गोपेश्वर (चमोली)। जिलाधिकारी चमोली संदीप तिवारी ने बुधवार को वाइब्रेंट विलेज कार्यक्रम के अन्तर्गत प्रस्तावित विकास योजनाओं के प्रस्तावों की समीक्षा की। इस दौरान विभागवार प्रस्तावों पर चर्चा करते हुए उन्होंने सभी विभागों को समन्वय स्थापित कर प्रस्ताव तैयार करने की बात कही। जिससे योजनाओं के प्रस्तावों की पुनरावृत्ति से बचा जा सकेगा।
जिलाधिकारी ने वाइब्रेंट विलेज कार्यक्रम की विभागवार समीक्षा करते हुए मुख्य कृषि अधिकारी को कोल्ड स्टोरेज यूनिट और प्रोसेसिंग यूनिट का प्रस्ताव बनाने के निर्देश दिए। स्वास्थ्य सुविधाओं के विकास के लिए मुख्य चिकित्साधिकारी के औचित्यपूर्ण प्रस्ताव तैयार करने के आदेश दिए। उन्होंने आंगनवाडी में सोलर पैनल लगाने के लिए उरेडा से प्रस्ताव बनाने, आरडब्लूडी को गेस्ट हाउस और म्यूजियम का निर्माण पहाड़ी शैली में करने के निर्देश दिए।
पर्यटन अधिकारी को वाइव्रेंट विलेज में वर्तमान में पर्यटकों की ग्रीष्म और शीतकाल में पर्यटकों की आवाजाही की रिपोर्ट उपलब्ध कराने के आदेश दिए। उन्होंने सिचाई नहरों के निर्माण के लिए विभागीय अधिकारी को कृषि और उद्यान विभाग से समन्वय स्थापित कर प्रस्ताव तैयार करने की बात कही। वाइब्रेंट विलेज के ग्रामीणों को बैंकिग सुविधा से जोड़ने के लिये एलडीएम को बैंक या मिनी बैंक स्थापित करने की योजना बनाने के निर्देश दिए। उद्योग विभाग के महाप्रबंधक हस्तशिल्प उत्पादन की गुणवत्ता वृद्धि और विपणन की व्यवस्था को लेकर मशीनों और आउटलेट स्थापित करने के प्रस्ताव बनाने के निर्देश दिए, वहीं गांवों में सामुदायिक शौचालयों के निर्माण के लिए भूमि चयन कर प्रस्ताव तैयार करने की बात कही।
बैठक में परियोजना निदेशक आनंद सिंह ने वाइब्रेंट विलेजों में बुनियादी सुविधाओं और आजीविका विकास के लिए संचालित एवं प्रस्तावित कार्यों की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि वाइब्रेंट विलेज कार्यक्रम के अन्तर्गत जनपद चमोली में सीमावर्ती गांव नीती, गमशाली, बाम्पा, फरकिया, मलारी, कोषा, कैलाशपुर, महरगांव, गुरु कुटी, माणा, बामणी, गजकोटी, कुरकुटी एवं जोशीमठ को लाभान्वित किया जा रहा है। इन गांवों में केन्द्र और राज्य सरकार की योजनाओं में सभी पात्र लोगों को लाभान्वित करने के साथ ही बुनियादी सुविधाओं के विकास और आजीविका सृजन के लिए कार्य किए जा रहे है। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी नन्दन कुमार, परियोजना निदेशक आनन्द सिंह, सीएमओ राजकेश पांडेय, पर्यटन अधिकारी बृजेंद्र पांडे आदि मौजूद थे।