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कोटद्वार । विगत 13 व 14 अगस्त को मूसलाधार बारिश के बाद खोह नदी ने अपना रोद्र रूप अपना लिया था जिसमें काशीरामपुर तल्ला के कई मकान बह गए थे जिस कारण वहां निवासरत लोग बेघर हो गए थे । बेघर हुए लोग सड़क किनारे तिरपाल लगाकर अपना जीवन गुजर बसर कर रहे हैं । मंगलवार को वहां की सभी महिलाएं एकत्रित होकर तहसील परिसर पहुंची और धरने पर बैठ गई । धरने पर बैठी महिलाओं का कहना था कि जब चुनाव आते हैं तो नेता लोग हमारे यहां आते हैं और वोट की भीख मांगते हैं और आज जब हमारे साथ देवीय आपदा आ गई है तो यह लोग हमें अवैध मानकर अपना पीछा छुड़ा रहे हैं । हम लोगों को सरकार की दी जा रही सभी सुविधाएं प्राप्त होती थी । हमारे वोटर आईडी कार्ड, आधार कार्ड, राशन कार्ड सब यही के बने हुए हैं किंतु अब यह समझ से परे है कि हमारे साथ सौतेला व्यवहार क्यों किया जा रहा है ।