उद्यमिता विकास कार्यक्रम : छात्रों को दी नवाचार और व्यवसाय विकास की महत्वपूर्ण जानकारियां

by intelliberindia
  • उद्यमिता विकास कार्यक्रम : छात्रों को  नवाचार की सीख
ऋषिकेश : पंडित ललित मोहन शर्मा परिसर, श्री देव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय, ऋषिकेश में देव भूमि उद्यमिता योजना  (DUY) के अंतर्गत चल रहे  उद्यमिता विकास कार्यक्रम में डीयूवाई इंडस्ट्री मेंटर दीपक चौहान ने छात्रों को नवाचार और व्यवसाय विकास की महत्वपूर्ण जानकारियां दीं। यह कार्यक्रम छात्रों के उद्यमशीलता कौशल को विकसित करने और उन्हें व्यावसायिक चुनौतियों के लिए तैयार करने के उद्देश्य से आयोजित किया ।
कार्यक्रम के दौरान  छात्रों को 08 टीमों में विभाजित किया गया, जहां उन्होंने अपने नवाचारपूर्ण व्यावसायिक विचारों, लोगो, स्लोगन और मार्केटिंग रणनीति को प्रस्तुत किया। छात्रों ने अपने स्टार्टअप आइडियाज को एक संपूर्ण परियोजना प्रस्ताव रिपोर्ट के रूप में तैयार किया और उसका प्रस्तुतीकरण किया। उन्होंने कहा कि टीम वर्क से ही उद्यमिता हासिल की जा सकती है ।इस दौरान विभिन्न मुद्दों पर खुल के चर्चा की गई। इस चर्चा के बाद प्रतिभागियों मे अलग आत्मविश्वIस दिखाई दिया।
इसके अतिरिक्त, कार्यक्रम में एक प्रेरणादायक वीडियो भी दिखाया गया, जिसमें सफल उद्यमियों की कहानियों को साझा किया गया। इस वीडियो के माध्यम से छात्रों को यह समझाने का प्रयास किया गया कि संघर्ष, नवाचार और सही रणनीति किसी भी स्टार्टअप को सफल बना सकती है। इस कार्यक्रम में त्रिलोक नारायण ने छात्रों को व्यवसाय की बारीकियों से अवगत कराया और उन्हें बताया कि एक सफल उद्यमी बनने के लिए धैर्य, नवाचार और प्रबंधन कौशल की आवश्यकता होती है। उन्होंने वर्तमान बाजार की प्रवृत्तियों (Market Trends) और भविष्य की संभावनाओं पर भी चर्चा की।
कार्यक्रम में  नोडल अधिकारी प्रो. अनिता तोमर ने कार्यक्रम के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह छात्रों को रचनात्मकता और व्यावसायिक दृष्टिकोण विकसित करने में सहायक सिद्ध होगा। उन्होंने छात्रों को स्व-रोजगार को अपनाने और अपनी उद्यमशीलता क्षमता को पहचानने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में उद्यमिता के क्षेत्र में डिजिटल टेक्नोलॉजी, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) और नवाचार का बड़ा योगदान है। छात्रों को इन तकनीकों का उपयोग कर अपने व्यावसायिक विचारों को व्यापक स्तर पर लागू करने के लिए प्रेरित किया। भविष्य में भी ऐसे कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिससे छात्रों को व्यावसायिक चुनौतियों से निपटने और एक सफल उद्यमी बनने में सहायता मिलेगी। उन्हें व्यवसाय में अनुसंधान और नवीन विचारों के महत्व को समझाया। इस अवसर पर प्रोफेसर अनीता तोमर ने प्रतिभागियों से निरंतर अपने बिजनेस आइडिया पर कार्य करने की बात की तथा बताया कि कर्म करना आवश्यक है । उन्होंने बताया 07 मार्च 2025 को उद्यमिता प्रदर्शनी आयोजित की जा रही है उसमें  45 वर्ष से कम कोई भी उद्यमी/ भावी उद्यमी प्रतिभाग के सकता है।
इस मौके पर डॉ. शालिनी रावत ने छात्रों को नवाचार को अपनाने और आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि स्टार्टअप संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए इस तरह के कार्यक्रम अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। प्रो. धर्मेंद्र तिवारी ने भी छात्रों को संबोधित किया और भावी उद्यमियों को उद्यमिता एवं व्यवसाय के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। प्रोफेसर तिवारी ने कस्टमर रिलेशनशिल मैनेजमेंट, कस्टमर लॉयल्टी, साइकोलॉजिकल एवं इमोशनल अटैचमेंट विद प्रोडक्ट ऐंड सर्विसेज पर बात की। इस अवसर पर इस बात पर विशेष ध्यान दिया गया कि हम जिस भूमिका में हैं उसका निर्वहन हमें बखूबी करना चाहिए , यही कामयाबी का सर्वोच्च माध्यम है।
इस कार्यक्रम के माध्यम से छात्रों को उद्योग जगत की आवश्यकताओं और स्टार्टअप संस्कृति की बारीकियों को समझने का अवसर मिला। प्रतिभागी छात्रों ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि इस कार्यक्रम ने उन्हें न केवल व्यवसाय प्रबंधन और नवाचार की जानकारी दी, बल्कि उनके आत्मविश्वास को भी बढ़ाया।

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