देहरादून: मौसम विभाग ने 17 जून तक के लिए अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग के अलर्ट के बाद पुलिस ने भी यात्रियों और श्रद्धालुओं से सतर्क रहने के लिए कहा है। लोगों से अपील की है कि यात्रा को कुछ समय के लिए स्थगित कर दें।
रास्ते में चट्टान खिसकने या फिर लैंडस्लाइड की घटनाएं हो सकती हैं। मौसम विभाग ने के अनुसार 14 से 17 जून के मध्य येलो अलर्ट जारी किया है। हालांकि 14 जून को भी मौसम शुष्क ही रहा।
राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि प्री-मानसून के सक्रिय होने से प्रदेश में बारिश की संभावना बन रही है। 15 जून शाम यानी आज से प्रदेश में मौसम के करवट बदलने और गर्जन के साथ बारिश होने की संभावना है।
मौसम विभाग की ओर से पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने की संभावना जताई गई है। बारिश और ओलावृष्टि होने के बाद प्रदेश के अधिकतम तापमान में कुछ कमी आने की संभावना है।
बताया कि 16 व 17 जून को नैनीताल, चम्पावत, पिथौरागढ़ व बागेश्वर जिलों में कहीं कहीं पर तीव्र बौछार पडऩे से लेकर भारी वर्षा तक होने की संभावना है। इसके बाद वर्षा में कमी आएगी। बारिश की वजह से तापमान में कमी आएगी। 18 जून के आसपास हल्द्वानी का तापमान कम होकर 34 डिग्री तक आ सकता है।
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रुड़की के जल संसाधन विकास एवं प्रबंधन विभाग में संचालित ग्रामीण कृषि मौसम सेवा परियोजना से मिली जानकारी के अनुसार 15 जून के बाद प्री-मानसून की बरसात होने की संभावना है।अगले चार दिन मौमस के लिहाज से संवदेनशील हैं।
चारधाम यात्रा व पर्यटन सीजन को लेकर उत्तराखंड पुलिस ने चिंता जाहिर करते हुए 14 से 17 जून तक मौसम विभाग का येलो अलर्ट जारी किया है। साथ ही ट्वीट में यात्रा से बचने आदि को लेकर हिदायत भी जारी की है। लोगों से अपील की है कि यात्रा को कुछ समय के लिए स्थगित कर दें। रास्ते में चट्टान खिसकने या फिर लैंडस्लाइड की घटनाएं हो सकती हैं।
मौसम विभाग ने भी पूर्व में ऐसी आशंका व्यक्त कर चुका है। राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि प्री-मानसून के सक्रिय होने से प्रदेश में बारिश की संभावना बन रही है। 15 जून शाम से प्रदेश में मौसम के करवट बदलने और गर्जन के साथ बारिश होने की संभावना है।