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- भारतीय मानक ब्यूरो ने आयोजित किया स्टैंडर्ड कांक्लेव
- विभिन्न उद्योगों के प्रतिनिधियों ने की भागीदारी
देहरादून। भारतीय मानक ब्यूरो के स्थापना दिवस शृंखला के तहत शुक्रवार को देहरादून शाखा द्वारा स्टैंडर्ड कॉन्क्लेव आयोजित किया गया। इसमें स्टैंडर्ड प्रमोशन में उद्योगों की भागीदारी, मानकीकरण के भविष्य, कार्यस्थल पर श्रमिकों की सुरक्षा तथा बीआइएस के डिजिटल टूल्स के विषय में विस्तार से जानकारी दी गई। कार्यक्रम में विभिन्न उद्योगों के प्रतिनिधियों ने भागीदारी की। सर्वे चौक स्थित आईआरडीटी सभागार में आयोजित कार्यक्रम की शुरुआत में पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह के निधन पर शोक व्यक्त किया गया तथा एक मिनट मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई।
इस अवसर पर भारतीय मानक ब्यूरो देहरादून शाखा के प्रमुख व निदेशक सौरभ तिवारी ने कहा कि उद्योगों को नए मानक बनाने के लिए सामने आना चाहिए। देश में अभी 23 हजार से अधिक मानक तैयार किए गए हैं, जो दुनिया के कई देशों में बने मानकों की तुलना में काफी कम है, इसमें सुधार जरूरी है। इस तरह की कार्यशालाएं इसमें तेजी लाने के मकसद से रखी गई हैं। उन्होंने प्रेजेंटेशन के माध्यम से भारतीय मानक ब्यूरो के विषय में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि उद्योगों के जो प्रतिनिधि विभिन्न कमेटियों में सदस्य हैं, वह दूसरों को भी नए स्टैंडर्ड बनाने की प्रक्रिया में शामिल होने के लिए प्रेरित करें।
सिडकुल मैन्युफैक्चरर एसोसिएशन यूनिट के अध्यक्ष हरेंद्र गर्ग ने कहा कि नियमों का पालन करना उद्योगों की जिम्मेदारी है। उन्होंने श्रम से संबंधित विभिन्न विषयों पर जानकारी दी। उन्होंने कहा कि एसओपी के आधार पर सावधानियां रखना बेहद जरूरी है। उन्होंने मानकों को लेकर भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा किए जा रहे कार्यों की प्रशंसा की।
बीआइएस के संयुक्त निदेशक सचिन चौधरी ने मानक मंथन शृंखला के अंतर्गत कार्यस्थल पर श्रमिकों की सुरक्षा को लेकर प्रेजेंटेशन दिया। उन्होंने उद्योग जगत में कार्यस्थल पर भारतीय मानकों की उपलब्धता और उपयोगिता के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर जिला उद्योग केंद्र की महाप्रबंधक अंजलि रावत नेगी, एमएसएमई के संयुक्त निदेशक चंचल बोहरा, सीपेट के पार्थ, बीआइएस के वैज्ञानिक श्याम कुमार, सौरभ चौरसिया, आदित्य कुमार आदि उपस्थित थे।