गोपेश्वर(चमोली)। चमोली कस्बे में स्थित नमामि गंगे परियोजना के सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में हुए हादसे के लिए जिम्मेदार लोगों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की ओर से लगातार दबिश दी जा रही है। सोमवार को चमोली पुलिस को एक और कामबायी मिली है। पुलिस के हत्थे लापरवाही बरतने के मामले में प्लांट के परियोजना प्रबंधक की गिरफ्तारी नोएडा से की गई है।
गौरतलब है कि बीते 18 और 19 जुलाई की रात्रि सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (नमामि गंगे) पुराना बाजार चमोली में ड्यूटीरत ऑपरेटर गणेश की 19 जुलाई की प्रातः मृत शरीर पाये जाने की सूचना पर थाना चमोली से चैकी प्रभारी पीपलकोटी उपनिरीक्षक प्रदीप रावत, अपर उपनिरीक्षक रामेश्वर प्रसाद भट्ट, होमगार्ड गोपाल, होमगार्ड मुकुन्दी लाल, पीआरडी रामचन्द्र पंचायतनामे की कार्यवाही के लिए गये। इस दौरान वहां मृतक के परिजनों के साथ ही अन्य लोग भी एकत्र हो गये थे। जैसे ही पुलिस की ओर से पंचनामे की कार्यवाही किये जाने की तैयारी शुरू की जा रही थी कि अचानक वहां करंट फैल गया और 15 लोगों की मौत तथा 11 लोग घायल हो गये थे। जिसके बाद से सीवरेज प्लांट में सुरक्षा को लेकर तमाम सवाल उठने लगे थे। जिलाधिकारी चमोली ने इस मामले में मजिस्ट्रीयल जांच के आदेश दिए थे तो पुलिस भी राजस्व उप निरीक्षक की तहरीर पर जांच कर रही थी। पुलिस की जांच में जो लोग रडार में आये उनमें से तीन लोग पहले गिरफ्तार किये जा चुके है। जबकि अन्य लोगों में से प्लांट के परियोयजना प्रबंधक भास्कर महाजन को नोएडा से गिरफ्तार कर लिया गया है।
वर्चुअल पुलिस थाने से मिली जानकारी के अनुसार प्लांट के परियोजना प्रबंधक भास्कर महाजन की ओर से कम्पनी के निर्देशन में कर्मचारियों सुपरवाईजर पवन चमोला तथा ऑपरेटर मृतक गणेश को प्लांट के संचालन के लिए अप्रशिक्षित लोगों को रखा गया जबकि पूर्व में भी प्लांट से करंट लीक होने से कई लोग घायल हुये हैं जबकि प्लांट संचालन के लिए नियमानुसार अनुभवी एवं प्रशिक्षित लोगों को रखना अनिवार्य है। ज्वाइंट वेंचर कम्पनी के स्वामियों एवं परियोजना प्रबन्धक भास्कर महाजन की ओर से अपने अप्रशिक्षित कर्मचारियों के सहयोग से खतरनाक विद्युत उपकरणों के संचालन में घोर लापरवाही बरती और सुरक्षा मानकों के विपरीत चेंज ओवर को बॉक्स के ऊपर रखा और इस प्रकार पूरे सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट को टीनशेड एवं विद्युत सुचालक लौह धातु से बनी संरचना में अप्रशिक्षित कर्मचारियों की ओर से चलाया जा रहा था जिसके परिणामस्वरूप 19 जुलाई को करंट लीक होने से जघन्य अपराध मानव वध की घटना घटित हुयी। पुलिस की ओर से अन्य आरोपितों की भी खोजबीन की जा रही है।