देहरादून : जिलाधिकारी सोनिका की अध्यक्षता मेेें ऋषिपर्णा सभागार कलेक्ट्रेट में जल एवं स्वच्छता मिशन समिति की बैठक आयोजित की गई। जिलाधिकारी ने जलजीवन मिशन के अन्तर्गत फेज-2 कार्यों की भौतिक प्रगति एवं अवशेष कार्य 31 मार्च तक पूर्ण करने तथा मुख्य विकास अधिकारी को कार्यां की प्रतिदिन मॉनिटिरिंग करने के निर्दश दिये। जिलाधिकारी ने सामुदायिक अशंदान की प्रगति बढाने हेतु जिला पंचायतीराज अधिकारी को निर्देशित किया कि रोस्टरवार बैठक करते हुए प्रगति बढाने तथा पेयजल योजनाओं के क्रियान्वयन में वन क्षेत्र से सम्बन्धित प्रकरणोें पर वन विभाग एवं जल संस्थान एवं जल निगम के अधिरियों को समन्वय से कार्य करते हुए योजनाओं को शत प्रतिशत पूर्ण करने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने विगत बैठक में दिए गये निर्देशों के परिपालन के सम्बन्ध में कृत कार्यवाही की जानकारी प्र्राप्त की गई। जानकारी देते हुए परियोजना प्रबन्धक अनुश्रवण ने जानकारी देते हुए बताया कि जनपद में हर घर जल कार्यों का सत्यापन लक्ष्य कार्य 75.49 प्रतिशत् पूर्ण कर लिया गया है, लक्ष्य 4794 के सापेक्ष 3619 की भौतिक सत्यापन रिपोर्ट प्राप्त हो गई है शेष 24.51 प्रतिशत सत्यापन कार्य प्रगति पर है, जिस पर जिलाधिकारी ने निर्देश दिए के शेष सत्यापन कार्य 15 मार्च 2023 तक पूर्ण की लिया जाए। जानकारी देते हुए बताया गया कि स्कूलों एवं आंगनबाडी केन्द्रों को शत प्रतिशत जल जीवन मिशन योजना से आच्छादित किया गया है । वित्तीय वर्ष 2022-23 में विद्यालयों एवं आंगबाडी केन्द्रों में संयुक्त टीम द्वारा 80 प्रतिशत् भौतिक सत्यापन कार्य पूर्ण कर लिया गया है, जिनमें विद्यालयों की भौतिक प्रगति लक्ष्य 1394 के सापेक्ष 1154 सत्यापन किया गया प्रगति 82.78 है, शेष 240 पर कार्य गतिमान है। इसी प्रकार आंगनबाडी केन्द्रों में भौतिक सत्यापन लक्ष्य 1123 के सापेक्ष 896 सत्यापन किया गया है, प्रगति 79.78 है शेष 227 पर कार्य गतिमान है, जिस पर जिलाधिकारी ने 15 मार्च अवशेष भौतिक सत्यापन कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिये। साथ ही बताया गया कि जलजीवन मिशन फेज-1 कार्यों को लक्ष्य 340 के सापेक्ष सभी पर कार्य पूर्ण हो गया है। जिलाधिकारी ने जल जीवन मिशन अन्तर्गत फेज-2 योजना पर अनुरक्षण खण्ड को अवशेष कार्यों को पूर्ण करने के निर्देश दिये । साथ ही निर्देश दिये कि जिन स्थानों पर विलंब हो रहा है तथा टेण्डरिंग प्रकिया बार-बार करनी पड़ रही है ऐसे स्थानों पर अधिकारी धरातल पर जाकर वस्तुस्थिति से अवगत कराये।
जिलाधिकारी ने जलजीवन मिशन के अन्तर्गत फेज-2 कार्यों की भौतिक प्रगति एवं अवशेष कार्य 31 मार्च तक पूर्ण करने तथा मुख्य विकास अधिकारी को कार्यां की प्रतिदिन मॉनिटिरिंग करने के निर्दश दिये। उन्होंने सामुदायिक अशंदान की प्रगति बढाने हेतु जिला पंचायतीराजधिकारी को निर्देशित किया कि रोस्टरवार बैठक करते हुए प्रगति बढाए इसके अतिरिक्त पेयजल योजनाओं के क्रियान्वयन में वन क्षेत्र से सम्बन्धित प्रकरणोें पर वन विभाग एवं जल संस्थान एवं जल निगम के अधिरियों को समन्वय से कार्य करते हुए योजनाओं को शत प्रतिशत पूर्ण करने के निर्देश दिए। वित्तीय प्रगति की जानकारी देते हुए बताया गया कि जल संस्थान की प्रगति 67.88 तथा पेयजल निगम की 86.07 रही कुल वित्तीय प्रगति 81.75 रही।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी झरना कमठान, प्रभागीय वनाधिकारी मसूरी, प्रभागीय वनाधिकारी चकराता कल्याणी, जिला विकास अधिकारी सुशील मोहन डोभाल, अधीक्षण अभियन्ता नमित रमोला, परियोजना प्रबन्धक अनुश्रवण प्रबोद कुमार वर्मा, अधि अभि रविन्द्र बिष्ट, अधि0अभि0 जल निगम संदीप कश्यप, सहायक अभियन्ता पेयजल निगम कंचन रावत, आर.के चौहान सहित सम्बन्धित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।