आईआईटी रूड़की ने की डिस्टिंग्विश्ड एलमनस अवॉर्ड्स 2022 और आउटस्टैण्डिंग सर्विस अवॉर्ड्स की घोषणा

by intelliberindia

 

रूड़की : इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी रूड़की (आईआईटी रूड़की) ने विभिन्न श्रेणियों में डिस्टिंग्वश्डि एलमनस अवॉर्ड्स 2022 की घोषणा की और पुरस्कार विजेताओं को उनकी उपलब्धियों के लिए सम्मानित किया। डिस्टिंग्विश्ड एलमनस अवॉर्ड्स युनिवर्सिटी ऑफ रूड़की या आईआईटी रूड़की के उनके उन पूर्व क्षेत्रों को दिए जाते हैं, जिन्होंने नीचे दी गई छह में से किसी भी श्रेणी में उल्लेखनीय योगदान दिया हो। यह श्रेणियां हैं- अकादमिक या रीसर्च एक्सीलेन्स, एक्सीलेन्स इन इंजीनियरिंग या टेक्नोलॉजी इनोवेशन, एक्सीलेन्स इन लीडरशिप इन गवर्नमेन्ट या पब्लिक सेक्टर, एक्सीलेन्स इन लीडरशिप इन प्राइवेट सेक्टर, एंटरेप्रेन्युरियन एक्सीलेन्स, एक्सीलेन्स इन सर्विस टू द सोसाइटी। डिस्टिंग्विश्ड एलमनस अवॉर्ड्स 40 साल से कम उम्र के आईआईटी रूड़की एल्युमनाई को दिए जाते हैं।

आउटस्टैण्डिंग सर्विस अवॉर्ड्स अकादमिक एवं रीसर्च के क्षेत्र में उत्कृष्टता के लिए उन्हें दिए जाते हैं, जिन्होंने आईआईटी रूड़की कम्युनिटी के अकादमिक, रीसर्च एवं विकास के प्रयासों को सशक्त बनाने में योगदान दिया हो और फैकल्टी एवं छात्रों को अपने काम को देश-विदेश में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने में सक्षम बनाया हो। साथ ही राज्य या केन्द्र सरकार या निजी उद्योग से स्पॉन्सर्ड रीसर्च एवं ओद्यौगिक कन्सलटेन्सी को स्पॉन्सर करने को बढ़ावा दिया हो। इस अवसर पर प्रोफेसर के.के. पंत ने कहा, ‘‘हम हर साल नए उम्मीदवारों को डिस्टिंग्वश्डि एलमनस अवॉर्ड्स देते हैं। हमें गर्व है कि इन पूर्वछात्रों ने विज्ञान, इंजीनियरिंग एवं समाज के विकास में उल्लेखनीय योगदान दिया है। हमें उम्मीद है कि उनकी उपलब्धियां युवा अनुसंधानकर्ताओं को अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए प्रोत्साहित करेंगी।

यहां पुरस्कार विजेताओं, तथा अपने क्षेत्र के दिग्गजों का विवरण दिया गया हैः

डिस्टिंग्विश्ड एलमनस अवॉर्ड्स 2022

 नाम पुरस्कार श्रेणी बैच नंबर
  •  प्रोफेसर अम्बरीश चन्द्रा एकेडमिक या रीसर्च एक्सीलेन्स 1977- बीई इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग 
  • डॉ अमित के गुप्ता 2000- बीई इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग
  • प्रोफेसर भारत भास्कर एक्सीलेन्स इन इंजीनियरिंग या टेकनोलोजी इनोवेशन 1980- बीई इलेक्ट्रोनिक्स एण्ड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग 
  • विनय कुमार त्रिपाठी 1982- बीई इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग
  • कमल बाली 1981- बीई इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग
  • रजत शिखर एक्सीलेन्स इन लीडरशिप इन गवर्नमेन्ट या पब्लिक सेक्टर  2001 बीटेक सिविल
  • मिस रश्मि वर्मा, 1977- बीई कैमिकल
  • हरीश कुमार एक्सीलेन्स इन लीडरशिप इन प्राइवेट सेक्टर 1993- एमएससी फिज़िक्स
  • सौरभ संचेती एंटरेप्रेन्युरियन एक्सीलेन्स, एक्सीलेन्स इन सर्विस टू द सोसाइटी 1977- बीटेक ईसीई
  • निशांत चन्द्रा न् 2014 बीटेक प्रोडक्शन एवं इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग 
  • सिद्धार्थ माहेश्वरी 2014 बीटेक सीएसई डिस्टिंग्विश्ड यंग एलमनस अवॉर्ड्स 2022 
  • मोहिन्दर एल नायर डिस्टिंग्विश्ड यंग एलमनस अवॉर्ड्स 2022 1966 बीई मैकेनिकल इंजीनियरिंग
  • प्रदीप कुमार कापसे 1972 बीई मैकेनिकल इंजीनियरिंग 
  1. प्रोफेसर अम्बरीश चन्द्रा इकोले डे टेकनोलॉजी सुपीरियर्स, मोंटेरेल, क्यूसी, कनाडा में 1999 से प्रोफेसर ऑफ इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग रहे हैं। प्रोफेसर चन्द्रा ने दो क्षेत्रों में पावर इलेक्ट्रोनिक्स कन्सलर्टर्स के लिए नई थ्योरी और कंट्रोल एल्गोरिम में उल्लेखनीय कार्य किया है। ये दो क्षेत्र हैं- वितरण प्रणाली में पावर की गुणवत्ता में सुधार और पावर की गुणवत्ता के सुधार के लिए वितरण प्रणाली में नवीकरणीय उर्जा स्रोतों का एकीकरण।
  2. डॉ अमित के गुप्ता रोल्स-रॉयस सिंगापुर प्रा. लिमिटेड में रोल्स-रॉयस के हैड हैं। डॉ गुप्ता ने पिछले दो दशकों में इलेक्ट्रिकरण और तकनीकी क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान दिया है। उन्होंने अपने ओद्यौगिक, अनुसंधान एवं अकादमिक कार्य के माध्यम से आधुनिक तकनीकों एवं इनोवेशन्स को बढ़ावा दिया है।
  3. प्रोफेसर भारत भास्कर वर्तमान में आईआईएम अहमदाबाद के डायरेक्टर हैं। उन्होंने वर्जिनिया पॉलिटेक्निक इन्सटीट्यूट और स्टेट युनिवर्सिटी, युएसए में कम्प्यूटर साइंस में पीएचडी और मास्टर्स किया। प्रोफेसर भास्कर के नाम कई विज़िंटिंग एकेडमिक पॉज़िशन्स हैं जैसे युनिवर्सिटी ऑफ टेनागा नेसियोनल, मलेशिया में इंटरनेशनल एक्सपर्ट अडजाइज़र; नैचुरल साइन्सेज़ एण्ड इंजीनियरिंग रीसर्च काउन्सिल ऑफ कनाडा में इंटरनेशनल एक्सपर्ट और ईएसएसईसी बिज़नेस स्कूल, पेरिस, फ्रांस में विज़िंटिंग प्रोफेसर। 
  4. विनय कुमार त्रिपाठी, रेलवे मंत्रालय में रेलवे बोर्ड के चेयरमैर रहे हैं (1 जनवरी 2022 से 31 दिसम्बर 2022)। वे 1983 बैच में इंडियन रेलवे सर्विस ऑफ इलेक्ट्रिकल इंजीनियर्स के माध्यम से रेलवे में शामिल हुए। अपने करियर के दौरान श्री त्रिपाठी ने उत्तरी, मध्यम और पश्चिम रेलवे के इलेक्ट्रिक विभाग में महत्वपूर्ण पदों पर सेवाएं प्रदान की हैं।
  5. कमल बाली, वोल्वो ग्रुप, भारत के अध्यक्ष एवं प्रबन्ध निदेशक हैं। वे दो दशकों तक अध्यक्ष एवं सीईओ के रूप में कई प्रतिष्ठित देशी-विदेश कंपनियों का नेतृत्व कर चुके हैं। अप्रैल 2014 के बाद से वे वोल्वो ग्रुप, भारत में अध्यक्ष एवं प्रबन्धन निदेशक की भूमिका निभा रहे हैं।
  6. रजत शिखर, सह-संस्थापक एवं सीपीटीओ, डीलशेयर पिछले 15 सालों से भारतीय ई-कॉमर्स सिस्टम में जुड़े हैं। उन्होंने ई-कॉम 1.0 से लेकर सोशल कॉमर्स तक उत्पादों एवं तकनीकों के निर्माण में उल्लेखनीय योगदान दिया है।
  7. मिस रश्मि वर्मा, मैप माय इंडिया की सह-संस्थापक एवं निदेशक हैं। वे भारत की पहली महिला टेक उद्यमी हैं। ज़बरदस्त प्राबलम साल्विंग क्षमता के साथ आईआईटी रूड़की में इंजीनियरिंग की शिक्षा के बाद उन्होनें यूएसए की ईस्टर्न वॉशिंगटन युनिवर्सिटी से एमएस किया।
  8. हरीश कुमार, एबिलिटी ऑन व्हील्स के संस्थापक हैं। वे एक दिव्यांग हैं और उनमें ड्राइविंग का जुनून है। 2012 में वे ऑल इंडिया ड्राइविंग अभियान को पूरा करने वाले देश पहले सफल दिव्यांग बने। इसके साथ उन्होंने लिमका बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में अपना नाम दर्ज कराया।
  9. सौरभ संचेती, जियो प्लेटफॉर्म्स के ग्रुप सीएफओ हैं। वे सफल बिज़नेस लीडर हैं, जिन्होंने मीडिया, इंटरनेट और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर कई सफलताएं हासिल की हैं। उन्हें कई पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है जैसे इकोनोमिक टाईम्स 40 अंडर फोर्टी, फॉर्च्यून 40 अंडर फोर्टी और आईआईएम अहमदाबाद द्वारा यंग डिस्टिंग्विडश्ड एल्युमनाई अवार्ड। सौरभ दिल से टैकी हैं और भारत सरकार के एटोमिक उर्जा विभाग के ‘यंग साइन्टिस्टि रीसर्च प्रोग्राम’ से जुड़े रहे हैं। 
  10. निशांत चन्द्रा न्यूटन स्कूल के सह-संस्थापक हैं, जिन्होंने डेमोक्रेटिक एजुकेशन मॉडल्स को नए आयाम दिए हैं। 
  11. सिद्धार्थ माहेश्वरी न्यूटन स्कूल के संस्थापक हैं। अपने अनूठे पे-आफटर प्लेसमेन्ट मॉडल के साथ इसमें सॉफ्टवेयर डेवलपमेन्ट की शिक्षा को नया आयाम दिया है। यह लोगों की आर्थिक एवं भौगोलिक बाधाओं को दूर कर उनका सॉफ्टवेयर डेवलपर बनने का सपना साकार करता है। 
  12. मोहिन्दर एल नायर एक एएसएमई लाईफ फैलो हैं। उन्हें 2016 में आईआईटी रूड़की के डिस्टिंग्विश्ड एलमनस अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। वे पाइपिंग, वाल्व, मटीरियर, कोड्स और स्टैण्डर्ड्स में विश्वविख्यात स्पेशलिस्ट हैं। उन्होंने यूएस में आईआईटी रूड़की फाउन्डेशन की स्थापना की शुरूआत की।
  13. प्रदीप कुमार आयशर मोटर्स लिमिटेड में टेकनिकल अडवाइज़र हैं। उन्होंने 1972 में टाटा मोटर्स में ग्रेजुएट एप्रेन्टिस ट्रेनी के रूप में अपना करियर शुरू किया और संगठन को इतना प्रभावित किया कि उन्हें डायरेक्टर एवं जीएम एक्ज़क्टिव असिस्टेन्ट के रूप में चुन लिया गया।

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