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लैंसडाउन : भक्त दर्शन राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय जयहरीखाल में आज NCC के मासिक प्रशिक्षण कार्यक्रम मे सोशल रूरल डेवलपमेंट प्रोजेक्ट एवं सिविक रेस्पोंसबिलिटी विषय पर आयोजित किया गया l जिसमे सभी पंजीकृत छात्र छात्राओं के द्वारा किया गया प्रतिभाग l जिसमें मुख्य प्रशिक्षण कार्यक्रम अधिकारी 31-UK NCC बटालियन हरिद्वार के हवलदार रवि कुमार ने बताया गया ग्राम विकास की परियोजनाओं और कार्यक्रमों के मध्य अंतर करना महत्वपूर्ण है। ग्राम विकास परियोजनाएं सूक्ष्म स्तर के प्रयास है, जो ग्रामीण क्षेत्रों में परिवर्तन लाते हैं। ये परिवर्तन कई आकार ले सकते हैं, जो साक्षरता के विकास में वृद्धि से लेकर कृषि उत्पादकता में वृद्धि के प्रयास तक हो सकते हैं। इन परियोजनाओं का प्रभाव सामान्यत: बहुत व्यापक नहीं होता क्योंकि यह कम लोगों तक सीमित होती हैं।
महाविद्यालय के एनसीसी प्रभारी ANO डॉ. पंकज कुमार द्वारा उपस्थित सभी एनसीसी कैडेट्स को बताया की ग्राम विकास कार्यक्रम में कई परियोजनाएं सम्मिलित होती हैं जो एक दूसरे से जुड़ी होती हैं जिससे वे ग्रामीण आर्थिक और सामाजिक जीवन के कई पहलुओं को प्रभावित करती हैं। अतः ग्राम विकास एक दूसरे से जुड़ी कार्यक्रम, जो परिवर्तन लाने का प्रयास करता है। एक व्यापक क्षेत्र के अधिकाधिक लोगों को प्रभावित करता है। पैमाने की समस्या की वजह से ग्राम विकास कार्यक्रमों का कार्यान्वयन बहुत कठिन हो जाता है। यह विशेषतः भारत जैसे देश में और अधिक है जहां ग्रामीण जनसंख्या बहुत अधिक बहुत विस्तारित और जिसकी सामाजिक, आर्थिक और संपादाओं में काफ़ी विभिन्नताएं हैं। अन्त में महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य प्रो. डॉ. एसपी मधवाल द्वारा छात्र छात्राओं को NCC के प्रति प्रेरित किया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय के सभी प्राध्यापक एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारी उपस्थित रहे l