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हरिद्वार : जिलाधिकारी कर्मेंद्र सिंह के निर्देश पर जनपद के विभिन्न विद्यालयों में अचानक से छापेमारी की जाने से शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया। जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि शिक्षा की गुणवत्ता की कसौटी किसी भी प्रकार से समझौता या लापरवाही क्षम्य नहीं होगी। उन्होंने कहा कि सभी टीचर छात्र छात्राओं को गुणवत्ता युक्त शिक्षा मुहैया करवाए तथा विद्यालयों में छात्रों का शत प्रतिशत उपस्थिति दर्ज कराना सुनिश्चित करें।
इस क्रम में उप जिलाधिकारी अजयवीर सिंह द्वारा पॉच उच्च प्राथमिक विद्यालय/प्राथमिक विद्यालय का औचक निरीक्षण किया गया जिनमें से पी.बीएम.इंटर कॉलेज, बहादराबाद में 500 छात्रों में से 299 उपस्थित पाए गये, जिसमें 10 सहायक अध्यापकों द्वारा विद्यालय 7.30 के स्थान पर 8.00 बजे पहुचने पर खेदजनक बताया। जी.आईसी भेल रानीपुर में 17 सहायक अध्यापक अनुपस्थित तथा प्रधानाध्यापक खेल प्रतियोगिता में जाना बताया गया, पंजीकरण छात्र 346 में से 265 ही उपस्थित थे, राजकीय उच्चतर प्राथमिक विद्यालय में 45 छात्र में से 29 छात्र उपस्थित पाए गये, राजकीय प्राथमिक भेल में 59 छात्र में से 37 छात्र उपस्थित पाए गये।
तहसीलदार भगवानपुर हरिहर उनियाल द्वारा भगवानपुर राजकीय प्राथमिक विद्यालय मण्डवार, राजकीय प्राथमिक विद्यालय चौली 1, राजकीय प्राथमिक विद्यालय छापुर का औचक निरीक्षण किया गया राजकीय प्राथमिक विद्यालय चौली 179 छात्र में से 145 उपस्थित पाए गये, राजकीय प्राथमिक विद्यालय मण्डवार में 40 मेंसे 36 छात्र उपस्थित पाए गये, राजकीय प्राथमिक विद्यालय छापुर 145 छात्र में से 122 उपस्थित पाए गये।
विशेष भूमि अध्यापति अधिकारी लक्ष्मीराज चौहान द्वारा राजकीय प्राथमिक विद्यालय रावली महदूद द्वितीय, राजकीय प्राथमिक विद्यालय बहादराबाद, राजकीय प्राथमिक विद्यालय बैगला प्रथम, राजकीय प्राथमिक विद्यालय बौगला, राजकीय प्राथमिक विद्यालय बौगला द्वितीय में निरीक्षण किया गया। निरीक्षण में राजकीय प्राथमिक विद्यालय रावली महदूद द्वितीय में पंजीकरण छात्र 880 में से 563 उपस्थित पाए गए, राजकीय प्राथमिक विद्यालय बहादराबाद में 125 में 89 छात्र उपस्थित पाए गए, राजकीय प्राथमिक विद्यालय बौंगला 1 में 61 छात्र में से 48 उपस्थित पाए गए, राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय बौगला में 43 छात्र में से 24 छात्र उपस्थित पाए गये, राजकीय प्राथमिक विद्यालय बौगला 2 में 106 में से 64 छात्र उपस्थित पाए गये।
अपर उप जिला मजिस्ट्रेट युक्ता मिश्रा राजकीय प्राथमिक विद्यालय रामपुर, राजकीय प्राथमिक विद्यालय इब्राहिम देह, राजकीय प्राथमिक विद्यालय सलियर साल्हापुर, राजकीय प्राथमिक विद्यालय पुहाना, राजकीय प्राथमिक विद्यालय नन्डेहा अनंतपुर में निरीक्षण किया गया। राजकीय प्राथमिक विद्यालय रामपुर, निरीक्षण के दौरान 200 में से 136 उपस्थित पाए गए, सलियर माल्हा में 201 छात्र में से 144 छात्र उपस्थित थे, राजकीय प्राथमिक विद्यालय पुहाना में 105 छात्र में से 77 उपस्थित थे, राजकीय प्राथमिक विद्यालय नन्हाहेड़ा अनंतपुर में 164 में से 122 छात्र उपस्थित थे।
तहसीलदार हरिद्वार प्रियंका रानी द्वारा राजकीय प्राथमिक विद्यालय ज्वालापुर-03 शास्त्री नगर, राजकीय प्राथमिक विद्यालय-28 देवपुरा, राजकीय प्राथमिक विद्यालय-16 कनखल, राजकीय प्राथमिक विद्यालय-18 कनखल, राजकीय प्राथमिक विद्यालय-25 टिबड़ी में निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान राजकीय प्राथमिक विद्यालय ज्वालापुर-03 शास्त्री नगर में 458 में 329 छात्र उपस्थित पाए गए तथा 01 सहायक अध्यापक बिना अनुमति के एक वर्ष से अनुपस्थित पाए गये, राजकीय प्राथमिक विद्यालय-28 देवपुरा में 101 छात्र में से 68 छात्र उपस्थित पाए गए, राजकीय प्राथमिक विद्यालय-16 कनखल मे 95 में से 70 छात्र उपस्थित थे, राजकीय प्राथमिक विद्यालय-18 कनखल में 87 में से 43 छात्र उपस्थित पाए गये, राजकीय प्राथमिक विद्यालय-25 टिबड़ी में 204 छात्र में से 155 उपस्थित पाए गये।
उप जिलाधिकारी भगवानपुर युक्ता मिश्रा राजकीय प्राथमिक विद्यालय खानपुर, राजकीय प्राथमिक विद्यालय रूहालकी दयालपुर, राजकीय प्राथमिक विद्यालय प्रेमराज पुर, राजकीय प्राथमिक विद्यालय सरठेरी, शहॉजहापुर प्रथम, राजकीय प्राथमिक विद्यालय बालेकी युसुफपुर मे निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान राजकीय प्राथमिक विद्यालय खानपुर में 64 छात्र में से 54 छात्र उपस्थित पाए गये, राजकीय प्राथमिक विद्यालय बालेकी युसुफपुर में 92 में से 58 छात्र उपस्थित पाए गए, राजकीय प्राथमिक विद्यालय सरठेरी, शहॉजहापुर प्रथम में 112 में 97 छात्र उपस्थित पाए गए, राजकीय प्राथमिक विद्यालय प्रेमराज पुर में 16 में 13 छात्र उपस्थित पाए गये, राजकीय प्राथमिक विद्यालय रूहालकी दयालपुर में 108 छात्र मं से 80 छात्र उपस्थित पाए गये।
जिलाधिकारी ने अनुपस्थित पाए जाने वाले सभी सहायक अघ्यापको का वेतन रोकने तथा स्पष्टीकरण लेने के निर्देश मुख्य शिक्षा अधिकारी एवं प्राथमिक शिक्षा अधिकारी को दिए।