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टिहरी : कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज द्वारा आज धनराशि लागत रूपये 1289.82 लाख की कुल 12 योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास कर जनपद को विकास की सौगात दी गई। इसके साथ ही टिहरी बांध विस्थापित 100 पात्र परिवारों को कुल धनराशि 29 करोड़ 55 लाख 33 हजार 737 रूपये के चैक वितरित तथा रौलाकोट के 113 पात्र परिवारों को कृषि एवं आवासीय भूखण्डों के आंवटन पत्र वितरित किये गये। प्रदेश के लोक निर्माण विभाग, पर्यटन, सिंचाई, लघु सिंचाई, संस्कृति, ग्रामीण निर्माण, पंचायतीराज, जलागम प्रबन्धन, बाढ नियंत्रण एवं भारत-नेपाल उत्तराखण्ड नदी परियोजनाएं मंत्री सतपाल महाराज द्वारा जिला मुख्यालय में भाजपा पदाधिकरियों/कार्यकताओं के साथ बैठक तथा बहुउद्देशीय भवन, निकट विकास भवन, नई टिहरी में गार्ड ऑफ ऑनर की सलामी ली गई।
इस मौके पर कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज द्वारा लोक निर्माण विभाग, पंचायती राज एवं लघु सिंचाई विभाग की लागत धनराशि रूपये 1289.82 लाख की कुल 12 योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया गया। इसमें धनराशि लागत रूपये 737.70 लाख के लोकार्पण लोक निर्माण विभाग एवं लघु सिंचाई की तथा धनराशि लागत रूपये 552.12 लाख के शिलान्यास पंचायती राज विभाग एवं लोक निर्माण विभाग की शामिल हैं। कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज द्वारा आज बहुउद्देशीय भवन, नई टिहरी में आयोजित टिहरी बांध विस्थापितों को मुआवजे के चैक वितरण कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में प्रतिभाग कर ग्राम नन्दगांव, खाण्ड(धारमण्डल) तथा गडोली के 100 पात्र परिवारों को कुल धनराशि 29 करोड़ 55 लाख 33 हजार 737 रूपये के चैक वितरित तथा रौलाकोट के 113 पात्र परिवारों को कृषि एवं आवासीय भूखण्डों के आंवटन पत्र वितरित किये गये।
इस मौके पर कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि टिहरी बांध परियोजना एशिया की सबसे बड़ी जल विद्युत परियोजना है बांध जलाशय के कारण 109 ग्राम प्रभावित हुये है, जिसमें 34 ग्राम पूर्ण रूप से तथा 75 ग्राम आंशिक प्रभावित हुये है। परियोजना से प्रभावित पूर्ण प्रभावित लोगो को जनपद देहरादून एवं हरिद्वार के अन्तर्गत विभिन्न पुनर्वास स्थलो पर तथा शहरी पुनर्वास नई टिहरी देहरादून एवं ऋषिकेश में नियमानुसार विस्थापित किया गया। इसके अतिरिक्त जो प्रकरण विवाद/ न्यायालय में गतिमान होने के कारण पुनर्वास से रह गये है, उनका न्यायालयो में विवाद निस्तारण के पश्चात् पुनर्वास की कार्यवाही की जायेगी। पुनर्वास विभाग के पास पुनर्वास हेतु भूमि के अभाव होने के कारण हमारी सरकार द्वारा भारत सरकार के ऊर्जा मंत्री जी को मेरे स्वंय द्वारा प्रभावित व्यक्तियों की पुनर्वास समस्या के निदान हेतु प्रस्ताव रखा गया तथा ऊर्जा सचिव एवं टीएचडीसी तथा पुनर्वास निदेशालय के अधिकारियों की बैठक में मेरे स्वंय द्वारा प्रतिभाग किया गया। इस सम्बन्ध में पुनर्वास नीति में पूर्ण प्रभावित की दशा में भूमि का न्यूनतम प्रतिकर रुपये 05.00 लाख से बढ़ाकर रुपये 74.40 लाख करवाया गया तथा अन्य लाभ भी दिये जाने का प्राविधान किया गया। टिहरी बांध विस्थापितों के लिए केन्द्र से 252 करोड़ लाया गया है, ताकि सभी प्रभावितों को मुआवजा मिल सके।
इस मौके पर कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि टिहरी बांध परियोजना एशिया की सबसे बड़ी जल विद्युत परियोजना है बांध जलाशय के कारण 109 ग्राम प्रभावित हुये है, जिसमें 34 ग्राम पूर्ण रूप से तथा 75 ग्राम आंशिक प्रभावित हुये है। परियोजना से प्रभावित पूर्ण प्रभावित लोगो को जनपद देहरादून एवं हरिद्वार के अन्तर्गत विभिन्न पुनर्वास स्थलो पर तथा शहरी पुनर्वास नई टिहरी देहरादून एवं ऋषिकेश में नियमानुसार विस्थापित किया गया। इसके अतिरिक्त जो प्रकरण विवाद/ न्यायालय में गतिमान होने के कारण पुनर्वास से रह गये है, उनका न्यायालयो में विवाद निस्तारण के पश्चात् पुनर्वास की कार्यवाही की जायेगी। पुनर्वास विभाग के पास पुनर्वास हेतु भूमि के अभाव होने के कारण हमारी सरकार द्वारा भारत सरकार के ऊर्जा मंत्री जी को मेरे स्वंय द्वारा प्रभावित व्यक्तियों की पुनर्वास समस्या के निदान हेतु प्रस्ताव रखा गया तथा ऊर्जा सचिव एवं टीएचडीसी तथा पुनर्वास निदेशालय के अधिकारियों की बैठक में मेरे स्वंय द्वारा प्रतिभाग किया गया। इस सम्बन्ध में पुनर्वास नीति में पूर्ण प्रभावित की दशा में भूमि का न्यूनतम प्रतिकर रुपये 05.00 लाख से बढ़ाकर रुपये 74.40 लाख करवाया गया तथा अन्य लाभ भी दिये जाने का प्राविधान किया गया। टिहरी बांध विस्थापितों के लिए केन्द्र से 252 करोड़ लाया गया है, ताकि सभी प्रभावितों को मुआवजा मिल सके।
कहा कि टिहरी को वर्ल्ड क्लास डेस्टिनेशन के रूप में स्थापित किया जायेगा, जिसमें उत्तराखण्ड की पारम्परिक काष्ठकला को शामिल कर अद्भूत नगर बनाया जायेगा। कहा कि चारधाम के बाद अब सरकार शीतकालीन पर्यटन को भी बढ़ावा दे रही है, इसका लाइव प्रसारण किया जा रहा है, हमने सात सर्किट बनाये हैं, ताकि राज्य में पर्यटन को बढ़ावा मिल सके। इस बार की चार धाम यात्रा के दौरान 46 लाख से श्रद्धालु एवं पर्यटक उत्तराखण्ड पहुंचे। कहा कि पंचायत चुनाव में 25 जुलाई, 2019 से पूर्व वाले दो से अधिक संतान वाले भी चुनाव योग्य होंगे। जिला पंचायत एवं ब्लॉक प्रमुख के प्रत्यक्ष चुनाव हेतु भी कार्यवाही की जा रही है।
इस मौके पर विधायक टिहरी किशोर उपाध्याय ने कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज का स्वागत एवं धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि रेलवे में आजादी के बाद जो अभूतपूर्व कार्य हुए हैं, वे महाराज जी की ही देन हैं। पुर्नवास से संबंधित समस्याओं का भी निदान किया जायेगा। टिहरी में वर्ल्ड क्लास डेस्टिनेशन हेतु 200 हजार करोड़ की योजना स्वीकृत होने जा रही है। विधायक धनोल्टी प्रीतम सिंह पंवार ने कहा कि टिहरी बांध प्रभावितों की समस्याओं के समाधान हेतु प्रत्यनशील है। दलदल वाले क्षेत्रों में सुरक्षा के कार्य होने हैं।
कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज द्वारा विकास भवन सभागार, नई टिहरी में अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक की गई। उन्होंने कहा कि अधिकारी जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा न करें, कार्यकर्ताओं की समस्याओं का हल समय से हो। इस मौके पर जनप्रतिनिधियों द्वारा अपने-अपने क्षेत्रों की समस्याओं से अवगत कराया गया, जिस पर कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि सभी जनप्रतिनिधि से डाटा को कम्पाइल कर लें, ताकि आगामी बैठक में उसका अनुश्रवण किया जा सके। इस मौके पर विधायक टिहरी किशोर उपाध्याय, धनोल्टी प्रीतम सिंह पंवार, अध्यक्ष जिला पंचायत टिहरी गढ़वाल सोना सजवाण, जिलाध्यक्ष भाजपा राजेश नौटियाल, पूर्व जिलाध्यक्ष भाजपा विनोद रतूड़ी, पूर्व ब्लॉक प्रमुख खेम सिंह चौहान, ब्लॉक प्रमुख नरेन्द्रनगर राजेन्द्र भण्डारी, प्रतापनगर प्रदीप रमोला, चम्बा शिवानी बिष्ट, भिलंगना बसुमती घणाता, एडीएम रामजी शरण शर्मा, पीडी डीआरडीए प्रकाश रावत, डीडीओ सुनील कुमार, एसडीएम धनोल्टी लक्ष्मीराज चौहान, अधीक्षण अभियन्ता पुर्नवास आर.के. गुप्ता, ई.ई. पुर्नवास डी.एस.नेगी सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति, जनप्रतिनिधि, अधिकारी मौजूद रहे।