उत्तराखंड : पंचायत विकास योजना एवं थीम आधारित नियोजन विषय पर गैर सरकारी संगठनों के प्रशिक्षकों का राज्य स्तरीय तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम सम्पन्न

by intelliberindia

 

देहरादून : धर्मस्व एवं संस्कृति विभाग प्रेक्षागृह में चल रहे द्वितीय बैच के प्रशिक्षण का अंतिम दिन रहा, पंचायती राज निदेशालय के उप निदेशक मनोज कुमार तिवारी ने पुनरीक्षण के साथ गुणवत्तापूर्ण पंचायत विकास योजना के विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत चर्चा किया और प्रस्तुतिकरण के माध्यम से विभिन्न डाटा आधारित विषयवस्तु द्वारा सत्र का संचालन किया । राष्ट्रीय ग्राम्य विकास एवं पंचायती राज संस्थान, हैदराबाद की वरिष्ठ परामर्शी दीप्ति पीकिंडो ने थीम 3 बाल हितैषी पंचायत और थीम 9 महिला हितैषी पंचायत विषय पर विशेषज्ञता के संबंध में वीडियो के माध्यम से विस्तृत परिचर्चा की ।

बेस्ट प्रैक्टिसेस की व्याख्या करते हुए पिथौरागढ़ से जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने स्वयं के द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में कराए गए कार्यों सहित ग्राम पंचायतों में पुस्तकालय के महत्व पर चर्चा की। इसके बाद करुणाकरण, प्रशिक्षण विशेषज्ञ CPPGG ने स्वस्थ पंचायत थीम का सत्र संचालित किया उन्होंने बताया कि इस थीम का उद्देश्य सभी उम्र के लोगों को आजीवन स्वास्थ्य तथा स्वस्थ्य जीवन उपलब्ध कराना है। स्वयं राजस्व द्वारा आय (OSR) विषय पर शिवा व्रतकर, राष्ट्रीय प्रशिक्षण विशेषज्ञ ने सत्र का आयोजन कर पंचायत के राजस्व हेतु संवैधानिक व्यवस्था, राज्य के पंचायती राज अधिनियम में पंचायत राजस्व की व्यवस्था, राजस्व वृद्धि हेतु आवश्यक प्रक्रिया, पंचायतों द्वारा राजस्व आच्छादन हेतु किए जाने वाले कृत्य जैसे महत्वपूर्ण विषय पर परिचर्चा की । सतत विकास लक्ष्यों को थीम से संबंध और मनोज कुमार पंत,CPPGG के प्रशिक्षक ने स्थानीय स्तर पर मॉडल पंचायत विकास योजनाओं का निर्माण करने के सम्बन्ध में बताया । सरकारी योजनाओं को थीम से संबद्ध करने की रणनीति पर चर्चा कर प्रतिभागियों को शिक्षित किया ।

डॉक्टर हरपाल सिंह नेगी गांव घेस, ब्लॉक देवाल, चमोली, जड़ी बूटी उत्पादन के मॉडल विकास प्रक्रिया पर बात की। विभिन्न थीम पर समूह चर्चा और फीडबैक के बाद प्रतिभागियों का मूल्यांकन टेस्ट भी लिया गया जिसके परिणामों की घोषणा कुछ समय पश्चात की जायेगी । इसके बाद प्रतिभागियों को सचिव हरिचंद सेमवाल और निदेशक पंचायती राज निधि यादव द्वारा प्रमाण पत्र देकर केंद्र और राज्य सरकार द्वारा संचालित योजनाओं को जन जन तक पहुंचाने और योजनाओं के वास्तविक क्रियान्वयन में पंचायत प्रतिनिधियों की क्षमतावृद्धि अनिवार्य है और उसके लिए मास्टर ट्रेनर्स को पूरी लगन और निष्ठा से अपना दायित्व निर्वहन करना होगा ।

समापन के अवसर पर निदेशक पंचायती राज निधि यादव ने सचिव हरिचंद सेमवाल को धन्यवाद देते हुए प्रतिभागियों को धन्यवाद दिया, उन्होंने कहा जब कोई समस्या आती तो शहर के लोग भी गांव की तरफ भागते है, इसलिए जमीनी लोकतंत्र को मजबूत करने में हमारी महत्वपूर्ण भूमिका है। गैर सरकारी संस्थाओं को इतना सशक्त होना चाहिए कि विभाग इनके पास जाकर सहायता मांगे कि सरकार और समुदाय के बीच सेतु की भूमिका निभा सके । आगे बढ़ने की रणनीति के सम्बंध में सचिव पंचायती राज हरिचंद सेमवाल ने सभी रेखीय विभागों तक 29 विषयों के लिए उनकी क्या जिम्मेदारियां है इसकी जानकारी पहुंचाया जाना चाहिए । जिसका कार्य सम्पादन अच्छा होगा उसे विभाग से साथ ज्यादा समय तक जुड़े रहने का अवसर मिलेगा और सरकार के अन्य कार्यक्रमों के संपादन सहयोग लिया जाएगा । सभी प्रतिभागियों को सहयोग करने के लिए विभाग के सभी अधिकारियों को निर्देशित किया जायेगा।

पंचायत विकास योजना एवं थीम आधारित नियोजन विषय पर गैर सरकारी संगठनों के प्रशिक्षकों का राज्य स्तरीय तीन दिवसीय प्रशिक्षण के प्रथम दिन

पंचायत विकास योजना एवं थीम आधारित नियोजन विषय पर गैर सरकारी संगठनों के प्रशिक्षकों का राज्य स्तरीय तीन दिवसीय प्रशिक्षण (TOT) कार्यक्रम का आयोजन आज 18 नवंबर 2023 से पंचायत विकास योजना एवं थीम आधारित नियोजन विषय पर गैर सरकारी संगठनों के प्रशिक्षकों का राज्य स्तरीय तीन दिवसीय प्रशिक्षण (TOT) कार्यक्रम के द्वितीय बैच का आयोजन धर्मस्व एवं संस्कृति विभाग प्रेक्षागृह, हरिद्वार बाई पास रोड, देहरादून में प्रारंभ हुआ । सत्र के प्रथम सत्र में सचिव, पंचायती राज हरीचन्द सेमवाल का स्वागत निदेशक पंचायती राज निधि यादव ने पुष्पगुच्छ और स्मृतिचिन्ह देकर किया । दीप प्रज्वलन के उपरांत निदेशक निधि यादव ने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए पंचायती राज व्यवस्था के परंपरागत स्वरूप और भारतीय समाज में समाहित मूल्यों को वेदों की ऋचाओं से, उपनिषदों में स्वीकृत सामाजिक व्यवस्था और मुगलकाल और ब्रिटिश राज के कालखंड में शासकीय व्यवस्था क्रमिक विकास विषय पर विस्तृत प्रकाश डाला और वर्तमान में भारत सरकार द्वारा 9 थीम के स्थानीयकरण में पंचायतों की भूमिका निर्वहन द्वारा प्रत्येक ग्रामीण नागरिक को सामाजिक न्याय और आर्थिक विकास के संवैधानिक मानकों की पूर्ति करने की आवश्यकता बताई ।

सचिव, पंचायती राज हरीचन्द सेमवाल ने अपने उद्बोधन द्वारा प्रशिक्षण की गुणवत्ता पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता पर बल दिया, साथ ही गैर सरकारी संस्थाओं के प्रशिक्षकों को समाज के प्रत्येक व्यक्ति तक पंचायती राज व्यवस्था के लाभों से अच्छादित करने में सेतु की भूमिका निर्वहन करने का आह्वान किया । सचिव ने ग्राम पंचायतों के प्रतिनिधियों की मनोवृत्ति बदलने में मास्टर ट्रेनर्स की महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए पूरी तैयारी किए जाने पर बल दिया । साथ ही उन्होंने कहा कि जिन मास्टर ट्रेनर्स की प्रशिक्षण कुशलता मैपिंग के लिए प्रशासनिक व्यवस्था तैयार की गई है, प्रशिक्षण योग्यता और विषय की समझदारी पंचायत प्रतिनिधियों में विकसित किए जाने की रेटिंग के आधार पर उनसे संबंधित गैर सरकारी संगठनों को अग्रिम कार्यावंटन विचार किया जायेगा ।

पीसी कमोठी, निदेशक (सेवानिवृत ) SECRT ने अपने सत्र में प्रशिक्षण प्रक्रिया और सामुदायिक मतभिन्नता पर विस्तृत चर्चा किया जो सहसंवाद आधारित सत्र था, जिसके माध्यम से उन्होंने सामुदायिक मतभिन्नता को समाप्त कर सकारात्मक भूमिका के लिए प्रतिभाग किए जाने की तकनीक पर प्रशिक्षित किया । डॉ के इन बलोदी, ग्राम प्रधान, बरंगल, विकास खंड स्याल्दे, जनपद अल्मोड़ा जो एक पर्यावरणविद भी है ने अपने ग्राम पंचायत में कराए गए नवाचार और विकास कार्यों में अपनी दूरदर्शिता और सामुदायिक सहभागिता की विस्तृत प्रेरणादायी रिपोर्ट प्रस्तुत कर प्रतिभागियों का मार्गदर्शन किया ।

पूनम पाठक ने पंचायत विकास सूचकांक विषय पर चर्चा करते हुए बताया कि यह विषय पंचायतों का विकास मापने का एक यंत्र है जिसके द्वारा ग्राम पंचायतें स्वयं के विकास का ऑनलाइन मूल्यांकन कर सकते हैं। शिवा व्रतकर राष्ट्रीय प्रशिक्षण विशेषज्ञ ने थीम 1 गरीबी मुक्त एवं उन्नत आजीविका विषय पर व्याख्यान दिया। गीता कांडपाल, विशेषज्ञ, जल जीवन मिशन ने थीम 4 जल पर्याप्त गांव विषय पर पंचायों द्वारा जल प्रबंधन और जल संचयन सहित शुद्ध पेयजल की आवश्यकता हेतु विभिन्न प्रक्रिया के संबंध में चर्चा किया । दिनेश गंगवार स्टेट प्रोजेक्ट मैनेजर, पंचायती राज निदेशालय, देहरादून ने ई गवर्नेस विषय पर प्रतिभागियों को प्रशिक्षित किया जिसके अंतर्गत PDI, वाइब्रेंट ग्राम सभा, जीपीडीपी पोर्टल सहित अन्य ऑनलाइन प्लेटफार्म्स के विषय में विस्तृत परिचर्चा की । तीन दिवसीय प्रशिक्षण के पहले दिन 235 प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया ।

वहीं प्रथम बैच में कल से संचालित प्रशिक्षण का आरम्भ डीपी देवराडी ने पहले दिन का पुनरावलोकन करते हुए दूसरे दिन का सत्र प्रारम्भ किया । शिवाव्रत कर, राष्ट्रीय प्रशिक्षण विशेषज्ञ ने थीम 6 आत्मनिर्भर अवस्थापना युक्त पंचायत एवं 8 सुशासनयुक्त पंचायत विषयों पर प्रतिभागियों से संवाद स्थापित करते हुए विस्तृत परिचर्चा किया । प्रदीप मेहता स्टेट हेड UNDP ने ऑनलाइन जुड़कर थीम 5 स्वच्छ एवं हरित गांव थीम पर चर्चा करते हुए पर्यावरण संरक्षण, स्वच्छ ऊर्जा की आवश्यकता और आपदा प्रबंधन में करने योग्य और न किए जाने वाले कार्यों पर प्रकाश डाला ।

अनूप नौटियाल, विशेषज्ञ, अपशिष्ट प्रबंधन ने कूड़ा निस्तारण में सामूहिक प्रयास किए और सामाजिक सहभागिता द्वारा पंचायतों को स्वच्छ और हरित गांव में परिवर्तित किए जाने की रूपरेखा पर प्रकाश डाला । सीडीपीओ तरुणा चमोला और डीपीओ उदय प्रताप सिंह ने थीम 3 बाल हितैषी पंचायत और थीम 9 महिला हितैषी पंचायत के लक्ष्य को प्राप्त करने में विभाग द्वारा संचालित योजनाओं से प्रत्येक लाभार्थी को संतृप्त करने में पंचायतों की भूमिका पर प्रकाश डाला । करुणाकर, प्रशिक्षण विशेषज्ञ CPPGG ने थीम 2 स्वस्थ गांव के विभिन्न संकेतकों और गतिविधियों पर वक्तव्य दिया । कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर विनीता उत्तम ने किया और निदेशालय के समस्त अधिकारियों और कर्मचारियों के संयुक्त प्रयास और परिश्रम से दोनो बैच का प्रशिक्षण सकुशल आयोजन हुआ ।

पंचायत विकास योजना एवं थीम आधारित नियोजन विषय पर गैर सरकारी संगठनों के प्रशिक्षकों का राज्य स्तरीय तीन दिवसीय प्रशिक्षण का दूसरा दिन

पंचायत विकास योजना एवं थीम आधारित नियोजन विषय पर गैर सरकारी संगठनों के प्रशिक्षकों का राज्य स्तरीय तीन दिवसीय प्रशिक्षण (TOT) कार्यक्रम का आयोजन आज 19 नवंबर 2023 से पंचायत विकास योजना एवं थीम आधारित नियोजन विषय पर गैर सरकारी संगठनों के प्रशिक्षकों का राज्य स्तरीय तीन दिवसीय प्रशिक्षण (ToT) कार्यक्रम के द्वितीय बैच के दूसरे दिन का संचालन धर्मस्व एवं संस्कृति विभाग प्रेक्षागृह, हरिद्वार बाई पास रोड, देहरादून में हुआ ।

दूसरे दिन की शुरुआत पुनरीक्षण से हुआ जिसका संचालन सेवानिवृत जिला पंचायत राज अधिकारी जफर खान ने किया । तत्पश्चात दिनेश गंगवार स्टेट प्रोजेक्ट मैनेजर, पंचायती राज निदेशालय, देहरादून ने ई गवर्नेस विषय पर प्रतिभागियों को प्रशिक्षित किया जिसके अंतर्गत PDI, वाइब्रेंट ग्राम सभा, जीपीडीपी पोर्टल सहित अन्य ऑनलाइन प्लेटफार्म्स के विषय में विस्तृत परिचर्चा की । शिवाव्रत कर, राष्ट्रीय प्रशिक्षण विशेषज्ञ ने थीम 1 गरीबी मुक्त एवं उन्नत आजीविका युक्त पंचायत, थीम 8 सुशासनयुक्त पंचायत एवं थीम 6 आत्म निर्भर अवस्थापना युक्त पंचायत विषयों पर प्रतिभागियों से उक्त थीम्स के विभिन्न संकेतकों, योजनाओं और व्यवस्थाओं पर आधारित संवाद स्थापित करते हुए विस्तृत परिचर्चा किया ।

प्रदीप मेहता स्टेट हेड UNDP ने ऑनलाइन जुड़कर थीम 5 स्वच्छ एवं हरित गांव थीम पर चर्चा करते हुए पर्यावरण संरक्षण, स्वच्छ ऊर्जा की आवश्यकता और आपदा प्रबंधन में करने योग्य और न किए जाने वाले कार्यों पर प्रकाश डाला। अनूप नौटियाल, विशेषज्ञ, अपशिष्ट प्रबंधन ने कूड़ा निस्तारण में सामूहिक प्रयास किए और सामाजिक सहभागिता द्वारा पंचायतों को स्वच्छ और हरित गांव में परिवर्तित किए जाने की रूपरेखा पर प्रकाश डाला । सीडीपीओ तरुणा चमोला और डीपीओ उदय प्रताप सिंह ने थीम 3 बाल हितैषी पंचायत और थीम 9 महिला हितैषी पंचायत के लक्ष्य को प्राप्त करने में विभाग द्वारा संचालित योजनाओं से प्रत्येक लाभार्थी को संतृप्त करने में पंचायतों की भूमिका पर प्रकाश डाला।

 IRDT में प्रारंभ प्रशिक्षण के अंतिम दिन पंचायती राज निदेशालय के उप निदेशक मनोज कुमार तिवारी ने पुनरीक्षण के बाद गीता कांडपाल, विशेषज्ञ, जल जीवन मिशन ने थीम 4 जल पर्याप्त गांव विषय पर पंचायतों द्वारा जल प्रबंधन और जल संचयन सहित शुद्ध पेयजल की आवश्यकता हेतु विभिन्न प्रक्रिया के संबंध में चर्चा किया, और भारत सरकार द्वारा संचालित जल जीवन मिशन योजना की विस्तृत जानकारी प्रदान की । राष्ट्रीय ग्राम्य विकास एवं पंचायती राज संस्थान, हैदराबाद की वरिष्ठ परामर्शी दीप्ति पीकिंडो ने थीम 3 बाल हितैषी पंचायत और थीम 9 महिला हितैषी पंचायत विषय पर विशेषज्ञता के संबंध में विस्तृत परिचर्चा की ।

समूह चर्चा और फीडबैक के बाद प्रतिभागियों का मूल्यांकन टेस्ट भी लिया गया जिसके परिणामों की घोषणा कुछ समय पश्चात की जायेगी, इसके बाद प्रतिभागियों को सचिव हरिचंद सेमवाल और निदेशक पंचायती राज निधि यादव द्वारा प्रमाण पत्र देकर जनसेवा की प्राथमिकता को प्रत्येक कार्यों के केंद्र में रखकर किए जाने की आवश्यकता जताई और भविष्य सफलता हेतु निर्धारित रणनीति के क्रियान्वयन हेतु प्रतिबद्धता का आह्वान किया । आगे बढ़ने की रणनीति के सम्बंध में सचिव पंचायती राज हरिचंद सेमवाल ने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र और राज्य सरकार द्वारा संचालित योजनाओं को जन जन तक पहुंचाने और योजनाओं के वास्तविक क्रियान्वयन में पंचायत प्रतिनिधियों की क्षमतावृद्धि अनिवार्य है और उसके लिए मास्टर ट्रेनर्स को पूरी लगन और निष्ठा से अपना दायित्व निर्वहन करना होगा ।

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