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ऋषिकेश : अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, एम्स ऋषिकेश में विश्व रोगी सुरक्षा दिवस मनाया गया। इस अवसर पर संस्थान की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर (डॉ.) मीनू सिंह ने कहा कि रोगी को सुरक्षित और सम्मानजनक देखभाल प्रदान करना प्रत्येक अस्पताल की जिम्मेदारी है।
रोगी सुरक्षा और स्वास्थ्य सेवा की गुणवत्ता में सुधार के लिए समर्पित प्रयास के रूप में एम्स ऋषिकेश द्वारा विश्व रोगी दिवस के अवसर पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए। आयोजित गतिविधियों में इस वर्ष ‘रोगी की सुरक्षा हेतु सटीक और समय पर निदान के महत्व’ के बारे में विस्तृत कार्यक्रम तैयार किया गया था। संस्थान की कार्यकारी निदेशक प्रो. मीनू सिंह, डीन अकादमिक प्रो. जया चतुर्वेदी और चिकित्सा अधीक्षक प्रो. संजीव कुमार मित्तल द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया। इस अवसर पर कार्यकारी निदेशक प्रो. मीनू सिंह ने मरीजों की बुनियादी जरूरतों को पूरा करने के महत्व पर जोर दिया। कहा कि उपचार के दौरान रोगी को भोजन और स्वच्छता आदि के मामलों में पर्याप्त सुविधाएं उपलब्ध करवाना और सही निदान करना अस्पातल की पहली प्राथमिकता होनी चाहिए। उन्होंने भारत में एंटीबायोटिक दवाओं के अत्यधिक उपयोग से होने वाले नुकसान पर भी प्रकाश डाला।
डीन एकेडमिक प्रो. जया चतुर्वेदी ने रोगी सुरक्षा के प्रति समर्पण के लिए सभी स्वास्थ्य कर्मियों को एक कुशल नायक की संज्ञा दी। कहा कि रोगी सुरक्षा को बढ़ाने वाली अनावश्यक जांच करवाने से बचना चाहिए। चिकित्सा अधीक्षक प्रो. संजीव कुमार मित्तल ने रोगी सुरक्षा के लिए सभी स्वास्थ्य कर्मियों की संयुक्त जिम्मेदारी की बात कही। साथ ही प्रत्येक रोगी की शारीरिक सुरक्षा जरूरतों का ख्याल रखने पर जोर दिया। कार्यक्रम की समन्वयक डी.एम.एस. डॉ. पूजा भदौरिया ने स्वास्थ्य सेवा में रोगी की देखभाल के सभी चरणों में नुकसान को रोकने और प्रत्येक रोगी की भलाई सुनिश्चित करने की बात कही।
कार्यक्रम के दौरान रोगी सुरक्षा के चार मुख्य उद्देश्यों जागरूकता बढ़ाना, नैदानिक सुरक्षा को प्राथमिकता देना, सहयोग को बढ़ावा देना और रोगियों और उनके परिवारों को सशक्त बनाने संबन्धित विभिन्न पहलुओं पर आधारित स्वास्थ्य देखभाल विषय पर विशेषज्ञों द्वारा व्याख्यान माला भी आयोजित की गयी। कार्यक्रम को डी.एम.एस डॉ. यतिन तलवार, डाॅ. रविकान्त, डाॅ. बेला गोयल, डॉ. नीलोत्पल चौधरी और डॉ. पंकज शर्मा ने भी संबोधित किया। इस दौरान डी.एम.एस डाॅ. भरत भूषण, डाॅ. अनुपमा बहादुर, चीफ नर्सिंग ऑफिसर रीटा शर्मा सहित विभिन्न विभागों के फेकल्टी सदस्य, डी.एन.एस और नर्सिंग अधिकारी मौजूद थे।