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उत्तरकाशी : जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट की अध्यक्षता में संपन्न जिला खनिज फाउंडेशन न्यास की बैठक में जिले में शिक्षा व्यवस्था एवं स्वास्थ्य सुविधाओं को सुदृढ करने के लिए आज फिर से महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं। जिले में प्राथमिक विद्यालयों के 12 कलस्टरों का प्रथम चरण हेतु चिन्हीकरण करते हुए खनिज न्यास की मद से इन विद्यालयों हेतु बसों की व्यवस्था के लिए कुल रू. दो करोड़ चालीस लाख की धनराशि स्वीकृत किए जाने का निश्चय किया गया है। इसके साथ ही न्यास से उप जिला चिकित्सालय पुरोला में आईसीयू हेतु आवश्यक उपकरणों की व्यवस्था के लिए भी रू. चालीस लाख की धनराशि उपलब्ध कराने का निर्णय लिया गया है।
जिला मुख्यालय पर आज संपन्न जिला खनिज फाउंडेशन न्यास की बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने कहा कि जिले में शिक्षा व्यवस्था एवं स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर करना प्रशासन की प्राथमिकता और प्रतिबद्धता है। इसके लिए खनिज न्यास की मद से हर संभव सहयोग दिए जाने का निश्चय किया गया है। उन्होंने कहा कि कलस्टर स्तर पर उपयुक्त स्थानों पर उत्कृष्ट प्राथमिक विद्यालयों की स्थापना कर इन विद्यालयों को पर्याप्त व स्तरीय संसाधनों से लैस किया जाना नितांत जरूरी है। इन विद्यालयों में पर्याप्त संख्या में स्टाफ के तैनाती करने के साथ ही सभी आवश्यक सुविधाओं की व्यवस्था की जाएगी। इन विद्यालयों में छात्रों के आवागमन की सुविधा के लिए बस की व्यवस्था भी की जाएगी। यह वाहन खेलकूद गतिविधियों एवं विभिन्न प्रतियोगिताओं में छात्रों के परिवहन की व्यवस्था के लिए भी उपयोग किए जा सकेंगे। इन व्यवस्थाओं से आर्थिक रूप से कमजोर व आम लोगों के बच्चों के लिए भी अधिक गुणवत्तायुक्त व स्तरीय शिक्षा का प्रबंध करने का महत्वपूर्ण काम किया जा सकेगा।
बैठक में कलस्टर विद्यालयों के चिन्हीकरण के प्रस्तावों पर विचार-विमर्श कर प्रथम चरण में उत्तरकाशी नगर क्षेत्र में दो कलस्टर विद्यालयों के साथ ही भटवाड़ी, डुंडा, चिन्यालीसौड़, ब्रह्मखाल-कल्याणी, बड़कोट, गंगनाणी-खरादी, नौगांव, डामटा, पुरोला व मोरी में एक-एक कलस्टर सहित कुल 12 कलस्टरों के प्राथमिक विद्यालयों को उत्कृष्ट शिक्षा के केन्द्र के रूप में विकसित करने के लिए चिन्हित किया गया। इनमें से प्रत्येक कलस्टर विद्यालय में एक बस की व्यवस्था के लिए रू. बीस लाख की धनराशि खनिज न्यास से स्वीकृत किए जाने का बैठक में निर्णय लिया गया। इस प्रकार खनिज न्यास से सभी 12 कलस्टरों में बसों के लिए कुल रू. दो करोड़ चालीस लाख की धनराशि दी जाएगी। जिलाधिकारी ने कहा कि इन बसों के संचालन के लिए जिला योजना की मद से धनराशि दी जाएगी।
बैठक में उप जिला चिकित्सालय पुरोला में 04 बेड के गहन चिकित्सा कक्ष (आईसीयू) की स्थापना हेतु आवश्यक वेंटीलेटर, मॉनीटर सहित अन्य आवश्यक उपकरणों व सामग्री की व्यवस्था के लिए खनिज न्यास की मद से रू. चालीस लाख की धनराशि स्वीकृत करने का निर्णय लिया गया। इस आईसीयू के लिए भवन की व्यवस्था जिला मद से की गई है। बैठक में न्यास की मद से पुरोला डिग्री कॉलेज में गेट एवं मंच के निर्माण की भी सैद्धांतिक स्वीकृति देते हुए इस कार्य हेतु लोक निर्माण विभाग पुरोला से आगणन प्राप्त किए जाने का निश्चय किया गया। जिलाधिकारी ने कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों में बाउंड्रीवाल एवं खेल का मैदान के निर्माण की आवश्यकता एवं औचित्य के संबंध में रिपोर्ट मुख्य शिक्षा अधिकारी को निरीक्षण कर रिपोर्ट देने के निर्देश देते हुए कहा कि इनके से जिन विद्यालयों के स्वयं के परिसर निर्मित हैं उनके लिए न्यास की मद से धनराशि उपलब्ध कराने पर विचार किया जाएगा।
बैठक में उप जिलाधिकारी मुकेश चंद रमोला, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. बीएस रावत, जिला शिक्षा अधिकारी शैलेन्द्र अमोली, अधिशासी अभियंता सिंचाई केएस रावत, अधिशासी अभियंता यूपीसीएल मनोज गुसांई, अधिशासी अभियंता जल निगम मधुकांत कोटियाल, सहायक वन संरक्षक पूनम कैंथोला सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे। जबकि मुख्यालय से बाहर के अधिकारियों एवं सदस्यों ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से इस बैठक में प्रतिभाग किया।
उल्लेखनीय है कि इसे पूर्व खनिज न्यास की मद से जिले के 117 विद्यालयों में फर्नीचर की व्यवस्था एवं राजीव गांधी नवोदय विद्यालय चिन्यालीसौड़ के छात्रावास में बिस्तरों की व्यवस्था के लिए रू. बासठ लाख अड़तीस हजार और जवाहर नवोदय विद्यालय धुनगिरी-पुरोला की सड़कों की मरम्मत के लिए रू. तैंतीस लाख बीस हजार की धनराशि स्वीकृत की गई थी। इसके साथ ही खेल हॉस्टल मनेरा के खिलाड़ियों के लिए मिनी बस की व्यवस्था हेतु रू. बीस लाख दो हजार न्यास से पूर्व में स्वीकृत किए गए हैं। स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ करने के लिए पूर्व में भी खनिज न्यास की मद से एंडवांस लाईफ सपोर्ट सिस्टम वाली दो एंबुलेंस की व्यवस्था के लिए रू. अस्सी लाख तथा दो रेफ्रीजेरेटेड शव वाहनों की व्यवस्था के लिए तीस लाख की धनराशि स्वीकृत की गई थी।