फिलहाल रोकी गई केदारनाथ यात्रा, भूस्खलन से मार्ग बंद, यात्री फंसे

by intelliberindia

रुद्रप्रयाग : उत्तराखंड में मानसून की बारिश के बाद भूस्खलन का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है। केदारनाथ धाम की ओर जाने वाला पैदल यात्रा मार्ग गुरुवार रात गौरीकुंड के समीप छोरी गदेरे में भारी भूस्खलन के चलते बंद हो गया है। मार्ग के दोनों ओर हजारों तीर्थ यात्री फंसे हुए हैं, जिन्हें एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, डीडीआरएफ और स्थानीय पुलिस की टीमों द्वारा सुरक्षित पार कराया जा रहा है।

भारी मलबा और बोल्डर गिरने से मार्ग बाधित

बीती रात हुई मूसलधार बारिश के कारण पहाड़ों से भारी मात्रा में बोल्डर और मलबा नीचे गिरा, जिससे गौरीकुंड से करीब एक किलोमीटर आगे यात्रा मार्ग पूरी तरह बाधित हो गया। प्रभावित स्थान पर तीर्थयात्रियों की आवाजाही पूरी तरह रुकी हुई है और मौसम की मार से हालात लगातार चुनौतीपूर्ण बने हुए हैं।

फिलहाल यात्रा अस्थायी रूप से रोकी गई

प्रशासन ने केदारनाथ यात्रा को अस्थायी रूप से रोका है। सुरक्षा कारणों से नए यात्रियों को आगे नहीं बढ़ने दिया जा रहा है। रुद्रप्रयाग के पुलिस अधीक्षक अक्षय प्रह्लाद कोंडे ने बताया कि प्रभावित स्थान पर पैदल मार्ग को खोलने का कार्य युद्ध स्तर पर जारी है। यात्रियों को दोनों छोरों से सुरक्षा बलों की निगरानी में पार करवाया जा रहा है।

लोक निर्माण विभाग की टीम मार्ग खोलने में जुटी

संबंधित कार्यदायी संस्था लोक निर्माण विभाग की टीम मौके पर मौजूद है और मलबा हटाकर मार्ग को जल्द से जल्द सुचारू करने में लगी है। अधिकारी यात्रियों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रहे हैं।

तीर्थ यात्रियों से सतर्कता बरतने की अपील

प्रशासन ने मानसूनी मौसम को देखते हुए तीर्थ यात्रियों से विशेष सावधानी बरतने की अपील की है। केदारनाथ पैदल मार्ग भूस्खलन की दृष्टि से अत्यंत संवेदनशील हो चुका है और लगातार हो रही बारिश यात्रियों के लिए जोखिम बढ़ा रही है।

बारिश बनी बड़ी चुनौती

केदारनाथ धाम की यात्रा इस वर्ष बार-बार बारिश और भूस्खलन के कारण प्रभावित हो रही है। इससे पहले भी सोनप्रयाग-गौरीकुंड मोटर मार्ग पर कई बार मलबा आने से आवागमन रुका था।

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