पोखरी (चमोली)। चमोली जिले के पोखरी विकास खंड के मोहनखाल में नन्दादेवी वायोस्फियर रिजर्व के निदेशक पंकज कुमार की मौजूदगी में शनिवार को केदारनाथ वन्य जीव प्रभाग गोपेश्वर के नागनाथ रेंज की ओर से सरपंचों के साथ वनाग्नि सुरक्षा को लेकर गोष्ठी का आयोजन किया गया। बैठक में वन पंचायत सरपंच माला कंडारी, श्रवण सती, मातबर सिंह सहित तमाम सरपंचों ने वनों में आग लगने का एक कारण पिरूल और शरारती तत्व भी है। जिसके लिए आवश्यक है कि लोगों को जागरूक किया जाए। साथ ही वनाग्नि संभावित क्षेत्रों में नयी फायर लाइन बनाई जाय तब जाकर वनों को वनाग्नि से बचाया जा सकता है।
निदेशक पंकज कुमार ने कहा वनाग्नि से वनों की सुरक्षा को लेकर सरपंचों की महत्वपूर्ण भूमिका है। पिरूल को इकट्ठा किया जा सकता है इसके लिए समूहों में कार्य करने की आवश्यकता है। वनाग्नि सुरक्षा के लिए वृहत् रूप में जन जागरूकता किया जाएगा। वनाग्नि को लेकर नयी फायर लाइन बनाई जाएंगे। वन सरपंचों ने जो सुझाव दिए है उन पर कार्य किया जाएगा। उन्होंने कहा जंगलों को बचाव करना हम सबका कर्तव्य है। जंगल रहेंगे तो जीवन रहेंगा। इस अवसर पर उप प्रभागीय वन अधिकारी मोहनसिंह बिष्ट, वन क्षेत्राधिकारी नवल किशोर नेगी, सरपंच माला कंडारी, श्रवण सती, ताजबर सिंह, चंदनसिंह आदि मौजूद थे।