देहरादून: अब तक आपने पैसों के एटीएम देखें होंगे। बड़े शहरों में पीने का पानी भी ATM की तरह दिखने वाले वाटर मशीन से मिलता है। कई जगहों पर दूध के लिए भी एटीएम की तरह ही मशीनें लगाई हैं। अब राशन भी वैसे ही मिलेगा, जैसे आप एटीएम से अपनी जरूरत के हिसाब से पैसा निकालते हैं। राशन निकालने के लिए आपको किसी दुकानदार की जरूरत नहीं होगी।
विश्व खाद्य कार्यक्रम
सरकारी सस्ते अनाज की दुकानों से राशन लेने वाले उपभोक्ताओं के लिए अच्छी खबर है। विश्व खाद्य कार्यक्रम (विखाका) ने अन्नपूर्ति योजना के तहत उत्तराखंड के लिए 60 अनाज एटीएम मंजूर कर दिए हैं। हालांकि, इस योजना की शुरूआत पहले एक एटीएम के साथ की गई थी।
स्थान चिह्नित करने के निर्देश
विश्व खाद्य कार्यक्रम के भारत के डिप्टी कंट्री डायरेक्टर एरिक केनेफिक की ओर से अनाज एटीएम का स्वीकृति पत्र राज्य सरकार को मिल गया है। खाद्य सचिव सचिन कुर्वे ने बताया कि सभी जिलों के डीएसओ को अनाज एटीएम लगाने के लिए स्थान चिह्नित करने के निर्देश दिए जा रहे हैं। पहला एटीएम धर्मपुर में लगाया जा रहा है।
60 अन्नपूर्ति एटीएम स्वीकृत
खाद्व सचिव एवं आयुक्त सचिन कुर्वे ने कहा, श्विखाका से 60 अन्नपूर्ति एटीएम स्वीकृत होना उत्तराखंड के लिए बड़ी उपलब्धि है। पायलट प्रोजेक्ट के रूप में मिले पहले अनाज एटीएम को इसी महीने के भीतर शुरू कर दिया जाएगा।
ऐसे करती है काम
यह सिस्टम एटीएम मशीन की तरह होता है। इस पर भी एटीएम मशीन की तरह स्क्रीन होगी। यह मशीन बड़े आकार के भंडार ड्रमों से जुड़ी रहेगी। राशन कार्ड धारक यहां आकर एक तय स्थान पर अपना अंगूठा लगाएगा। अंगूठा स्कैन होते ही स्क्रीन पर कार्ड धारक का पूरा विवरण आ जाएगा। इसके बाद मशीन में अनाज का मूल्य नकद रूप में डाल कर या फिर आनलाइन जमा कराना होगा। फिर मशीन में बने एक छेद पर अपना झोला लगाना होगा। एक तय समय में मशीन कार्ड धारक को उसके कोटो का राशन उपलब्ध करा देगी।