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बागेश्वर : जिला अस्पताल की व्यवस्थाओं को देखने जिलाधिकारी आशीष भटगांई आज सुबह 9 बजे अचानक जिला चिकित्सालय पहुंचे।अस्पताल परिसर में अचानक जिलाधिकारी को देखने पर कार्मिकों में हड़कम्प मच गया। सबसे पहले जिलाधिकारी पर्ची काउंटर पर गए वहां तैनात कर्मचारी से पर्ची शुल्क एवं कितने मरीजों की पर्ची कटी होने की जानकारी ली। तत्समय तक 19 मरीजों ने अपना पर्चा बनावा लिया था। उसके बाद जिलाधिकारी ने नेत्र रोग, दंत चिकित्सा, बाल रोग, स्त्री रोग, अस्थि रोग विशेषज्ञ, फिजिशियन, सर्जन, एक्सरे, अल्ट्रासाउंड, सीटी स्कैन, प्लास्टर आदि कक्षों का निरीक्षण किया। जिसमें अधिकांश डॉक्टर व कर्मचारी समय पर अपने कक्ष में उपस्थित नही मिले। उपस्थित पंजिका देखने पर 14 डॉक्टर समेत 13 नर्सिंग व अन्य स्टॉफ नदारद मिले। जिलाधिकारी ने सभी का स्पष्टीकरण तलब करते हुए कार्मिकों को समय पर ड्यूटी में उपस्थित रहने के कड़े निर्देश दिए।
बुधवार को जिलाधिकारी आशीष भटगांई ने जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। अस्पताल स्टॉफ द्वारा बॉयोमैट्रिक मशीन से उपस्थिति दर्ज न किए जाने पर जिलाधिकारी ने गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए प्रभारी सीएमएस को तत्काल बॉयोमैट्रिक मशीन सुचारू कर सभी कार्मिकों की उपस्थिति दर्ज कराने के सख्त निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने विभिन्न वार्डों में जाकर स्वास्थ सुविधाओं को परखा। जनरल व महिला वार्ड में बैड के ऊपर गंदी चादरें बिछी होने पर जिलाधिकारी ने कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए प्रभारी सीएमएस को कड़ी फटकार लगाते हुए सम्बंधित से चादरों को तत्काल बदलने के निर्देश दिए। कहा कि चादरें के साथ ही कंबलों को नियमित रूप से बदला जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि मरीजों को दी जाने वाली सुविधाओं के किसी प्रकार का समझौता नहीं किया जायेगा। निरीक्षण के दौरान अस्पताल परिसर एवं शौचालयों में साफ सफाई की उचित व्यवस्था देखने को नही मिली। जिस पर जिलाधिकारी ने अस्पताल स्टाफ को कड़ी फटकार लगाते हुए सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने के निर्देश दिए। जगह जगह विद्युत उपकरणों को खुला छोड़ने पर जिलाधिकारी ने सम्बंधित कार्यदायी संस्था को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। जन औषधि केंद्र के निरीक्षण के दौरान मरीजों को मिलने वाली दवाओं की उपलब्धता की जानकारी ली। जिलाधिकारी ने ट्रॉमा सेंटर, ब्लड बैंक, आयुष विंग का भी निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान एसडीएम मोनिका व प्रभारी सीएमएस उपस्थित रहे।