डीएम संदीप तिवारी ने दिए सारा के अंतर्गत जल संवर्धन एवं संरक्षण कार्यो में तेजी लाने के निर्देश

by intelliberindia

गोपेश्वर (चमोली)। जिलाधिकारी चमोली संदीप तिवारी ने शुक्रवार को स्प्रिंग एवं रिवर रिजुविनेशन प्राधिकरण (सारा) की बैठक लेते हुए सारा के अंतर्गत प्रस्तावित कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने संवेदनशील जल स्रोतों, नदियों, सहायक नदियों और जलाशयों के जल संरक्षण और संवर्धन के कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि विभागीय योजनाओं से कर्न्वेजेंस करते हुए एक करोड़ तक की योजनाओं के प्रस्ताव स्वीकृति के लिए शीघ्र जिला स्तर पर गठित समिति को उपलब्ध करें। एक करोड़ से अधिक की योजनाओं के प्रस्ताव राज्य स्तरीय कमेटी को भेजा जाए।

जिलाधिकारी ने सिंचाई, पेयजल एवं वन विभाग को निर्देशित किया कि जल संवर्धन कार्यो के लिए चिह्नित सभी जल स्रोतों की मैपिंग की जाए। वन क्षेत्र में स्थित जल स्रोतों के संवर्धन के लिए वन विभाग और राजस्व क्षेत्र में स्थित स्रोतों के संवर्धन के लिए पेयजल विभाग शीघ्र प्रस्ताव उपलब्ध करें। जिन योजनाओं के प्रस्ताव तैयार हो गए है, उनके लिए धनराशि की डिमांड करते हुए शीघ्र कार्य शुरू किया जाए। क्षेत्र विशेष की आवश्यकताओं के अनुरूप विभागीय योजनाओं और स्थानीय लोगों के सहयोग से जल स्रोत और जल संरक्षण कार्यो का क्रियान्वयन किया जाए। ताकि प्राकृतिक जल स्रोत धारे, नोले और नदियों का चिरस्थाई प्रवाह बना रहे।

सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता ने बताया कि स्प्रिंगशेड एंड रिवर रिजुवनेशन अथॉरिटी (सारा) के अंतर्गत जिला स्तर पर प्राकृतिक जल स्रोतों के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए कार्ययोजना तैयार की जा रही है।  जल संस्थान और जल निगम की ओर से जिले में 87 जल स्रोत को चिह्नित किया गया है, जिसमें से 78 जल स्रोत वन क्षेत्र में है और वन विभाग की ओर से नौ योजनाओं के प्रस्ताव तैयार कर लिए गए है। सिंचाई एवं लघु सिंचाई विभाग की ओर से 20 सहायक नदियों को चिह्नित किया गया है। जिसमें से छह योजनाओं के आगणन तैयार कर लिए गए है। कैच द रैन कार्यक्रम के अंतर्गत जिले में प्लांटेशन, 1.43 लाख ट्रेंच निर्माण, 1351 चाल-खाल, 4752 चेकडैम एवं 936 अन्य जल संग्रहण संरचनाओं के निर्माण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी नंदन कुमार, ईई जल संस्थान एसके श्रीवास्तव, अधिशासी अभियंता सिंचाई अरविन्द सिंह नेगी, केदारनाथ एवं बद्रीनाथ डिवीजन के एसडीओ सहित वर्चुअल माध्यम से सभी संबंधित अधिकारी मौजूद थे।

 

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