मार्शल आर्ट सिर्फ एक खेल ही नहीं बल्कि सिखाता है आत्म सुरक्षा का गुर – कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या

by intelliberindia
 

खेल मंत्री रेखा आर्या ने किया राष्ट्रीय स्तरीय मार्शल आर्ट प्रतियोगिता का शुभारंभ

रुड़की : प्रदेश की खेल मंत्री  रेखा आर्या आज रुड़की स्थित कोर विश्वविद्यालय पहुंची जहां वह विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित 23वीं SQAY “मार्शल आर्ट राष्ट्रीय स्तरीय प्रतियोगिता” के उद्घाटन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि सम्मलित हुई। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन कर किया गया। इस दौरान कई सांस्कृतिक प्रस्तुतियां आयोजित होने के साथ ही प्रतिभागी खिलाड़ियो ने अपने मार्शल आर्ट के हुनर को दिखाया जिसपर खेल मंत्री ने खिलाड़ियो की भूरी-भूरी प्रसंशा की। यह प्रतियोगिता आज से 3 फरवरी तक चलेगी जिसमे 20 राज्यों व एक केंद्रशाशित राज्य के कई खिलाड़ी प्रतिभाग कर रहे हैं।।इस अवसर पर खेल मंत्री ने सभी खिलाड़ियों को उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं।






खेल मंत्री ने कहा कि खेलों से बच्चे अनुशासित होते हैं, जिससे वो आगे चलकर समाज के लिए अच्छे नागरिक भी बनते हैं। उन्होंने आगे कहा कि इस प्रकार का आयोजन प्रदेश में होने से हर प्रदेश के बच्चों को देवभूमि उत्तराखंड का खान-पान, पहनावा और संस्कृति का पता चलता है और वह इससे जुड़ते हैं। उन्होंने यह भी कहा मार्शल आर्ट सिर्फ एक खेल ही नहीं बल्कि स्वयं सुरक्षा भी है। खेल मंत्री रेखा आर्या ने प्रसन्नता व्यक्त की कि आज इससे कहीं ना कहीं हमारे बच्चे आत्मरक्षा का गुर सीख रहे हैं, जो बेहद जरुरी भी है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में मार्शल आर्ट की कई विधाएं वैश्विक खेल स्पर्धाओं का हिस्सा हैं, जिनमें से सबसे लोकप्रिय मार्शल आर्ट में ताइक्वांडो है। यह लड़ने की तकनीक, आत्मरक्षा, खेल, व्यायाम, ध्यान और दर्शन को जोड़ती है।
खेल मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि बच्चों के लिए पढ़ाई के साथ ही खेल भी जरूरी है। पढ़ाई के बिना खेल का कोई महत्व नहीं है। इसलिए बच्चों को चाहिए कि खेल व पढ़ाई दोनों में बराबर समय दें। बच्चों को आज के इस दौर में आत्मरक्षा के लिए मार्शल आर्ट की जानकारी बहुत जरूरी है। उन्होंने सभी से मार्शल आर्ट को सुरक्षा के लिए उपयोग करने की अपील की। खेल मंत्री ने कहा कि आज उनकी सरकार खिलाड़ियों के लिए कई सारी योजनाएं चला रही है जिसमें मुख्यमंत्री खिलाड़ी उदीयमान उन्नयन योजना सहित कई अन्य योजनाएं शामिल हैं। कहा की खेल विभाग द्वारा जल्द ही खिलाड़ियों के लिए 4% का क्षेतिज आरक्षण, स्पोर्ट्स डेवलपमेंट फंड सहित कई अन्य योजनाएं लागू की जाएंगी।
साथ ही उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों के प्रति राज्य और केंद्र सरकार गंभीर है खिलाड़ियों को बेहतर माहौल देने के लिए सरकार लगातार प्रयासरत है। खेल मंत्री ने कहा कि जिस प्रकार से उत्तराखंड को देव भूमि कहा जाता है हमारी कोशिश है कि आने वाले समय में इसे खेल भूमि के नाम से जाना जाए ,उन्होंने कहा कि 2024 में राज्य में राष्ट्रीय खेलों का आयोजन होना है जिसके लिए विभाग लगातार काम कर रहा है। आने वाले समय में हमारे बच्चे देश के साथ प्रदेश का नाम भी रोशन करें इस ओर सरकार और विभाग लगातार गंभीर है। कार्यक्रम में जिलाध्यक्ष रुड़की, चांसलर जे. सी. जैन, मैनेजिंग डायरेक्टर श्रीयांश जैन, एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर चारु जैन, निदेशक कोर यूनिवर्सिटी बी. एम. सिंह, SQAY प्रेजिडेंट प्रवीण  सहित विश्वविद्यालय स्टाफ व खिलाड़ी उपस्थित थे l

Related Posts