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कोटद्वार । श्री गोपाल गौलोक धाम सेवा संस्थान के तत्वावधान मे पांच दिवसीय श्री राम कथा धेनुमानस गौ टीका के पंचम दिन महाराज गोपालमणि जी ने गौ टीका बारे मे विस्तार से बताया । गुरुवार को दीपक वैडिंग प्वाइंट मे आयोजित गौ टीका की अमृतमयी कथा श्रवण कराते हुए गौ क्रांति अग्रदूत गोपाल मणि महाराज ने कथा प्रंसग मे कहा कि जितने भी हमारे धर्मग्रन्थ है वह सब गौ के दर्शन करवाते है। हनुमान चालीसा से लेकर वेद पुराणों तक तभी सिद्ध होते है जब गौ माता तुम्हारी गवाही दे जिस दिन गौ माता को राष्ट्र माता का सम्मान व प्रतिष्ठा मिल जायेगी उसी दिन हमारा हनुमान चालीसा सिद्ध हो जायेगी ।
उन्होंने कहा कि हमारी सनातनी संस्कृति को मिटाने के लिए मुगल, अंग्रेज, किरात आदि असुर आए परन्तु सनातन धर्म को खत्म नही कर पाए । सनातन धर्म अरबो करोड़ो वर्ष पुराना है इसको कोई नही मिटा सकता । इसी धरती पर ऐसे तपस्वी है जिनकी तपस्या के बल पर सनातन स्थिर है । अपने अडिग सिद्धांत पर खरा उतरे इसीलिये तो सनातन धर्म की जड़ गौ माता है । कहा कि गाय को खूंटे और अपने बच्चो से बहुत प्रेम होता है आज गौ की हत्या तो सबसे पहले हो रही है कि हम गाय को पशु मान रहे है जबकि हमारे शास्त्र पुराण वेद उपनिषद सब कह रहे है कि “पशवो न गाव” यानी गाय पशु नही है जिन लोगो की पशु बुद्धि हो गई है वही गाय को पशु समझते है । गौ माता मे इतनी खुबिया है कि स्वंय भगवान राम गौ रक्षा के लिए इस धरा धाम पर अवतरित हुए ।श्री कृष्ण ने इस धरती पर गौ बर्द्धन का कार्य किया और भोलेनाथ तो बृषभध्वज याने गौ माता नंदी का झण्डा लेकर प्रचार करते है। कथा में बड़ी संख्या मे पुरूष व महिलाएं शामिल हुई ।