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उत्तरकाशी (कीर्ति निधि सजवाण): वनाग्नि घटनाओं की प्रभावी रोकथाम एवं उसके प्रबंधन और कार्य योजना को लेकर शुक्रवार को जिलाधिकारी अभिषेक रुहेला की अध्यक्षता में जिला स्तरीय वनाग्नि सुरक्षा अनुश्रवण समिति की बैठक हुई। जिलाधिकारी ने वन विभाग को वनाग्नि की रोकथाम हेतु पूरी तैयारी रखने, पर्यावरण एवं जंगलों के महत्व के प्रति लोगों को जागरूक करने और सबकी सहभागिता से वनाग्नि घटनाओं की रोकथाम हेतु कार्य करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने ब्लाक स्तर, ग्राम पंचायत एवं वन पंचायत स्तर पर बैठके आयोजित कर वनाग्नि सुरक्षा समितियों को सक्रिय करने के निर्देश दिए। अति संवेदनशील वन क्षेत्रों में स्थानीय लोगों को प्रशिक्षण देने के लिए साप्ताहिक रोस्टरवॉर तैयारी करने के निर्देश दिए। साथ ही आयोजित गोष्ठियों में सम्बंधित उप जिलाधिकारी, पुलिस,एसडीआरएफ, जिला पंचायत राज अधिकारी एवं बीडीओ को भी आमंत्रित किया जाय।
जिलाधिकारी ने कहा कि वनाग्नि घटनाओं को रोकने के लिए संवेदनशील और अति संवेदनशील क्षेत्रों में पिरूल घास को साफ कर फायर लाईन बनायी जाए। फायर सीजन में पर्याप्त संख्या में फायर वाचर एवं ग्राम प्रहरियों की तैनाती सुनिश्चित की जाय। जिलाधिकारी ने वनों में आग लगाने वाले असामाजिक तत्वों को चिन्हित कर सख्त से सख्त कार्यवाही अमल में लाने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने फायर सीजन के दौरान सभी विभागों को आपसी समन्वय बनाकर कार्य करने के निर्देश भी दिए। साथ ही सभी तहसीलों में उपलब्ध कराए गए पिकअप वाहनों का वनाग्नि सीजन में प्रयोग करने को कहा। प्रभागीय वनाधिकारी पुनीत तोमर ने बताया कि वनाग्नि की रोकथाम के लिए जनपद में 139 क्रू स्टेशन स्थापित किए गए है। जिसमेें फायर वाचरों की तैनाती कर दी गई है। बैठक में सीएमओ डॉ. आरसीएस पंवार,अधीक्षण अभियंता लोक निर्माण विभाग डीएस ह्यांकी, उप जिलाधिकारी भटवाड़ी चतर सिंह चौहान, अधिशासी अभियंता पेयजल निगम मोहम्मद मोसिन,जल संस्थान बीएस डोगरा, विद्युत मनोज गुसाईं, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।