आयुष ग्राम सुभाषगढ़ में योग और आयुर्वेद से ग्रामीणों को नया जीवन, हर सोमवार लगेगा योग शिविर

by intelliberindia
  • आयुष ग्राम ग्रामीण स्वास्थ्य के लिए वरदान साबित होगा – डॉ. स्वास्तिक सुरेश
  • हर महीने निशुल्क चिकित्सा शिविर से ग्रामीणों को मिलेगा लाभ – डॉ. अवनीश उपाध्याय
  • आहार-विहार से स्वस्थ जीवन संभव – डॉ. घनेंद्र वशिष्ठ
  • आयुष ग्राम सुभाषगढ़ में नक्षत्र वाटिका की होगी स्थापना, आयुर्वेदिक चिकित्सा और योग से ग्रामीणों को मिलेगा लाभ
हरिद्वार : जिले के लक्सर ब्लॉक स्थित आयुष ग्राम सुभाषगढ़ में अब लोगों को प्राकृतिक चिकित्सा और पारंपरिक आयुर्वेद का और अधिक लाभ मिलेगा। यहां नक्षत्र वाटिका की स्थापना की जाएगी, जिसमें विभिन्न औषधीय पौधों को रोपा जाएगा, ताकि लोग आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों के महत्व को समझ सकें और उनका लाभ उठा सकें। इसके साथ ही आयुर्वेद चिकित्सा, दिनचर्या, ऋतुचर्या शिविर और जड़ी-बूटियों के प्रोत्साहन के लिए विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।
जिला आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी डॉ. स्वास्तिक सुरेश ने बताया कि आयुष ग्राम का उद्देश्य लोगों को आयुर्वेद और योग के माध्यम से स्वस्थ जीवन जीने के लिए प्रेरित करना है। उन्होंने कहा, “नक्षत्र वाटिका जैसी पहल ग्रामीणों को प्रकृति के करीब लाएगी और आयुर्वेद के प्रति उनकी रुचि बढ़ाएगी। नियमित योग शिविर और आयुर्वेदिक चिकित्सा शिविरों से लोग रोगों से बचाव और उपचार की पारंपरिक विधियों को अपना सकेंगे।”
आयुष ग्राम के नोडल अधिकारी डॉ. अवनीश उपाध्याय ने जानकारी दी कि गांव में हर महीने के पहले सोमवार को निशुल्क आयुर्वेदिक चिकित्सा शिविर और तीसरे शुक्रवार को वृद्धजनों के लिए विशेष चिकित्सा शिविर का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने कहा, “यह शिविर ग्रामीणों के लिए एक बड़ी सुविधा है, जहां उन्हें मुफ्त में विशेषज्ञों की सलाह और पारंपरिक चिकित्सा उपचार मिल सकेगा।”
शिविर के दौरान चिकित्साधिकारी डॉ. घनेंद्र वशिष्ठ ने कहा कि स्वस्थ जीवन के लिए संतुलित आहार और सही दिनचर्या बेहद जरूरी है। उन्होंने बताया कि “आयुर्वेदिक जीवनशैली अपनाकर हम कई बीमारियों से बच सकते हैं।” शिविर में उन्होंने प्रतिभागियों को आहार-विहार से होने वाले रोगों और उनसे बचाव के उपायों की जानकारी दी।

आयुष ग्राम के लाभ

  • नियमित योग शिविर : हर सोमवार को योग सत्र आयोजित किए जाएंगे, जिससे ग्रामीण मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य सुधार सकेंगे।
  • आयुर्वेदिक चिकित्सा शिविर : हर महीने निशुल्क स्वास्थ्य जांच और परामर्श उपलब्ध होगा।
  • वृद्धजन चिकित्सा : बुजुर्गों के लिए विशेष देखभाल और इलाज की सुविधा।
  • औषधीय पौधों का प्रोत्साहन : नक्षत्र वाटिका के माध्यम से लोगों को आयुर्वेदिक पौधों के उपयोग की जानकारी मिलेगी।
  • ऋतुचर्या और दिनचर्या शिविर : हर मौसम के अनुसार सही जीवनशैली अपनाने के सुझाव दिए जाएंगे।
इस आयोजन में ग्राम प्रधान अपर्णा भार्गव सहित दर्शन लाल, राजू इतनाल, नीरज पाराशर, सुनील, रमेश कुमार, पवन शर्मा, हेमंत, प्रवीण, ऋतु, सीमा, लल्लू राम और विनीत चौहान आदि ने सक्रिय भागीदारी की। आयुष ग्राम की यह पहल ग्रामीण समुदाय को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक बनाने और प्राकृतिक चिकित्सा पद्धतियों को अपनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
 


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