- प्रेक्षागृह में आयोजित हुआ त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव
- निर्वाचन अधिकारियों को बताये दायित्व और अधिकार
पौड़ी : आगामी त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों के मद्देनजर निर्वाचन अधिकारियों (आरओ), सहायक निर्वाचन अधिकारियों (एआरओ) खंड विकास अधिकारियों, सहायक खंड विकास अधिकारियों व मास्टर ट्रेनरों को प्रशिक्षण दिया गया। इस मौके पर प्रशिक्षक ने संबंधित अधिकारियों को उनके दायित्व, जिम्मेदारी और अधिकारों की जानकारी दी। प्रशिक्षण के पहले दिन 16 आरओ, 150 एआरओ, 15 विकासखंड अधिकारी, 15 एडीओ पंचायत व 48 मास्टर ट्रेनरों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया।
प्रेक्षागृह में आयोजित त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर जिलाधिकारी स्वाति एस. भदौरिया ने अधिकारियों और कर्मचारियों को स्पष्ट निर्देश देते हुये कहा कि निर्वाचन प्रक्रिया में लगे सभी कार्मिक अपनी जिम्मेदारी का निष्ठापूर्वक निर्वहन करें। उन्होंने कहा कि चुनाव लोकतंत्र का पर्व है और इसकी निष्पक्षता एवं पारदर्शिता बनाये रखना हम सभी की प्राथमिक जिम्मेदारी है। जिलाधिकारी ने कहा कि पंचायत चुनाव संवेदनशील प्रकृति का होता है, इसलिए आरओ, एआरओ सहित अन्य अधिकारी निर्वाचन कार्यों में किसी भी स्तर पर लापरवाही न बरतें। उन्होंने स्पष्ट किया कि चुनाव संबंधी सभी प्रशिक्षणों में उनकी पूर्ण भागीदारी अनिवार्य है ताकि प्रक्रिया की सही समझ बनी रहे। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिये कि मतदाता सूची, नामांकन प्रक्रिया, स्क्रूटनी, प्रतीक आवंटन, मतदान और मतगणना तक सभी प्रक्रियाएं नियमों के अनुसार संचालित की जाएं।
पंचायत प्रशिक्षण नोडल अधिकारी दीपक रावत ने बताया कि जिले में पंचायत चुनाव दो चरणों में संपन्न होंगे। त्रिस्तरीय पंचायत निर्वाचन के अंतर्गत सदस्य ग्राम पंचायत, प्रधान ग्राम पंचायत, सदस्य क्षेत्र पंचायत तथा सदस्य जिला पंचायत के चार पदों-स्थानों के लिए चुनाव होंगे। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत सदस्य, प्रधान ग्राम पंचायत तथा सदस्य क्षेत्र पंचायत के पदों के लिए नाम निर्देशन पत्र संबंधित विकासखंड मुख्यालय पर प्राप्त किये जायगें। जबकि जिला पंचायत सदस्य के लिए नाम निर्देशन पत्र जिला पंचायत मुख्यालय पर प्राप्त किये जायेंगे। उन्होंने कहा कि पृथक-पृथक पदों-स्थानों के लिये प्रस्तुत किये जाने वाले नाम निर्देशन पत्र निर्वाचन अधिकारी या उनके द्वारा संबंधित सहायक निर्वाचन अधिकारी द्वारा प्राप्त किये जायेंगे। एक अभ्यर्थी एक पद के लिये अधिकतम चार निर्देशन पत्र प्रस्तुत कर सकता है। आरक्षित श्रेणी के उम्मीदवार की दशा में नाम निर्देशन पत्र के साथ जाति का प्रमाण पत्र भी लिया जायेगा।
उन्होंने कहा कि निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय में आरओ की कुर्सी के पीछे एक दीवार घड़ी लगायी जायेगी। इसी घड़ी के समय के अनुसार निर्वाचन संबंधी कार्यवाही की जायेगी। निर्वाचन अधिकारी समय सारिणी के अनुसार तय स्थान पर अपने सहायक निर्वाचन अधिकारियों के साथ विभिन्न पदों-स्थानों के लिए नाम निर्देशन पत्र प्राप्त करने हेतु उपस्थित रहें। प्रशिक्षण में मुख्य विकास अधिकारी गिरीश गुणवंत, अपर जिलाधिकारी अनिल गर्ब्याल, आरटीओ द्वारिका प्रसाद, जिला शिक्षाधिकारी रणजीत सिंह नेगी, जिला पर्यटन अधिकारी खुशाल सिंह नेगी, जिला समाज कल्याण अधिकारी रोहित सिंह, जिला परिवीक्षा अधिकारी अरविंद कुमार, खंड विकास अधिकारी सौरभ हांडा सहित विभिन्न विकासखंडों के बीडीओ तथा अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।