नशे में वाहन चलाने वालो पर नकेल कसने के लिए स्थापित होगा कंट्रोल रूम – डीएम डॉ. आशीष चौहान

by intelliberindia
  • सड़क दुर्घनाओं के पैटर्न को समझने के लिए कारगर साबित होगी जीआईएस इकाई

पौड़ी : जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान ने जिला कार्यालय स्थित एनआईसी कक्ष में जिला स्तरीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक ली। दुर्घटना का कारण बनते जा रहे ड्रंक एंड ड्राइव पर प्रभावी कार्यवाही हेतु जिलाधिकारी ने परिवहन विभाग के अधिकारियों को कंट्रोल रूम स्थापित करने के निर्देश दिए। साथ ही, दुर्घटनाओं के विभिन्न कारकों जैसे स्थान, समय व परिस्थितियों के आधार पर जीआईएस मैपिंग कर दुर्घटनाओं के पैटर्न को समझने हेतु एक जीआईएस सेल स्थापित करने के निर्देश भी दिए।

गुरुवार को आयोजित इस बैठक में जिलाधिकारी ने परिवहन विभाग को निर्देशित किया कि ड्रंक एंड ड्राइव की घटनाओं पर अंकुश लगाने हेतु एक कंट्रोल रूम सुनिश्चित किया जाए, जिसमें कोई भी व्यक्ति वाहन चालक की शिकायत दर्ज करा सके। कहा कि शिकायतकर्ता की पहचान पूर्णतः गोपनीय रखी जाएगी।

श्रीनगर, कोटद्वार व ऋषिकेश से अप-डाउन करने वाले अधिकारियों/कर्मचारियों की जल्दबाजी के कारण दुर्घटनाओं की संभावना अधिक रहती है। इस पर ध्यान देते हुए जिलाधिकारी ने इन शहरों से मुख्य कार्यस्थलों की ओर जाने वाले मार्गों पर निगरानी बढ़ाने के निर्देश दिए। चीला बैराज मोटर मार्ग पर ऐसे स्थलों, जहां सैल्फी/फोटो लेते समय आगंतुकों की नहर में गिरकर मृत्यु हुई है, वहाँ मनोवैज्ञानिक प्रभाव डालने वाले साइनबोर्ड प्राथमिकता के आधार पर लगाए जाने के निर्देश भी दिए गए।

जिलाधिकारी ने ऐसे वाहनों की सूची उपलब्ध कराने को कहा है जो स्कूल वाहन के रूप में पंजीकृत नहीं हैं, फिर भी स्कूल के बच्चों को लाने-ले जाने का कार्य कर रहे हैं। इसके लिए जनपद के समस्त केंद्रीय विद्यालयों को पत्र भेजा जाएगा, ताकि उनकी मैनेजमेंट अथॉरिटी ऐसे वाहनों की सूचना परिवहन विभाग को दे सकें। अधिकारियों ने जानकारी दी कि हाल की प्रवर्तन कार्यवाही में 21 ऐसे वाहन पाए गए जो बिना पंजीकरण स्कूली छात्रों को ला-ले जा रहे थे। इसके अलावा, जिलाधिकारी ने प्रत्येक हॉटमिक्स प्लांट संचालक को एक-एक हजार पौधों के रोपण हेतु वन पंचायतों या क्षीण वनों में भूमि चयन करने के निर्देश भी दिए।

धुमाकोट क्षेत्र में आयोजित एक कार्यशाला, जो वाहन चालकों में व्यवहारिक बदलाव लाने के लिए की गयी थी, की उपयोगिता पर रिपोर्ट मांगी गई है, साथ ही क्षेत्र में निरंतर जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए गए हैं। पिछली बैठक में दिए गए निर्देशों का प्रभाव इस बार की प्रवर्तन कार्यवाही में स्पष्ट रूप से देखने को मिला। नशे में वाहन चलाने के 351 चालान और एम.वी. एक्ट उल्लंघन के तहत 6213 अन्य चालान किए गए। ड्रंक एंड ड्राइव पर पुलिस विभाग की उल्लेखनीय कार्यवाही के लिए जिलाधिकारी ने सराहना की।

परिवहन विभाग ने बताया कि जनवरी 2025 से मई 2025 तक जनपद में कुल 26 सड़क दुर्घटनाएं हुईं, जिनमें 18 व्यक्तियों की मृत्यु और 74 यात्री घायल हुए। बैठक में अपर जिलाधिकारी अनिल गर्ब्याल, संयुक्त मजिस्ट्रेट दीपक रामचंद्र सेट, एसीएमओ डॉ. पारुल गोयल, एआरटीओ(ई) मंगल सिंह, लोनिवि के सर्किल अधिकारी अभय थपलियाल सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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