देहरादून : दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय की इमरजेंसी में उपचार को पहुंचे युवक ने पीजी चिकित्सक को पिस्टल दिखा दी। जिससे इमरजेंसी में अफरातफरी मच गई। चिकित्सकों ने एक आरोपी को पकड़ कर पुलिस को सौंप दिया।जबकि मुख्य आरोपी मौका देखकर फरार हो गया। जिसे पुलिस ने बाद में गिरफ्तार कर लिया है। इस घटना से आक्रोशित पीजी चिकित्सकों ने काम बंद कर दिया। जिस कारण इमरजेंसी में करीब दो घंटा कामकाज बंद रहा। मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी पर काम वापस शुरू किया। चिकित्सकों ने सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता न होने पर पूर्ण कार्य बहिष्कार की चेतावनी दी है।
रविवार की शाम इमरजेंसी में मेडिसिन पीजी चिकित्सक डा आमिर, सर्जरी के पीजी चिकित्सक डा मयंक और जूनियर रेजिडेंट डा उबेद की ड्यूटी थी। इस दौरान दो युवक दर्द की शिकायत लेकर सीधे ट्रायज एरिया में आए। डा आमिर ने पहले अन्य गंभीर मरीजों को देखने, पर्चा बनाकर आने को बोला। एक युवक कमर में लगी पिस्टल दिखाकर उन्हें धमकाने लगा। जिससे अफरातफरी मच गई। हंगामा होने पर चिकित्सक व स्टाफ ने एक आरोपी को पकड़ लिया गया, जबकि मुख्य आरोपी फरार हो गया।पुलिस ने उसे भी कुछ देर बाद गिरफ्तार कर लिया।
सीओ नीरज सेमवाल ने बताया कि चिकित्सक को बंदूक दिखाने वाले दोनों आरोपी पकड़ लिए हैं। उनसे जो पिस्टल मिली है, वह प्लास्टिक का खिलौना है। पीजी चिकित्सकों की ओर से तहरीर ली गई है। अग्रिम कार्रवाई की जा रही है।
घटना से आक्रोशित चिकित्सकों ने इमरजेंसी में काम बंद कर दिया। उन्होंने मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी की मांग उठाई।इस घटना के बाद से चिकित्सकों में दहशत व्याप्त है। डा आमिर की ओर से मामले में लिखित तहरीर दी गई है। धारा चौकी पहुंचे पीजी और जूनियर चिकित्सकों ने आरोपी युवकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग उठाई। चिकित्सकों की सुरक्षा को लेकर चिंता जाहिर की। प्राचार्य डा आशुतोष सयाना बोले आरोपियो की गिरफ्तारी हो गई है। कुछ ही देर में काम सुचारू हो गया था। सुरक्षा एजेंसी को सख्त चेतावनी दी गई है।
पीजी व जूनियर चिकित्सकों ने सुरक्षा गार्डों और पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि घटना के दौरान कोई सुरक्षा गार्ड मौजूद नहीं थे। कहा कि पूर्व में कई पीजी चिकित्सकों से अभद्रता, मारपीट की घटना हो चुकी है। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने रात में पुलिस की गश्त बढ़ाने की मांग की है।