गोपेश्वर (चमोली)। सघन डायरिया नियंत्रण पखवाडा के प्रभावी क्रियान्वयन, परिवार नियोजन और 15वें वित्त आयोग की संस्तुति पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और उपकेद्रों को उपकरण एवं सामग्री वितरण के लिए बुधवार को जिलाधिकारी चमोली हिमांशु खुराना की अध्यक्षता में जनपद स्तरीय समन्वय समिति की बैठक लेते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में डायरिया से बचाव के लिए घर-घर जाकर लोगों को जागरूक किया जाए। आशा के माध्यम से शून्य से पांच साल के बच्चों को ओआरएस और जिंक टेबलेट उपलब्ध कराई जाए। विद्यालयों में विशेष फोकस करते हुए डायरिया से बचाव तथा रोकथाम के लिए जागरूकता अभियान चलाया जाए। साथ ही सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाए। ताकि संचारी रोगों से लोगों को बचाया जा सके।
स्वास्थ्य उपकरणों के वितरण के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और उप केद्रों के चयन के लिए जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि दूरस्थ क्षेत्र के स्वास्थ्य उपक्रेदों को प्राथमिकता पर रखते हुए स्वास्थ्य उपकरणों का वितरण किया जाए। परिवार नियोजन कार्यक्रम के अंतर्गत 11 से 24 जुलाई तक आयोजित होने वाले जनसंख्या स्थिरीकरण पखवाड़ा का प्रचार प्रसार किया जाए।
प्रभारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अभिषेक गुप्ता ने बताया कि डायरिया नियंत्रण कार्यक्रम एक जुलाई से 31 अगस्त तक चलाया जाएगा। इस कार्यक्रम के अंतर्गत जिले में 30916 बच्चों को ओआरएस और जिंक टेबलेट वितरण का लक्ष्य रखा गया है। परिवार नियोजन कार्यक्रम के अंतर्गत 11 से 24 जुलाई तक नसबंदी शिविरों का आयोजन किया जाएगा। जिसमें 11 जुलाई को दशोली व गैरसैंण, 12 जुलाई को कर्णप्रयाग, 13 जुलाई को थराली, 15 जुलाई को जोशीमठ, 18 जुलाई को देवाल, 19 जुलाई को पोखरी, 20 जुलाई को कर्णप्रयाग, 22 जुलाई को नारायणबगड़, 23 जुलाई को घाट और 24 जुलाई को जिला चिकित्सालय में नसबंदी शिविर लगाए जाएंगे।
15वें वित्त आयोग की संस्तुति के क्रम में जनपद के चार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और 30 स्वास्थ्य उपकेंद्रों का निर्धारित मानक के आधार पर समिति के माध्यम से चयन किया जाना है। इन स्वास्थ्य केंद्रों को लैब संबधी उपकरण वितरण किए जाएंगे। बैठक में अपर जिलाधिकारी विवेक प्रकाश, मुख्य कोषाधिकारी मामूर जहॉ, मुख्य शिक्षा अधिकारी कुलदीप गैरोला, ईओ नगर पालिका पीएस नेगी, स्वास्थ्य विभाग से डीपीएम नरेन्द्र सिंह, सीपीएचसी समन्वयक शिवम जोशी, गुणवत्ता सलाहकार खीम सिंह, वित्तीय प्रबंधक हीरा सिंह, पीसीपीएनडीटी समन्वयक संदीप कंडारी आदि उपस्थित थे।