हरिद्वार: अग्निपथ योजना से नाराज युवाओं पर पैनी नजर रखी जा रही है। पुलिस और खूफिया विभाग ने इसके लिए खबरी लगाए हैं। ये खबरी पुलिस के लिए मुखबिरी कर रहे हैं। किसी भी तरह की विरोध की बात आते ही पुलिस को सूचना पहुंच जाएगी। हालांकि, पुलिस का कहना है कि युवाओं को समझाया जाएगा, लेकिन जिस तरह से खूफिया नजर रखी जा रही है। उससे एक बात तो साफ है कि सरकार किसी विरोध और आंदोलन को दबाने के लिए पूरी ताकत झोंकी हुई है।
देशभर में अग्निपथ योजना के विरोध को देखते हुए रुड़की और देहात क्षेत्र के सेना में भर्ती की तैयारी कर रहे युवाओं की मुखबिरी कर नजर रखी जा रही है। गंगनहर की पटरी और देहात में संपर्क मार्गों पर दौड़ लगाने वाले युवाओं पर पुलिस और खुफिया विभाग की पैनी नजर है।
बताया जा रहा है कि युवाओं पर नजर रखने की जिम्मेदारी देहात में पूर्व प्रधानों और चौकीदारों को दी गई है। पुलिस और खुफिया विभाग की खासकर रुड़की और मंगलौर क्षेत्र के युवाओं पर पैनी नजर है। इन दोनों क्षेत्रों से बड़ी संख्या में युवा सेना और पुलिस भर्ती की तैयारी कर रहे हैं।
रुड़की में सुबह शाम गंगनहर पटरी पर सैकड़ों युवा दौड़ लगाते हैं। अग्निपथ के विरोध में इनमें से कुछ युवा शामिल तो नहीं हैं, इसे लेकर खुफिया विभाग सतर्क है। वहीं मंगलौर क्षेत्र में संपर्क मार्गों पर दौड़ लगाने वाले युवाओं पर पूर्व प्रधान और चौकीदार टकटकी लगाए हुए हैं। साथ ही युवाओं की ओर से बनाए गए व्हाट्सएप ग्रुपों पर भी नजर रखी जा रही है।
पुलिस और खुफिया विभाग ने युवाओं की ओर से अलग-अलग नाम से बनाए गए व्हाट्सएप ग्रुपों की एक लिस्ट तैयार की है। इन ग्रुपों में जुड़े कुछ युवाओं से पुलिस और खुफिया विभाग अग्निपथ को लेकर मुखबिरी करा रहा है, जिससे किसी भी तरह के प्रदर्शन वाली बात सामने आए तो समय रहते इन युवाओं को चिह्नित किया जा सके और आंदोलन को दबाया जा सके।