ऋषिकेश। ऋषिकेश नगर निकाय चुनाव में ऋषिकेश की आम जनता ने दिनेश मास्टरजी को समर्थन दे कर भाजपा कांग्रेस की नीति और नीयत पर प्रश्नचिन्ह खड़ा कर दिया है। अंतरराष्ट्रीय जगत में नाम कमाने वाली ऋषिकेश नगरी विकास के नाम पर स्थानीय स्तर पर मोदी सरकार से बहुत अपेक्षा कर रही थी, मगर भाजपा द्वारा चुने गए जनप्रतिनिधियों द्वारा व्यक्तिगत अहंकार में ऋषिकेश के विकास कार्य अपेक्षित गति नहीं पकड़ सके।
कांग्रेस व भाजपा द्वारा इस आरक्षित सीट पर मूल निवासियों को तरजीह देने की बजाय धन बल को तरजीह दी गई, नतीजतन धन बल के आगे मूल निवासी योग्यता में टिक न सके और भाजपा द्वारा शंभू पासवान और कांग्रेस द्वारा दीपक जाटव को टिकट दे दिया गया। इस मसले पर आग सोशल मीडिया में शंभू पासवान का टिकट होते ही “एक बिहारी सब पर भारी” के बाद भड़की, हालांकि डेमेज कंट्रोल के लिए एक मुकदमा दर्ज कर दिया गया।
ऐसे में आम जनता के द्वारा दिनेश मास्टरजी को निर्दलीय ही खड़ा कर दिया गया। कल निर्दलीय प्रत्याशी दिनेश मास्टरजी के समर्थन में उत्तराखण्ड के ह्रदय सम्राट लोक गायक नरेंद्र सिंह नेगी जी द्वारा ऋषिकेश आईडीपीएल ग्राउंड में धर्म धाद का आयोजन किया गया, जिसमें आई भारी भीड़ ने इस चुनाव की रूप रेखा तय कर दी।
राज्य आंदोलनकारी संजय बुडाकोटी का कहना है कि यह चुनाव बाहरी भीतरी का नहीं बल्कि माफिया बनाम मास्टर का है, ऋषिकेश की जनता को तय करना है कि उसे अपना जनप्रतिनिधि कैसा चाहिए। इस चुनाव में स्थानीय भाजपा नेता इसे भाजपा के खिलाफ न मानकर स्थानीय विधायक के खिलाफ जनाक्रोश मान रहे हैं, भाजपा कांग्रेस के कुछ नेता खुल कर तो कुछ पीछे से दिनेश मास्टरजी की जीत को पक्का करने के लिए रात दिन काम कर रहे हैं।