ये IAS हैं बेहद खास, जहां रहे, वहां छोड़ी अपनी छाप, ये हैं उनकी बड़ी उपलब्धियां

by intelliberindia
देहरादून : IAS डॉ. आशीष चौहान की देश के तेज तर्रार अधिकारियों में गिनती होती हैं । डॉ. आशीष चौहान का सरल स्वभाव उन्हें आमजन से जोड़ता हैं । आईएएस डॉ. आशीष चौहान अपने कुशल व्यवहार एवं बेहतरीन कार्यशैली के चलते आमजन में काफी लोकप्रिय हैं । आईएएस डॉ. आशीष चौहान एक रचनात्मक और अभिनव प्रयोग करने वाले प्रशासक के रूप में जाने जाते हैं।  आईएएस डॉ. आशीष चौहान का जन्म राजस्थान के जोधपुर में हुआ है तथा उनकी शिक्षा दीक्षा भी जोधपुर में हुई है। उनके परिवार में माता-पिता, पत्नी व पुत्र है। 
जनपद पौड़ी गढ़वाल के विकास को लेकर आईएएस डॉ. आशीष चौहान का जिलाधिकारी गढ़वाल का कार्यकाल बहुत ही खास रहा है। जिले में चुनौतियों के समाधान के साथ ही हुए विकास कार्यों ने पौड़ी गढ़वाल के विकास को डीएम डॉ. आशीष चौहान के नेतृत्व में विकास को गति प्रदान की है।  जिलाधिकारी पौड़ी गढ़वाल के दायित्व को निर्वहन करते हुए  IAS डॉ. आशीष चौहान ने किसानों एवं काश्तकारों की आजीविका सुधार, माउण्टेन म्यूजियम (Mountain Museum) एवं तारामण्डल, बेडू प्रसंस्करण प्रोजेक्ट, ऋषिकेश-देवप्रयाग तक गंगा पैदल पथ यात्रा / पौराणिक चारधाम पैदल यात्रा, हैरिटेज भवन, बर्ड फेस्टिवल, द बीटल एण्ड द गंगा फेस्टिवल, हेरिटेज भवन, गंगा संस्कृति केन्द्र का निर्माण, त्रिशूल पार्क से लेकर कई अन्य उपलब्धियां भी जनपद को दी हैं।
आईएएस डॉ. आशीष चौहान का स्थानान्तरण 31 अक्टूबर 2022 को जनपद पिथौरागढ़ से जनपद पौडी गढ़वाल हुआ। जनपद में जिलाधिकारी गढ़वाल के पदभार को ग्रहण करने के उपरान्त सर्वप्रथम उनके द्वारा जनपद के अन्तर्गत मूलभूत समस्याओं को चिन्हित करते हुए उनके समाधान हेतु कार्ययोजना तैयार की गयी।  जनपद गढ़वाल की विषम भौगोलिक परिस्थितियों के कारण यहाँ पर कार्य करना चुनौतीपूर्ण था, क्योंकि यहाँ का अधिकांश क्षेत्र पहाडी है। जनपद पौड़ी के अन्तर्गत पेयजल आपूर्ति, विद्युत  आपूर्ति तथा सडक से सम्बन्धित समस्याऐं सामने आयी। उक्त समस्याओं के निस्तारण हेतु निरन्तर सम्बन्धित विभागों के साथ कार्ययोजना तैयार कर समीक्षा व अनुश्रवण करते हुए समस्याओं के निराकरण हेतु सम्बन्धित विभागों को निर्देश दिये गये। केन्द्र सरकार व राज्य सरकार की सभी योजनाओं को जन सामान्य तक पहुॅचाये जाने हेतु लगातार प्रयास किया गया तथा इसका समय-समय पर अनुश्रवण किया गया। राज्य सरकार व केन्द्र सरकार के द्वारा चलायी जा रही योजनाओं का लाभ जनपद पौड़ी गढ़वाल के प्रत्येक व्यक्ति तक पहुॅचाने के लिए निरन्तर प्रयास किया गया। जनपद के अन्तर्गत पर्यटन को बढावा दिये जाने हेतु विभिन्न निर्माण कार्य प्रारम्भ करवाये गये जिसमें गंगा संस्कृति केन्द्र, गंगा पद यात्रा मार्ग, ट्राईडेन्ट पार्क, एगलिंग फिश फेस्टिवल, माउण्टेन म्यूजियम एवं प्लैनटेरीयम म्यूजियम, बीटल्स एण्ड गंगा फेस्टिवल आदि कार्य प्रारम्भ करवाये गये। जनपद पौड़ी के विकास के लिए आईएएस डॉ. आशीष चौहान द्वारा निरन्तर प्रयास किया गया।  

जिलाधिकारी गढ़वाल के रूप में आईएएस डॉ. आशीष चौहान द्वारा किये गये यें महत्वपूर्ण कार्य 

गंगा संस्कृति केन्द्र

जनपद गढ़वाल के अन्तर्गत श्रीनगर क्षेत्र जो कि अलकनन्दा नदी के किनारे बद्रीनाथ व केदारनाथ मुख्य मोटर मार्ग पर अवस्थित है तथा यहाँ पर वर्ष भर स्थानीय एवं देश-विदेश से श्रृद्धालुओं का बद्रीनाथ व केदारनाथ के दर्शन हेतु आवागमन बना रहता है। उक्त क्षेत्र में पर्यटन को बढावा दिये जाने एवं श्रृद्धालुओं/पर्यटकों को आकर्षित किये जाने हेतु गंगा संस्कृति केन्द्र का निर्माण किया जाना प्रस्तावित है। जिस हेतु जनपद पौड़ी गढ़वाल के विकासखण्ड़ खिर्सू के स्थान श्रीनगर में रूपये 439.02 लाख की धनराशि से गंगा संस्कृति का निर्माण किया जा रहा है, जिसका निर्माण कार्य प्रगति पर है। 

गंगा पद यात्रा मार्ग

जनपद पौड़ी गढ़वाल के अन्तर्गत लक्ष्मणझूला, गरूड़चट्टी, फूल चट्टी, मोहन चट्टी, बिजनी, नौठखाल (न्योडखाल), बंदर चट्टी, महादेव चट्टी, सिमालू (सेमल), नांदगांव, व्यासचट्टी (व्यास घाट), उमरासू, सौड़ व रामकुंड से देवप्रयाग तक के पैदल मार्ग को पूर्व में चारधाम यात्रा के लिए प्रयोग में लाया जाता था। पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा दिये जाने हेतु तथा उक्त पौराणिक मार्ग के मूल स्वरूप को फिर से जीवित करने हेतु गंगा पद यात्रा मार्ग के रूप में विकसित किया जाना है। 
गंगा पद यात्रा मार्ग को विकसित किये जाने हेतु लोक निर्माण विभाग, प्रांतीय खंड लैन्सडौन द्वारा गंगा पदयात्रा मार्ग के अन्तर्गत चारधाम पौराणिक हरिद्वार-बद्रीनाथ पैदल मार्ग के विभिन्न स्थानों पर रैलिंग लगाने के कार्य हेतु रूपये 48.03 लाख का आंगणन प्रस्तुत किया गया तथा कार्यदायी संस्था लोक निर्माण विभाग, प्रांतीय खंड लैन्सडौन द्वारा उक्त मार्ग का सुधारीकरण का कार्य पूर्ण किया जा चुका है। 

ट्राईडेन्ट पार्क

जनपद पौड़ी गढ़वाल के अन्तर्गत रूपये 148.53 लाख की लागत से ट्राईडेन्ट पार्क का निर्माण किया जा रहा है। जिसमें भूतल पर 08 हल्के चार पहिया वाहन पार्क किये जा सकते हैं। जिससे आने वाले पर्यटकों को वाहन पार्किंग की सुविधा प्रदान हो सकती है एवं हिमालय पर्वत का मनमोहक दृश्य का अवलोकन किया जा सकता है। जिसमें 63 फीट ऊंचे त्रिशूल को स्थापित किया गया है तथा निर्माण कार्य अंतिम चरणों में है।

हैरिटेज भवन

मुख्यमंत्री जी की घोषाणा पुराने कलेक्ट्रेट भवन को हैरिटेज भवन के रूप में संरक्षित किया जायेगा के अन्तर्गत जनपद गढ़वाल में स्थित पुराने कलेक्ट्रेट भवन के जीर्णोद्वार एवं लैण्डस्केपिंग कार्य जिला योजना के अन्तर्गत किया जा रहा है। जिसका जिसका लगभग 60 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है। 

एगलिंग फिश फेस्टिवल

जनपद पौड़ी गढ़वाल के सतपुली तहसील के अन्तर्गत नयार नदी महासीर मछली के प्रजनन एवं विकास का एक महत्वपूर्ण स्थल है। गोल्डन महासीर की स्थानीय संस्कृति एवं परम्परिक महत्ता के दृष्टिगत इस के संरक्षण हेतु वर्ष 2001 में इसे राजकीय मछली घोषित किया गया। नयार नदी में गोल्डन मछली हेतु अवरोध रहित जल प्रवाह, उपयुक्त जल तापमान, पानी की गुणवत्ता और प्रजनन के लिए आवश्यक परिस्थतियॉं विद्यमान हैं। रिस्पॉसिबल एंगलिंग टूरिज्म को प्रोत्साहित करने व जनपद पौड़ी के ग्राम बागी, व्यास घाट को राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर में पहचान दिलाये जाने हेतु दिनांक 24 अक्टूबर 24 से दिनांक 26 अक्टूबर 24 को तीन दिवसीय एंगलिंग फिश फेस्टिवल का आयोजन किया गया है। 

पौड़ी मुख्यालय में 100 फीट ऊँचे राष्ट्रीय ध्वज एवं सीडीएस स्व. बिपिन रावत जी की मूर्ति स्थानापना व पार्क निर्माण

जनपद पौड़ी गढ़वाल के पयर्टन को बढावा दिये जाने हेतु अन्तर्गत रूपये 75.61 लाख की लागत से विधानसभा पौड़ी के विकासखण्ड पौड़ी के अन्तर्गत पौड़ी में 100 फीट ऊँचे राष्ट्रीय ध्वज एवं स्व0 सी0डी0एस0 बिपिन रावत जी की मूर्ति स्थानापना व पार्क निर्माण किया गया है। 

श्रीनगर में 100 फीट ऊँचे राष्ट्रीय ध्वज एवं पार्क निर्माण व श्रीनगर में नाव/मोटर वोट संचालन

जनपद पौड़ी गढ़वाल के श्रीनगर क्षेत्रान्तर्गत चारधाम यात्रा व पर्यटन को बढावा दिये जाने हेतु रूपये 34.85 लाख की धनराशि से विकासखण्ड खिर्सू के अन्तर्गत स्थान गंगा दर्शन में 100 फीट ऊँचे राष्ट्रीय ध्वज एवं पार्क निर्माण किया गया है साथ ही श्रीनगर क्षेत्रान्तर्गत पर्यटकों को आकर्षित किये जाने हेतु चारधाम यात्रा मार्ग पर ग्राम कलियासौड़ के पास अलकनंदा नदी में नाव/मोटर वोट का संचालन किया जा रहा है

माउण्टेन म्यूजियम एवं प्लैनटेरीयम म्यूजियम

जनपद पौड़ी गढ़वाल के मुख्यालय में हिमालय की चोटियों की लम्बी श्रृंखला का सुन्दरतम दृश्य दिखाई देता है। पर्यटकों/जन सामान्य/विद्यार्थियों को आकृषित करने व हिमालय की चोटियों व तारामण्डल की जानकारी दिये जाने हेतु रूपये 1873.04 लाख  की लागत से माउण्टेन म्यूजियम व प्लैनटेरीयम म्यूजियम बनाये जाने हेतु पौडी में रासी स्टेडियम के समीप भूमि का चयन कर डिजिटल सर्वे की कार्यवाही पूर्ण कर दी गयी है प्रस्ताव/आंगणन तैयार कर भूमि का चयन किया जा चुका है। 

बर्ड फेस्टिवल

जनसामान्य/पर्यटकों को पशु-पक्षियों के प्रति जागरूक व आकर्षित करने तथा उनके सम्बन्ध में महत्वपूर्ण जानकारी उपलब्ध कराये जाने हेतु फरवरी-2023 में दिनांक 03 से 05 फरवरी के मध्य जनपद पौड़ी गढ़वाल के तहसील कोटद्वार में बर्ड फेस्टिवल का आयोजित किया गया। 

बीटल्स एण्ड गंगा फेस्टिवल

विश्वप्रसिद्ध लोकप्रिय अंग्रेजी रॉक बैण्ड द बीटल्स वर्ष 1968 में लक्ष्मणझूला, स्वर्गाश्रम जौंक स्थित महर्षि महेश योगी के आश्रम में आये थे, जो कि बीटल्स आश्रम/ चौरासी कुटिया के नाम से विश्व प्रसिद्ध है। लक्ष्मणझूला स्वर्गाश्रम जौंक स्थित चौरासी कुटिया क्षेत्र को राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर योग, आध्यात्म तथा संगीत (पाश्चात्य एवं हिन्दुस्तानी) के प्रमुख केन्द्र के रूप में विकसित किये जाने हेतु जनपद पौड़ी गढ़वाल तहसील यमकेश्वर क्षेत्रान्तर्गत स्थान लक्ष्मणझूला में दिनांक 27 अक्टूबर 2023 से दिनांक 29 अक्टूबर 2023 तक बीटल्स एण्ड गंगा फेस्टिवल के आयोजन किया गया। 

गौशाला

जनपद के अन्तर्गत निराश्रित गौवंशों के शरणार्थ हेतु गौशाला का निर्माण करवाया जा रहा है, जिस हेतु जनपद गढ़वाल के अन्तर्गत पौड़ी में नगर पालिका के अन्तर्गत ग्राम सिलेथ में रूपये 103.94 लाख की लागत से 125 गौवंश क्षमता की गौशाला, नगर निगम श्रीनगर के अन्तर्गत बछेतु लगा उफल्डा में रूपये 321.00 लाख की लागत से 500 गौवंश क्षमता की गौशाला, नगर पंचायत सतपुली के अन्तर्गत ग्राम ओडल बडा में रूपये 76.08 लाख की लागत से 80 गौवंश क्षमता की गौशाला का निर्माण कार्य करवाया जा रहा है। नगर निगम कोटद्वार के अन्तर्गत काशीरामपुर में रूपये 74.79 लाख की लागत से 220 गौवंश क्षमता की गौशाला का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है।  

ग्राम देवलगढ में राज राजेश्वरी मंदिर के समीप सड़क से गुफा तक जाने हेतु पहुंच मार्ग एवं सौन्दर्यीकरण कार्य

जनपद पौड़ी गढ़वाल के विकासखण्ड खिर्सू के अन्तर्गत श्रीनगर से 20 किलोमीटर एवं खिर्सू से 16 किलोमीटर की दूरी पर ग्राम देवलगढ़ स्थित है। सन् 1512 ई0 में राजा अजेयपाल द्वारा चांदपुरीगढ़ी से राजधानी परिवर्तन कर देवलगढ़ को राजधानी बनाया। यहाँ प्रतिवर्ष लगभग 10 हजार पर्यटक/श्रद्धालु देवलगढ़ में राजराजेश्वरी मंदिर एवं गौरा देवी मंदिर में दर्शनार्थ आते हैं। ग्राम देवलगढ़ में राज राजेश्वरी मंदिर के समीप सड़क से गुफा तक जाने हेतु पहुॅच मार्ग एवं सौन्दर्यीकरण किये जाने हेतु रूपये 28.89 लाख की धनराशि से सौन्दर्यीकरण किया गया। 

बेडू़ के प्रसंस्करण की इकाई की स्थापना

पहाड़ों में प्रचुर मात्रा में पाये जाने वाले बेडू़ को ग्रामीणों की आजिविका एवं रोजगार संवर्द्धन हेतु पौड़ी में बेडू़ के प्रसंस्करण की इकाई स्थापित की गई है। इसमें बेडू के विभिन्न उत्पादों यथा-जैम, चटनी एवं अन्य खाद्य्य पदार्थों के उत्पादों को स्वयं सहायता समूह के सदस्यों द्वारा तैयार किया जाता है। विगत वर्ष जनपद में समूहों द्वारा 22.50 कुं. बेडू़ का संग्रहण करते हुए उत्पाद तैयार किये गये जिससे समूह द्वारा कुल रू0 3.00 लाख का व्यवसाय किया गया।
जनपद पौड़ी में स्थानीय स्तर पर पाये जाने वाले बेडू के प्रसंस्कण तथा उसे बाजार उपलब्ध करा कर किसानों की अतिरिक्त आय के साध के रूप में विकसित करने हेतु पहाड़ी अंजी (बेडू) के उत्पादों की प्रसंस्करण इकाई की स्थापना की गयी व एन.आर.एल.एम. अन्तर्गत गठित था रीप परियोजना द्वारा अंगीकृत अंग स्वायत्त सहकारिता, पौड़ी द्वारा उद्यान विभाग व रीप परियोजना के तकनीकी मार्गदर्शन में किया जा रहा है, जिसके तहत वर्ष 2023 में उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्कण विभाग के प्रसंस्करण केन्द्र पौड़ी में फैडरेशन की महिलाओं को बेडू प्रसंस्करण पर 05 दिवसीय प्रशिक्षण उपलब्ध कराया गया। जिसके पश्चात फैडरेशन द्वारा जनपद के किसानों से बेडू का क्रय कर उससे विभिन्न प्रसंस्कृत उत्पाद तैयार कर उनका हिलांस ब्रांड के माध्यम से विपणन किया गया।
प्रथम चरण में फैडरेशन द्वारा किसानों से 500 किलो बेडू का क्रय का 750 बॉटल बेडू जैम व 750 बॉटल बेडू चटली तैयार की गयी तथा किसानो से 35 रूपये प्रति किलोग्राम की दर से बेडू क्रय किया गया। बेडू से अन्य उत्पाद तैयार करने हेतु इस वर्ष 02 नये उत्पाद बेडू मिठाई व बेडू वॉइन विकसित किये गये। इस वर्ष फैडरेशन द्वारा 112750 रू. का व्यवसाय किया गया। बेडू के विशिष्ट औषधीय गुणों तथा इससे ग्रामीण समुदाय को होने वाले लाभों तथा इस राष्ट्रीय व अर्न्तराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाये जाने के लिए बेडू की जी.आई. पंजीकरण किया जा रहा है।

चीड़ के बीजों से तेल एवं अन्य खाद्य् पदार्थों तथा मैडिसनल

पहाड़ों में बहुतायत पाये जाने वाले चीड़ बीज को ग्रामीणों की आजिविका एवं रोजगार संवर्द्धन हेतु जनपद में चीड़ के बीजों से तेल एवं अन्य खाद्य्य पदार्थों तथा मैडिसनल उत्पादों हेतु प्रसंस्कृत करने हेतु पौड़ी में नवाचार के रूप एस0एच0जी0 के माध्यम से  प्रसंस्करण इकाई स्थापित कराई जा रही है। 

वन्दे मातरम पार्क

नगर निगम श्रीनगर क्षेत्रार्न्गत गंगादर्शन मोड पर वन्दे मातरम पार्क का निर्माण अनुमानित लागत रु0 20.00 लाख की लागत से करवाया गया। 

गांधी पार्क का निर्माण

जनपद पौड़ी गढवाल में प्रस्तावित हैरिटेज भवन के पीछे रु0 43.00 लाख की लागत से गांधी पार्क का निर्माण करवाया जा रहा है। साथ ही मुख्यालय में लगभग रू. 9.40 लाख धनराशि की लागत से 02 पार्को का सौन्दर्यीकरण/मरम्मत कार्य करवाया गया। 

शौर्य स्तम्भ

शौर्य स्तम्भ जनपद पौड़ी में कलेक्ट्रेट के सामने तथा हेरिटेज भवन के समीप रु0 160.00 लाख की लागत से विजय स्तम्भ का निर्माण किया जा रहा है।

तहसील सतपुली में बांघाट लौह सेतु का निर्माण

जनपद पौड़ी गढ़वाल के विधानसभा क्षेत्र पौड़ी के विकासखण्ड कल्जीखाल में एच0एस0 32 के मरचूला-सरईखेत-पोखडा-सतपुली-पौड़ी मोटरमार्ग के किलोमीटर 95 में बांघाट स्थित लौह सेतु की क्षतिग्रस्त आर0सी0सी0-स्लैब के स्थान पर रु0 209.29 लाख की लागत से स्टीलडैक प्लेट द्वारा सुदृढीकरण का कार्य किया गया है। 

पी.एम. सूर्य घर योजना/सोलर पॉवर प्लांट

मुख्यमंत्री सौर स्वरोजगार योजना के अन्तर्गत दोनों फेज मे जनपद में अब तक कुल 35 प्लांट तथा 200 मेगावाट क्षमता के 76 सोलर पॉवर प्लांट स्थापित किये गये है।  पीएम सूर्य घर योजना के अन्तर्गत 170 लाभार्थियों के रूफ टॉप सौलर पॉवर प्लॉट लगा दिये गये हैं, तथा वर्तमान में 200 लाभार्थियों के द्वारा लगाये जा रहे हैं। 

हाई मास्क लाईट

जनपद मुख्यालय पौड़ी में 05 स्थानों सर्किट हाउस, एंजेंसी चौक, पुस्तकालय, ई.टी.सी. एवं प्रेमनगर में  रू. 63.20 लाख की लागत से हाई मास्क लाईट स्थापित की गई हैं। 

विदेशी भाषा का प्रशिक्षण

जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के माध्यम से जनपद में ’’राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 में प्रस्तावित विदेशी भाषा (चीनी) का समावेशीकरण योजना के अन्तर्गत जनपद में माध्यमिक विद्यालय के बच्चों के लिए एक नवाचारी कार्यक्रम के तहत 11 पीएमश्री इण्टरमीडिएट कॉलेजों में 373 छात्र-छात्राओं को चीनी भाषा का प्रशिक्षण प्रदान करते हुए उन्हें चीनी भाषा में प्रशिक्षित किया गया। 

धारी देवी मंदिर रोड़

नगर नगम, श्रीनगर क्षेत्रान्तर्गत धारी देवी मंदिर तक पहुंच मार्ग जो कि जीर्ण-शीर्ण अवस्था में था राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित ढामक ग्राम से धारी देवी मंदिर तक लगभग 1 किलोमीटर  मार्ग को रू. 129.90 लाख की धनराशि से दुरूस्त कर इण्टरलांकिंग टॉईलस लगवाकर मार्ग को आवागमन हेतु सुगम बनवाया गया। 

काव्या ऐप

उच्च जोखित गर्भवती महिला को जनपद के किसी भी चिकित्सालय मे ंससमय उचित उपचार मिल सके इस हेतु जनपद में वर्ष 2023 में काव्या ऐप का संचालन किया गया।  काव्या ऐप में वर्ष 2023 में 179 हाई रिस्क गर्भवती महिलाओं का सुरक्षित प्रसव किया गया। वहीं वर्ष 2024 में 234 और वर्ष 2025 माह मई तक 35 सुरक्षित प्रसव हो चुके है। जबकि 63 गर्भवती महिलायें निगरानी में है और उनके सुरक्षित प्रसव की योजना तैयार की गयी है। 

क्यू मैनेजमेंट सिस्टम

महिलाओं को अनावश्यक रूप से लाईन में खड़े होकर अपने नम्बर का इंतजार न करना पड़े इस हेतु संयुक्त चिकित्सालय, श्रीनगर में क्यू मैनेजमेंट सिस्टम लागू किया गया। 

सेफ सफर

जनपद में शादियों में किराये पर लिये जाने वाले व्यवसायिक वाहनों की निगरानी और पंजीकरण  के लिए समर्पि डिजिटल पोर्टल सेफ सफर की शुरूआत जून-2023 में की गयी। वर्ष 2023 में 280 बसों व 33 टैक्सी-मैक्सी, वर्ष 2024 में 525 बसों और 103 टैक्सी-मेक्सी और वर्ष 2025 में मई तक 164 बसों और 61 टैक्सी-मेक्सी वाहन स्वामियों द्वारा पंजीकरण कराया गया। 
  • जनपद के विकासखण्ड कोट  में मातृ शक्ति फेडरेशन द्वारा उद्यान विभाग, ग्रामोत्थान परियोजना एव एन.आर.एल.एम के सहयोग से पॉली हाउस में लिलियम पुष्प उत्पादन का कार्य किया जा जा रहा है। इस प्रोजेक्ट के तहत किसानों द्वारा 7,15,540 हजार लिलियम के फूल तैयार कर कंपनी को विक्रय किये गये
  • विकासखण्ड थलीसैंण में आलू बीज  उत्पादन परियोजना के तहत ग्रामोत्थान एवं एन.आर.एल. और बागवानी विभाग के सहयोग से ग्राम जल्लू में इस परियोजना की शुरूआत की गयी, जिसमें सी0एल.एफ0 ने 20,32,500 का व्यवसाय एवं रू. 7,47,500 का शुद्ध लाभ प्राप्त किया गया।
  • बेडू और फ्रूट प्रोसेसिंग यूनिट की स्थापना कर उंमग सी.एल.एफ द्वारा पौड़ी में बेडू जैम और बेडू चटनी जैसे उत्पाद तैयार किये जा रहे हैं।  जिसमें संस्था द्वारा 2,55,201 का शुद्ध लाभ प्राप्त किया गया।
  • इसके अतिरिक्त लोगों को स्वरोजगार हेतु  प्रोत्साहित करते हुए वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली योजना के अन्तर्गत  65 लाभार्थियों हेतु वाहन हेतु ऋण एवं  दीन दयाल होम स्टे योजना के अन्तर्गत 38 लाभार्थियो को ऋण स्वीकृत किया गया। 
  • मुख्य मंत्री सौर स्वरोजगार योजना के अन्तर्गत 112 लाभार्थियों को 15915 किलोवाट क्षमता के संयत्र स्वीकृत/आवंटन किये गये। जिनमें से 29 लाभार्थियों द्वारा 3535 किलोवाट क्षमता के संयत्र स्थापित किये गये। प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के अन्तर्गत 230 लाभार्थियों को 2025.4 लाख की धनराशि स्वीकृत की गयी। मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के अन्तर्गत 2458 लाभार्थियों को 11935.16 लाख की धनराशि स्वीकृत की गयी। 

चारधाम यात्रा पर आये यात्रियों की सुविधा के लिए कार्य

चारधाम यात्रा हेतु यात्रियों की सुविधाओं के लिए यात्रामार्ग में शौचालयों की व्यवस्था करवायी गयी है साथ ही यात्रामार्ग को सुविधाजनक बनाये जाने हेतु सडक का डामरीकरण आदि कार्य करवाया गया है साथ ही यात्रियों के ठहरने हेतु यात्रामार्ग में होटलों आदि में साफ-सफाई व साफ भोजन इत्यादि दिये जाने हेतु समय-समय पर होटलों आदि के निरीक्षण किये जाने के निर्देश सम्बन्धित विभाग को दिये गये हैं। यात्रामार्ग में यात्रियों के वाहनों की पार्किंग हेतु अस्थायी पार्किंग की व्यवस्था की गयी है। यात्रामार्ग में आपदा के दृष्टिगत ऐतिहात के तौर पर एम्बुलेंस आदि की तैनाती सुनिश्चित की गयी है।  

आईएएस डॉ. आशीष चौहान ने इन दायित्वों का किया निर्वहन

पौड़ी जिले में से पहले मेरे द्वारा संयुक्त मजिस्ट्रेट नैनीताल, मुख्य विकास अधिकारी पिथौरागढ़, अपर सचिव/मुख्य कार्याधिकारी, नागरिक उड्डयन, महानिदेशक संस्कृति, महानिदेशक जी.एम.वी.एन., जिलाधिकारी, उत्तरकाशी, जिलाधिकारी, पिथौरागढ़ के पद पर सेवा दी गयी। जनपद पौड़ी का क्षेत्र काफी फैला हुआ है इसके अन्तर्गत 15 ब्लॉक, 12 तहसील व 01 उप तहसील है तथा यहाँ पर काफी कंडोलिया, क्यूंकालेश्वर, नागदेव, बिनसर महादेव, नीलकंठ महादेव, धारी देवी, आदि प्राचीन मंदिर अवस्थित हैं। यहाँ पर कार्य करते हुए मुझे जनपद पौड़ी की भौगोलिक परिस्थितियों को समझने व यहाँ पर निवास कर रहे लोगों के जीवनशैली को समझने का मौका मिला है। जनपद पौड़ी के अन्तर्गत ट्रेकिंग/राफिटिंग एवं ऐग्लिग फिशिंग/बोटिंग के विकल्प मौजूद हैं। जनपद पौड़ी की विषम भौगोलिक परिस्थितियां है तथा अधिकांश क्षेत्र जनपद मुख्यालय से दूरस्थ तथा पहाडी क्षेत्र होने पर यहाँ पर कार्य करने हेतु काफी चुनौतियों का सामाना करना पड़ता है। 

युवा पीढ़ी को आईएएस डॉ. आशीष चौहान का संदेश

 नई पीढ़ी के युवाओं को आईएएस डॉ. आशीष चौहान का विशेषकर संदेश है कि आप भविष्य की वो किरण हो जो अपने गांव, अपने पहाड और पूरे देश को नई ऊॅंचाइयों तक ले जा सकते हो। आपके अंदर वो ताकत है जो न केवल खुद का भविष्य बदल सकती है, बल्कि अपने समाज, अपने इलाके और अपने देश की दिशा भी तय कर सकती है। पहाड के युवाओं की विशेषताएं हैं कि वे महनती, सच्चे और संघर्षशील होते हैं। ये गुण किसी भी सफलता की बुनियाद हैं। आज जरूरत है कि आप इन खुबियों को पहचानें और अपने ज्ञान, हुनर और आत्मबल से पहाड की नई तस्वीर बनायें। आप से ही उम्मीद है, आप से ही परिवर्तन है। अपने सपनों को ऊंची उडान दीजिए, लेकिन जड़ें हमेशा अपने पहाड़ में बनाए रखिए। आपके छोटे-छोटे कदम, बडे बदलाव ला सकते हैं। उत्तराखण्ड एक प्राकृतिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक रूप से समृद्ध राज्य है, लेकिन इसकी पूरी क्षमता का विकास अभी भी बाकी है। राज्य के स्थायी विकास के लिए युवाओं, नागरिकों को मिलकर प्रयास करने होंगे। जिस हेतु हमें पर्यावरण संरक्षण, शिक्षा और कौशल विकास, आधारभूत सुविधाओं का विस्तार, पर्यटन का संतुलित विकास, लोकल को वोकल बनाने तथा पलायन को रोकने की दिशा में कार्य करने होंगे। 
 
 
 
 

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