चमोली : जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने शुक्रवार को विकासखंड दशोली के अंतर्गत रौली-ग्वाड़ क्षेत्र में उद्यान विभाग और आजीविका संवर्द्धन के अंतर्गत संचालित कार्यो का स्थलीय निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने काश्तकारों की ओर से किए जा रहे लीलियम व मशरुम उत्पादन और महिला स्वयं सहायता समूहों की ओर से लैनटाना से बनाई जा रही उपयोगी सामग्री का निरीक्षण किया।
रौली-ग्वाड़ गांव में प्रगतिशील काश्तकार नीरज भट्ट की ओर से पॉलीहॉउस में किए जा रहे लीलियम पुष्प, सब्जी और कीवी के उद्यानीकरण का निरीक्षण किया। काश्तकार की ओर से यहां 400 स्क्वायर मीटर में उद्यान विभाग के सहयोग से पॉलीहाउस स्थापित कर सब्जी और फूलों का उत्पादन किया जा रहा है। निरीक्षण के दौरान उन्होंने काश्तकार से विपणन व्यवस्था एवं आय की जानकारी ली। गांव में ही जय काली मां स्वयं सहायता समूह की महिलाओं की ओर से किए जा रहे मशरूम उत्पादन का निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने उद्यान अधिकारी को मशरूम उत्पादन बढ़ाने हेतु समूह को तकनीकी सहयोग प्रदान करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने प्रगतिशील किसानों की प्रशंसा करते हुए कहा कि अन्य युवाओं को भी इसके लिए प्रोत्साहित करें, ताकि गांव में ही स्वरोजगार के अवसर मिले और वे अपनी आर्थिकी को मजबूत कर सके। इससे युवाओं को पलायन रोजगार के लिए पलायन नही करना पडेगा।
जिलाधिकारी ने हरियाली ग्रामीण आजीविका केंद्र में महिला समूह की ओर से लैंटाना से बनाई जा रही कार्यालय उपयोगी सामग्री, कूड़ादान व अन्य सामग्री का निरीक्षण भी किया। इस दौरान उन्होंने मुख्य विकास अधिकारी को लैंटाना से तैयार समग्री का व्यापारिक दृष्टि से फिनिसिंग के लिए समूह को प्रशिक्षण एवं आवाश्यक उपकरण उपलब्ध कराने की बात कही। उन्होंने महिलाओं को बाजार मांग के अनुरुप सामग्री तैयार करने पर भी जोर दिया। इस दौरान नैल-कुड़ाव के ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से सड़क किनारे पुस्ता निर्माण की मांग उठाई। जिस पर उन्होंने मौके पर ही लोनिवि के अधिकारियों को निरीक्षण कर कार्रवाई करने के निर्देश दिए। इस मौके पर मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह, परियोजना निदेशक आनंद सिंह, उद्यान अधिकारी तेजपाल सिंह, कृषि अधिकारी एवं संबधित विभागों के अधिकारी मौजूद थे।