उत्तराखंड के स्कूलों में मास्टर ट्रेनर देंगे सड़क सुरक्षा की जानकारी

by intelliberindia

देहरादून: प्राथमिक कक्षाओं के शिक्षण में सड़क सुरक्षा नियमों को विद्यालय स्तर पर छात्रों के बीच ले जाने के उद्देश्य से राज्य स्तरीय मास्टर ट्रेनर्स का क्षमता संवर्धन प्रशिक्षण 6 फरवरी से 8 फरवरी तक राजा रोड स्थित होटल पर आयोजित किया जा रहा है। प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य सड़क सुरक्षा नियमों की जानकारी विद्यालय स्तर के साथ ही आम जनमानस तक पहुंचाने के लिए मास्टर ट्रेनर्स तैयार करना है। मास्टर ट्रेनर्स के द्वारा विद्यालय स्तर पर अपने अपने जनपदों के विद्यालयों में शिक्षकों को सड़क सुरक्षा नियमों की जानकारी प्रदान करना है। प्रशिक्षणों उपरांत शिक्षक अपने विद्यालयों के छात्र-छात्राओं को सड़क सुरक्षा नियमों की जानकारी प्रदान करेंगे।

प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य विद्यालय स्तर पर छात्रों को सड़क सुरक्षा नियमों की जानकारी देना तो है ही साथ ही आम जनमानस और समाज को सड़क सुरक्षा के नियमों की जानकारी से अवगत कराना भी है, जिससे सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मृत्यु दर को कम किया जा सके। एससीईआरटी उत्तराखंड के विविध विभाग द्वारा सड़क सुरक्षा नियमों पर गतिविधि आधारित प्रशिक्षण साहित्य को तैयार कर राज्य के विद्यालयों तक ले जाने के लिए राज्य स्तर से 40 मास्टर ट्रेनर्स तैयार किए जा रहे हैं।

प्रशिक्षण के अंतर्गत सड़क सुरक्षा आवश्यकता और महत्व , सड़क के संकेतक और प्रकार,यातायात के नियम, सड़क के प्रकार तथा अंकन, सड़क सुरक्षा एवं वाहन चालकों के लिए सावधानियां, सड़क सुरक्षा दुर्घटना कारण एवं बचाव ,मोटर वाहन अधिनियम 1988 संशोधन 2019 तथा पंजीयन एवं चालक लाइसेंस,सड़क सुरक्षा शपथ तथा विद्यालय स्तर पर सड़क सुरक्षा संबंधी कार्य योजना का निर्माण एवं क्रियान्वयन करना है।

कार्यक्रम के समन्वयक विनय थपलियाल एवं अखिलेश डोभाल हैं।मास्टर ट्रेनर्स के रूप में एससीईआरटी से डा राकेश गैरोला,डा कृष्णानन्द बिजल्वाण, डॉ.सुनील भट्ट के द्वारा सहयोग दिया गया।अपर निदेशक अजय कुमार नौडियाल जी के मार्गदर्शन एवं आशारानी पैन्यूली संयुक्त निदेशक एससीईआरटी के सह निर्देशन में संचालित राज्य स्तरीय इस कार्यशाला में उत्तराखंड के 13 डायटस एवं उनसे संबंधित जिलों के प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षक प्रतिभाग कर रहे हैं।

उत्तराखंड राज्य सड़क सुरक्षा नीति के अंतर्गत आम जनमानस एवं छात्र-छात्राओं में विद्यालय स्तर पर जन जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से सड़क सुरक्षा नियमों पर आधारित प्रशिक्षण साहित्य पथ प्रदर्शिका के संदर्भ में उत्तराखंड के 13 डाइट्स एवं उनसे संबंधित जिलों के 40 शिक्षकों को मास्टर ट्रेनर के रुप में तैयार किया जा रहा है।मास्टर ट्रेनर्स अपने-अपने जनपद में अपने डाइट्स के अंतर्गत 50-50 प्राथमिक शिक्षकों को सड़क सुरक्षा नियमों की जानकारी से अवगत कराएंगे। उन्हें कार्यशाला के माध्यम से परिपूर्ण करेंगे। प्रशिक्षणों उपरांत शिक्षक अपने विद्यालयों में जाकर छात्र छात्राओं को सड़क सुरक्षा के नियमों के पालन हेतु प्रेरित करेंगे।

उत्तराखंड एक पार्वती राज्य है, जहां सड़क परिवहन ही यातायात का मुख्य साधन है। राज्य के 9 जनपद पूर्णता प्रवतीय क्षेत्र में अवस्थित होने के कारण सड़क सुरक्षा पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। उत्तराखंड राज्य में अधिकतर सड़कों के घुमावदार तीव्र मोड़ नदी धाराओं से निकटता एवं पार्वती मार्गों पर अवस्थित होने के कारण सड़क दुर्घटनाओं के आकांक्षा बनी रहती है।

पर्वतीय क्षेत्रों में यातायात के सीमित साधन होने एवं बड़ी संख्या में प्रति वर्ष राज्य में आने वाले पर्यटकों के कारण सड़क दुर्घटनाओं को रोकने हेतु एक प्रभावी सड़क सुरक्षा नीति आवश्यक है।इसको ध्यान में रखते हुए उत्तराखंड सड़क सुरक्षा नीति का एक आलेख तैयार किया जा रहा है। उत्तराखंड सड़क सुरक्षा नीति 2023 राज्य में होने वाली सड़क दुर्घटनाओं को वर्ष 2030 तक 50% की कमी लाने एवं सड़क परिवहन को सुगम एवं सुरक्षित बनाने हेतु संकल्प बद होगी।

इस नीति में यात्रा को दुर्घटना मुक्त बनाने के लिए सड़क सुरक्षा के निम्नलिखित स्वर्णिम सूत्रों का उपयोग किया जाएगा। नंबर एक शिक्षा एवं जागरूकता, नंबर दो सड़कों की दशा में सुधार, नंबर 3 परिवर्तन कार्य का सुदृढ़ीकरण, नंबर 4 चिकित्सा सुविधाओं का विकास। उत्तराखंड राज्य सुरक्षा नीति 2023 के निम्नलिखित उद्देश्य होंगे प्रत्येक सड़क उपयोगकर्ता की सुरक्षा सुनिश्चित करना।

शिक्षा एवं प्रशिक्षण वीडियो के माध्यम से सड़क सुरक्षा के प्रति जागृति उत्पन्न करना, सुरक्षित मार्ग और संरचना विकसित करना, सड़क सुरक्षा एवं यातायात के नियमों का पालन सुनिश्चित करना, दुर्घटना हेतु आपातकालीन चिकित्सा सेवा प्रणाली को सुदृढ़ करना सड़क सुरक्षा हेतु सक्षम विधिक संस्थागत वातावरण को सुदृढ़ करना, सड़क सुरक्षा विषय पर गुणात्मक स्रोत को प्रोत्साहित करना, आंकड़ों का विश्लेषण करना तथा सड़क सुरक्षा डेटाबेस स्थापित करना।

सड़क सुरक्षा नीति के अंतर्गत हमारा मुख्य उद्देश्य जो है छात्राओं को प्रारंभिक कक्षाओं से ही सड़क सुरक्षा की शिक्षा प्रदान करना है सड़क सुरक्षा के पाठ्यक्रम का स्टार का सतत मूल्यांकन एवं समय-समय पर उन्नयन करना है। शिक्षकों एवं अभिभावकों के लिए सड़क सुरक्षा जनजागुट्टा संवाद कार्यक्रम चलाया जाना है।

इसके अतिरिक्त स्कूल बस स्कूल वैन के चालको संचालकों को जागरूकता कार्यक्रमों एवं पनिश्चर्य प्रशिक्षण कार्यक्रमों से जोड़ा जाना है। शिक्षा विभाग के समस्त अधिक अधिकारियों को सड़क सुरक्षा जागरूकता कार्यक्रमों में भागीदारी सुनिश्चित करने हेतु कार्य करने की प्रेरणा देना है। राष्ट्रीय सेवा योजना स्काउट गाइड एवं नस कैट्स क्रेडिट को सड़क सुरक्षा हेतु प्रशिक्षित किया जाना है। उच्च शिक्षा विभाग एवं तकनीकी शिक्षा विभाग के अंतर्गत अध्ययन का छात्र-छात्राओं का विभाग को शिक्षकों को भी सड़क सुरक्षा जागृति कार्यक्रमों से जोड़ा जाना है।

 

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