अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर महाविद्यालय बड़कोट में कार्यक्रम का आयोजन, सामाजिक संरचना और असमानता पर संवाद

by intelliberindia

बड़कोट (उत्तरकाशी) : अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में राजेंद्र सिंह रावत राजकीय महाविद्यालय, बड़कोट में चार दिवसीय कार्यक्रम का भव्य समापन समारोह आयोजित किया गया। इस विशेष आयोजन का शुभारंभ प्रभारी प्राचार्य डॉ. अंजू भट्ट, मुख्य अतिथि महिला मंगल दल डख्याट गांव की ममता जयाड़ा, शशिबाला जयाड़ा, रमनबाला जयाड़ा एवं अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के संजय भट्ट द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया।

स्वास्थ्य, समाज और महिलाओं की भूमिका पर जोर

कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) की वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी संगीता रावत के उद्बोधन से हुई, जिसमें उन्होंने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहने और रोजाना आधे घंटे की कसरत को अनिवार्य बनाने पर बल दिया। एनएसएस प्रभारी दया प्रसाद गैरोला ने स्त्री विमर्श के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की, वहीं एनसीसी के एएनओ विनय शर्मा ने बदलते परिप्रेक्ष्य में राष्ट्र निर्माण में महिलाओं की भूमिका पर अपने विचार रखे।

सामाजिक संरचना और असमानता पर संवाद

कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण संजय भट्ट का सत्र रहा, जिसमें उन्होंने विद्यार्थियों के सहयोग से विभिन्न प्रयोगों के माध्यम से सामाजिक संरचना और असमानताओं को उजागर करने का प्रयास किया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि समाज में व्यक्ति तभी वास्तविक स्थिति को समझ सकता है, जब वह दूसरों की भावनाओं को महसूस करने की क्षमता विकसित करे। उनके संवाद के दौरान विद्यार्थियों ने समाज में व्याप्त विभिन्न असमानताओं पर खुलकर चर्चा की।

संस्कृति और कला का प्रदर्शन

महिला सशक्तिकरण पर आधारित एनसीसी कैडेट्स द्वारा प्रस्तुत नृत्य-नाटिका ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इसके अलावा, बीए चतुर्थ सेमेस्टर की छात्रा पायल ने नृत्य और रितिका ने अपने मधुर गीत से कार्यक्रम में विशेष रंग भरा।

महिलाओं की भागीदारी को लेकर प्रेरणा

कार्यक्रम के दूसरे चरण में मुख्य अतिथि ममता जयाड़ा ने छात्राओं को सार्वजनिक मंचों पर अधिकाधिक भागीदारी करने और अपने कौशल को प्रमाणित करने के लिए प्रेरित किया। इसके साथ ही, महाविद्यालय की संयोजक, आइक्यूएसी एवं महिला प्रकोष्ठ प्रमुख डॉ. अंजू भट्ट ने अपनी स्वरचित कविता के माध्यम से लैंगिक भूमिकाओं में हो रहे बदलावों को प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किया।

कार्यक्रम का समापन और भविष्य की योजना

चार दिवसीय कार्यक्रम की आख्या प्रस्तुत करते हुए डॉ. रश्मि उनियाल ने इस तरह के आयोजनों में अधिक से अधिक छात्राओं और क्षेत्रीय समुदाय की सहभागिता सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर बल दिया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. पूजा ने किया। इस अवसर पर महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापक, कर्मचारी एवं बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहीं।

 

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