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कोटद्वार। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पौड़ी लोकेश्वर सिंह द्वारा सभी थाना व एएचटीयू प्रभारियों को अपने-अपने क्षेत्र में मानसिक रुप से कमजोर व्यक्तियों का रेस्क्यू व गुमशुदाओं को सकुशल उनके परिजनों से मिलाने के निर्देश दिए गए हैं। एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग टीम कोटद्वार को रेलवे पुलिस कोटद्वार द्वारा सूचना दी गई कि एक नाबालिग बालिका कोटद्वार रेलवे स्टेशन के आस-पास घूम रही है। एएचटीयू टीम द्वारा नाबालिग को एएचटीयू कार्यालय लाकर सीडब्ल्यूसी के सदस्यों की उपस्थिति में अपनेपन का एहसास दिलाकर पूछताछ किए जाने पर बालिका ने बताया कि मेरे पिताजी मेरठ रेलवे स्टेशन के पास रहते हैं।
एएचटीयू टीम कोटद्वार द्वारा मेरठ जीआरपी से सम्पर्क कर वहां के ऑटो चालकों को बालिका के फोटो वीडियो दिखाए जाने पर बताया गया कि यह बालिका एक ऑटो चालक की लड़की है। तत्पश्चात बालिका के पिता द्वारा द्वारा बताया गया कि यह मेरी बेटी है। मेरे साथ सहारनपुर गई थी और वहां से बिछड़ गई। काफी खोजबीन करने के बाद भी उसका पता नही चल पाया और हम अपनी बेटी की लगातार खोजबीन कर रहे थे। पुलिस बालिका के पिता को नारी किशोरी बाल सम्प्रेक्षण गृह कोटद्वार लेकर आई और काउन्सिलिंग कराकर बालिका को सकुशल उसके पिता के सुपुर्द किया कर दिया गया। पुलिस टीम में महिला उपनिरीक्षक सुमनलता, महिला आरक्षी विद्या मेहता, आरक्षी सत्येंद्र लखेड़ा व मुकेश डोबरियाल शामिल थे।