गोपेश्वर (चमोली)। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तत्वावधान में 39वां राष्ट्रीय नेत्रदान पखवाडे के तहत आयोजित नेत्र शिविर में 43 छात्राओं की नेत्र स्क्रीनिंग शिविर का आयोजन राजकीय बालिका इंटर कॉलेज गोपेश्वर में किया गया। विद्यालय में नेत्रदान जागरूकता स्वास्थ्य शिक्षा, संचार क्रियाकलाप के तहत सामाजिक व्यवहार परिवर्तन के महत्वपूर्ण नेत्रदान जागरूकता टिप्स प्रदान किया गया।
ऑप्टोमेट्रिस्ट शिव सिंह राणा ने कहा कि नेत्र का एक हिस्सा कार्निया का प्रत्यारोपण कर नेत्रहीन के जीवन को रोशन किया जा सकता है, लेकिन दुर्भाग्य से कार्निया की भारी कमी है। नेत्रदान नेक कार्य है और इसके माध्यम से ही नेत्रहीनों को दृष्टि का अमूल्य उपहार दिया जा सकता है। जिल्ला आईईसी प्रबंधक उदय सिंह रावत ने बताया कि नेत्रदान के प्रति जनमानस में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से ही राष्ट्रीय नेत्रदान पखवाड़ा आयोजित किया जा रहा है। किसी भी उम्र का कोई भी व्यक्ति मृत्यु से पूर्व स्वंय की मृत्यु होने पर नेत्रदान की प्रतीज्ञा कर सकता है, जरूरी बात यह है कि उसकी आंख की कार्निया साफ और स्वस्थ होनी चाहिए। मधुमेह का रोगी भी नेत्र दान कर सकता है। एक व्यक्ति के नेत्रदान से दो दृष्टिहीन लोग पुनः दुनिया देख सकते हैं।
नेत्रदान के बारे में जागरूक करते हुए बताया कि नेत्रदान से संबंधित जानकारी के लिए राष्ट्रीय हेल्पलाइन नंबर 1800-11-4770 या हेल्थ हेल्पलाइन नंबर 104 पर संपर्क किया जा सकता है। इसके अतिरिक्त उन्होंने नेत्र सुरक्षा के बारे में जानकारी देते हुए वर्ष में एक बार नेत्र विशेषज्ञ से अपने नेत्रों की जांच अवश्य करवाने, बच्चों को नुकीली वस्तुओं के खिलौनो से दूर रखने, आई फ्लू होने पर नेत्र विशेषज्ञों से परामर्श लेने और चिकित्सकीय परामर्श के बगैर कोई दवा न लेने की अपील की गई।