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कोटद्वार । विगत 31 अगस्त को लेखपाल सुखरौ आशीष चंद कैमनी ने कोतवाली कोटद्वार पर प्रथम सूचना रिर्पोट दर्ज करायी थी कि दिनांक 19 जुलाई को प्रवीण कुमार एवं दीपक पुत्रगण मंगल, निवासी ग्राम-मानपुर, पट्टी सुखरो, तहसील कोटद्वार ने स्थायी निवास प्रमाण पत्र बनाये जाने हेतु आवेदन किया गया था, जिस पर 20 जुलाई को उपरोक्त स्थायी निवास प्रमाण पत्र जारी किए गए। जांच के दौरान पता चला कि आवेदकों ने खतौनी ग्राम मानपुर एवं विद्युत बिलों में छेडछाड़ एवं कूटरचना कर जन सेवा केन्द्र में अपलोड किए गए। सरकारी दस्तावेजों में कूटरचना एवं छेड़छाड़ किए जाने पर वादी उपरोक्त की प्रथम सूचना रिर्पोट के आधार पर कोतवाली कोटद्वार में विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर विवेचना उपनिरीक्षक मेहराजुदीन के सुपुर्द की गयी ।
दौराने विवेचना खाता खतौनी, विद्युत बिलों में दोनों अभियुक्तों ने अपने पिता का नाम अंकित कर, कूटरचना कर जन सेवा केन्द्र में आवेदन कर तहसील कोटद्वार से स्थायी निवास प्रमाण पत्र बनवा कर अग्निवीर भर्ती में प्रयोग करना पाया गया। दोनों अभियुक्त फरार चल रहे थे। चूँकि प्रकरण सरकारी दस्तावेजों में छेड़-छाड़ से सम्बन्धित होने के कारण अभियुक्तों की गिरफ्तारी पुलिस के लिये चुनौती बनी थी। जिस पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पौड़ी श्वेता चौबे ने प्रकरण की गम्भीरता एवं संवेदनशीलता के दृष्टिगत फरार अभियुक्तों पर पांच-पांच हजार रुपए का ईनाम घोषित कर एक पुलिस टीम गठित करते हुये अभियुक्त प्रवीण कुमार एवं दीपक कुमार की शीघ्र गिरफ्तारी करने हेतु निर्देशित किया गया । गठित पुलिस टीम ने दोनों अभियुक्तों के निवास मानपुर कोटद्वार, अभियुक्तों के मूल पता ग्राम-चंदायन, थाना-बिनौली जिला बागपत (उ0प्र0) एवं सम्भावित स्थानों पर कई बार दबिशें दी गयी परन्तु अभियुक्तगण लगातार फरार चल रहे थे। पुलिस टीम ने अथक प्रयास एवं ठोस पतारसी सुरागरसी कर सर्विलान्स की मदद से शुक्रवार को प्रवीण कुमार एवं दीपक कुमार को सिम्बलचौड़ कोटद्वार के पास से गिरफ्तार किया गया। साक्ष्यों के आधार पर अभियोग उपरोक्त में धारा-465 की बढ़ोतरी कर अभियुक्तों को माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया जा रहा है।