय लोगों, युवाओं तथा बच्चों को नशे के जाल से बचाये जाने हेतु जनपत चम्पावत में 04 चरणों में नशामुक्त अभियान चलाया गया।
मादक पदार्थों से बचाव हेतु लोगों को जागरूक करना
जनपद चम्पावत में लोगों, युवाओं, बच्चों को मादक पदार्थों के दुष्प्रभावों से बचाये जाने हेतु स्कूल, कालेजों, स्थानीय बाजारो में 335 नशामुक्त जागरूकता अभियान चलाकर 35,840 लोगों/स्कूली छात्र-छात्राओं को नशे के दुष्प्रभावों के बारें मे जागरूक करते हुए अपने जीवन में कभी भी नशा नही करने हेतु प्रेरित किया गया साथ ही सभी को अपने परिजनों, दोस्तो, रिस्तेदारों को भी नशे से बचाये जाने हेतु उन्हे प्रेरित /मोटिवेट करने की अपील की गयी। नशे से बचावे हेतु जनपद पुलिस द्वारा स्थानीय स्तर पर खेलों का आयोजन कर, जागरूकता मंचों, मेलो/रामलीला आदि के दौरान भी लोगों को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक करते हुए उनसे बचाव के तरीकों के बारें में जागरूक किया गया।
नशे से बचाव के तरीके
- जागरूकता : नशे के दुष्प्रभावों और खतरों के बारे में जानें।
- परिवार और मित्रों का समर्थन : परिवार और मित्रों के साथ मजबूत संबंध बनाएं और उनकी सलाह लें।
- स्वस्थ जीवनशैली : नियमित व्यायाम, योग, प्रणायाम, संतुलित आहार और पर्याप्त नींद लें।
- रुचिकर गतिविधियाँ : अपने जीवन में खेल, संगीत, कला या अन्य रुचिकर गतिविधियों को शामिल करें।
- नशा मुक्त समूह : नशा मुक्त समूहों में शामिल हों और उनका समर्थन प्राप्त करें।
- पेशेवर मदद : यदि आवश्यक हो, तो पेशेवर सलाहकार या चिकित्सको से संपर्क करें।
- नशे के लिए ना कहना : नशे के प्रस्तावों को स्पष्ट रूप से नकारें।
- स्व-मूल्यांकन : अपने विचारों और भावनाओं को समझें और उन्हें नियंत्रित करें।
- ध्यान और योग : तनाव कम करने के लिए ध्यान और योग का अभ्यास करें।
- शिक्षा और जानकारी : नशे के बारे में जानकारी प्राप्त करें और दूसरों को भी जागरूक करें।
नशे से बचाव के लिए संगठनों की मदद लेना
- नार्कोटिक्स विभाग
- नशा मुक्ति केंद्र
- स्वास्थ्य विभाग
- सामाजिक सेवा संगठन
ड्रग एडिक्ट लोगों की काउन्सलिंग करना
जनपद चम्पावत पुलिस द्वारा थाना स्तर पर रजिस्टर तैयार कर थाना क्षेत्र अन्तर्गत ड्रग एडिक्ट युवाओं /लोगों को चिन्हित किया गया। चिन्हित ड्रग एडिक्ट युवाओं /बच्चों तथा उनके परिजनों को बुलाकर उनकी काउन्सलिंग की गयी तथा नशा छोड़ने हेतु जागरू किया गया गया। जनपद स्तरीय ए0एन0टी0एफ0 तथा थाना स्तर की टीमों द्वारा जनपद मे संचालित नशा मुक्ति केन्द्रों मे जाकर ड्रग्स एडिक्ट लोंगों की काउन्सलिंग की गयी तथा सभी को नशे के दुष्प्रभावों के बारें में जागरूक करते हुए नशे से बचाव के उपरोक्त तरीको के बारें मे जागरूक किया गया ।
अवैध भांग की खेती का विनिष्टिकरण
जनपद चम्पावत में स्थानीय /गावों में लोगो द्वारा अवैध रूप से भांग की खेती कर बृहद मात्रा में चरस का उत्पादन कर चरस की तस्करी की जाती है जिसकी रोकथाम हेतु जनपद पुलिस द्वारा जागरूकता /निरोधात्मक कार्यवाही की जाती है। इसी क्रम में वर्ष 2024 में अबतक जनपद चम्पावत क्षेत्रान्तर्गत लोगों द्वारा अवैध रूप से की जा रही 298 नाली भांग की खेती का विनिष्टिकरण किया गया जिसमें कोतवाली पंचेश्वर क्षेत्रान्तर्गत 28 नाली, कोतवाली चम्पावत क्षेत्रान्तर्गत 09 नाली, थाना लोहाघाट क्षेत्रान्तर्गत 63 नाली, टनकपुर क्षेत्रान्तर्गत 04 नाली, थाना रीठासाहिब क्षेत्रान्तर्गत 45 नाली तथा थाना पाटी क्षेत्रान्तर्गत क्षेत्र में 149 नाली भूमि में अवैध रूप से उगाई जा रही भांग की खेती का विनिष्टीकरण किया गया । सभी लोगों को नशे के दुष्परिणामो के बारे में जानकारी देते हुए भांग की खेती नहीं करने हेतु जागरूक किया गया तथा अवैध भाग की खेती करने वालों के संबंध में कानूनी प्रावधानों के बारे में भी जानकारी दी गई तथा बताया गया कि यदि कोई व्यक्ति भविष्य में इस तरह भांग की खेती करते हुए पाया गया तो उसके विरुद्ध नियमानुसार वैधानिक कार्यवाही की जाएगी।
नशे के तस्करों के विरूद्ध कार्यवाही
- नशामुक्त भारत अभियान व नशा मुक्त देवभूमि अभियान के अन्तर्गत जनपद चम्पावत में चलाये जा रहे ऑपरेशन क्रैक डॉउन चलाते हुए 75 अभियुक्तो को गिरफ्तार कर कब्जे से 48.236 किलोग्राम चरस, 1288.90 किलोग्राम स्मैक, 9.555 किलोग्राम गांजा, 1.300 किलोग्राम अफीम, 840 नशीले इन्जेक्शन बरामद किये गये ।
- अभियुक्तगणों के विरूद्ध मा0 न्यायालय में प्रभावी पैरवी हेतु केश ऑफिसर्स स्कीम लागू कर 50 अभियुक्तगणों को एनडीपीएस एक्ट के अन्तर्गत अभियोगो में सजा दिलायी गयी।
- अवैध भांग की खेती पर प्रभावी कार्यवाही करते हुए 298 नाली अवैध भांग की खेती का विनिष्टिकरण किया गया तथा स्थानीय जनता को भांग की खेती नही करने हेतु जागरूक किया गया।
साईबर अपराधों से लोगों को बचाये जाने तथा ठगी की धनराशि को वापस कराये जाने हेतु 03 चरणों में चलाया गया सफल अभियान
वर्तमान में आधुनिक / तकनीकी युग होने के कारण साइबर क्राइम के अपराधों में दिन प्रतिदिन वृद्धि होती जा रही है, जो पुलिस के साथ ही आम जनता के लिए भी बहुत बड़ी चुनौती है। आपराधिक गिरोह, गैंग, अपराधियों द्वारा घर अथवा एक ही स्थान पर बैठकर बड़े-बड़े लालच देकर आमजन की जिन्दगी भर की कमाई को चन्द सेकेन्ड में उड़ा लिया जाता है, जिसके प्रति आम जनमानस को जागरूक होना आवश्यक है । स्कूली छात्र-छात्राओं द्वारा इस ओर अपने अभिभावकों, आस-पड़ोस, रिश्तेदारों एवं सभी जानने वालों को इस ओर जागरूक करने में अहम भूमिका निभाई जा रही है । वर्तमान समय की सबसे ज्वलंत समस्या साईबर क्राइम में ई-सुरक्षा चक्र के अन्तर्गत 03 चरणों में प्रभावी कार्यवाही करना।
- जागरूकता अभियान : जनपद चम्पावत क्षेत्रान्तर्गत स्कूल, कालेजों, स्थानीय बाजारो में 335 साईबर जागरूकता अभियान चलाकर 35,840 लोगों/स्कूली छात्र-छात्राओं को साइबर अपराधों /ऑनलाईन धोखाधड़ी से बचाव हेतु जागरूक किया गया ।
साइबर अपराध से बचाव के लिए नए तरीके
- सावधानी से ईमेल खोलें : स्पैम ईमेल से सावधान रहें जो आपके कंप्यूटर को नुकसान पहुंचा सकते हैं ।
- हैकिंग से बचाव : अपनी निजी जानकारी को हैक होने से बचाएं, जैसे कि उपयोगकर्ता नाम या पासवर्ड ।
- फिशिंग से सावधान : स्पैम ईमेल से सावधान रहें जो आपकी निजी जानकारी चोरी करने के लिए बनाए जाते हैं ।
- वायरस से बचाव : साइबर अपराधी द्वारा भेजे गए सॉफ्टवेयर से सावधान रहें जिनमें वायरस छिपे हो सकते हैं ।
- सॉफ्टवेयर पाइरेसी से बचाव : सॉफ्टवेयर की नकल तैयार कर सस्ते दामों में बेचने से सावधान रहें ।
- फर्जी बैंक कॉल से सावधान : बैंक जैसे लगने वाले फर्जी ईमेल, मैसेज या फोन कॉल से सावधान रहें जो आपकी निजी जानकारी चोरी करने के लिए बनाए जाते हैं ।
- सोशल नेटवर्किंग साइटों पर अफवाह फैलाने से बचाव : सोशल नेटवर्किंग साइटों पर अफवाह फैलाने से सावधान रहें जो साइबर अपराध और साइबर-आतंकवाद की श्रेणी में आता है ।
- साइबर बुलिंग से बचाव : फेसबुक जैसी सोशल नेटवर्किंग पर अशोभनीय कमेंट करना, इंटरनेट पर धमकियां देना और किसी का इस स्तर तक मजाक बनाना जो साइबर बुलिंग कहलाता है से सावधान रहें ।
ठगी गयी धनराशि को वापस कराया जाना
जनपद चम्पावत में लोगो को साईबर ठगी से बचाये जाने हेतु जनपद चम्पावत के दोनो सर्किलों टनकपुर एवं चम्पावत में साईबर सैल का गठन किया गया है। जिसमें उपनिरीक्षक स्तर के अधिकारी के नेतृत्व में पुलिस टीमों को नियुक्त कर साईबर ठगी के शिकार लोगों को शिकायतों पर त्वरित कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया गया है। उक्त के क्रम में साईबर सैल द्वारा जनपद में गठित साईबर टीमों द्वारा किसी भी साईबर सम्बन्धी शिकायत प्राप्त होने पर त्वरित कार्यवाही करते हुए शिकायतकर्ता से लेन-देन का पूर्ण विवरण प्राप्त कर सम्बन्धित यूपीआई तथा बैंक नोडल से सम्पर्क किया जाता है, जिसके क्रम में प्रकाश मे आये धनराशि को होल्ड/वापस कराये जाने की कार्यवाही की जाती साथ ही प्रकाश मे आये अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु पुलिस टीमों का गठन कर गैर राज्य रवाना कर गिरफ्तारी की जाती है। इसी क्रम में वर्ष 2024 में अबतक ऑनलाईन धोखाधड़ी के पीडितो की कुल 1,04,73,000/रूपये की धनराशि से 61,48,369/रूपये की धनराशि को विधिक कार्यवाही कर पीडितो को वापस कराया गया । जोकि 58.70 प्रतिशत वापसी है।
साईबर ठगों के विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही
ऑनलाईन धोखाधड़ी/साईबर अपराध सम्बन्धी 634 शिकायतों में 538 शिकायतों का निस्तारण कर 44 शिकायतो में अभियोग पंजीकृत कर 16 अभियुक्तगणों के विरूद्ध वैधानिक कार्यवाही की गयी।
महिला सुरक्षा एवं बाल सुरक्षा हेतु विशेष अभियान चलाकर प्रभावी कार्यवाही
महिलाओं/बालिकाओं को सुरक्षा प्रदान किया जाना उत्तराखण्ड पुलिस की सर्वोच्च प्राथमिकता है। महिलाओं के प्रति घटित अपराधों की रोकथाम एवं घटित अपराधों में प्रभावी कार्यवाही किये जाने हेतु चम्पावत पुलिस निरन्तर क्रियाशील है। पीड़ितों की शिकायत आसानी से दर्ज किये जाने हेतु उत्तराखण्ड पुलिस द्वारा टोल फ्री नम्बर, Whatsapp No, पुलिस एप आदि उपलब्ध कराये गये हैं। पिछले दशकों में भारत सरकार द्वारा महिलाओं/ बालिकाओं का उत्पीड़न रोकने और उन्हें उनके अधिकार दिलाये जाने के सम्बन्ध में कई कानून पारित किये हैं। अतः महिलाओं/बालिकाओं को उक्त सम्बन्ध में जानकारी होना नितान्त आवश्यक है ताकि पीड़िता स्वयं के साथ अथवा अपने आस-पास घटित अपराधों के सम्बन्ध में जागरूक रहें एवं तद्नुसार कार्यवाही कर सकें।
भारत-नेपाल अन्तराष्ट्रीय सीमा पर निर्धारित सीमा से अधिक की धनराशि का पारगमन करने वाले तथा कसिनों नेपाल खेलने जाने वाले व्यक्तियों के विरुद्ध कार्यवाही
जनपद चम्पावत से लगने वाली भारत नेपाल अन्तराष्ट्रीय सीमा पर महेन्द्रनगर नेपाल में संचालित विभिन्न कैसीनो हेतु लोगों द्वारा अवैध धन की निकासी एवं अन्य अवैध वस्तुओं की तस्करी रोके जाने के क्रम में चौकी शारदा बैराज थाना बनबसा तथा टनकपुर क्षेत्रान्तर्गत अंतरराष्ट्रीय सीमा पर अनावश्यक रूप से पारगमन करने वाले भारतीय नागरिकों का डाटा तैयार किया जा रहा है तथा निर्धारित सीमा से अधिक की धनराशि को नेपाल राष्ट्र को ले जाने वाले व्यक्तियों के विरूद्ध कार्यावाही की जा रही है । वर्ष 2024 में पुलिस टीमों द्वारा अबतक ऐसे 28 व्यक्तियों के विरूद्ध कार्यवाही करते हुए 11,60,700/रूपये की धनराशि जब्त कर भारत नेपाल सीमा पर स्थित कस्टम विभाग के सुपुर्द किया गया है।
जनपद चम्पावत को नशामुक्त आदर्श चम्पावत बनाने के सपनो को साकार करती पुलिस
जनपद चम्पावत को नशामुक्त बनाये जाने के सपनों को साकार करने के क्रम में जनपद चम्पावत में पुलिस अधीक्षक चम्पावत अजय गणपति के निर्देशानुसार तथा क्षेत्राधिकारी चम्पावत/टनकपुर के पर्यवेक्षण में जनपद में नशा तस्करो के विरूद्ध कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया गया है। इसी क्रम में जपनद चम्पावत पुलिस द्वारा नशामुक्त चम्पावत के क्रम में नशा तस्करों के विरूद्ध कमरतोड़ कार्यवाही करते हुए वर्ष 2024 में अबतक नशा तस्करो के विरूद्ध निम्नवत प्रभावी कार्यवाही करते हुए 56 अभियोगों में 82 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर कब्जे से-
- 03 करोड 84 लाख कीमत की 1.280.996 किलोग्राम स्मैक बरामद की गयी।
- 60 लाख लगभग रूपये की 60.519 किलोग्राम चरस बरामद की गयी।
- 2.38 लाख रूपये की 9.555 किलोग्राम गांजा बरामद किया गया।
- 4 लाख रूपये लगभग की 1.300 किलोग्राम अफीम बरामद किया गया।
- 33 हजार 600 रूपये लगभग के 840 नशीले इंजेक्शन बरामद किये गये है।
- 333 नाली अवैध भांग की खेती का विनिष्टिकरण करते हुए लोगो को भांग की खेती नही करने हेतु प्रेरित किया गया।
नशा तस्करो के विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही के साथ –साथ जनपद चम्पावत पुलिस द्वारा जनजागरूकता गोष्ठी के माध्यम से स्कूल-कालेजों, स्थानीय बाजारो, गांवो-कस्बों, नगरों आदि मे जाकर स्कूली छात्र-छात्राओ, स्थानीय लोगों, युवाओं को नशे से बचाव हेतु जागरूक किया जा रहा है। साथ ही समय-समय पर विभिन्न प्रकार के खेलों का आयोजन करते हुए भी युवाओ तथा लोगो को नशे से बचाव हेतु जागरूक किया जा रहा है।