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चमोली : 28 फरवरी को माणा पास के समीप आए एवलांच में बीआरओ के 54 मजदूर चपेट में आ गए थे। 50 मजदूरों को शनिवार की शाम तक रेस्क्यू किया जा चुका था। जिसमें से 27 मजदूरों को ज्योर्तिमठ लाया गया था। जबकि 4 मजदूर अभी भी मिसिंग बताए जा रहे हैं। जिनकी खोजबीन में आर्मी, आईटीबीपी, एनडीआरएफ तथा एसडीआरएफ की टीमें जद्दोजहद से लगी हुई हैं। सर्च अभियान के दूसरे दिन 23 मजदूरों को ज्योर्तिमठ लाया गया है जिसमें से 20 घायल और 03 की मृत्यु हो चुकी है। इस तरह अभी तक रेस्क्यू किए गए 50 मजदूरों में से 04 की मृत्यु हो चुकी है वहीं गम्भीर रूप से घायल को 01 मजदूर को इलाज के लिए एम्स ऋषिकेश भेजा गया है। बाकी घायलों का मिलिट्री हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है।
जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने बताया कि इस रेस्क्यू अभियान में सेना के 07 और 01 निजी हैली की मदद से घायलों को ज्योर्तिमठ लाया गया है। लापता श्रमिकों में हरमेश चन्द हिमाचल प्रदेश, अशोक उत्तर प्रदेश, अनिल कुमार व अरविन्द उत्तराखण्ड के रहने वाले हैं। जिलाधिकारी ने बताया कि देर रात डॉक्टरों ने चार मजदूरों को मृत्यु की पुष्टि की है। मृतकों में हिमाचल के जितेंद्र सिंह व मोहीन्द्र पाल, उत्तर प्रदेश के मंजीत यादव, तथा उत्तराखण्ड के अलोक यादव शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि 55 में से 50 मजदूरों का रेस्क्यू किया गया है और चार अभी भी मिसिंग हैं। वहीं एक मजदूर अपने घर चला गया था। एनडीआरएफ की टीम थर्मल एमेजिंग कैमरा व स्नीपर डॉग की मदद से खोजबीन कर रही है। उन्होंने बताया कि ग्राउंड पेनेट्रेटिंग रडार पहुँचने वाले है जिनसे सतह के नीचे की छवियो को देखा जा सकता है इससे सर्च अभियान में काफी मदद मिलेगी। इस दौरान पुलिस अधीक्षक सर्वेश पंवार, एसडीएम चन्द्रशेखर वशिष्ठ व एसीएमओ एमएस खाती मौजूद रहे।