हरिद्वार : बाल विकास परियोजना अधिकारी (CDPO) सुलेखा सहगल ने आज आईटीसी मिशन सुनहरा द्वारा आयोजित एक महत्वपूर्ण कार्यशाला में भाग लिया, जो मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य और पोषण जैसे विषय पर केंद्रित थी। इस कार्यशाला के उपरांत, उन्होंने आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की एक बैठक ली, जिसमें विभागीय योजनाओं की शत-प्रतिशत प्राप्ति और उनके नियमानुसार क्रियान्वयन को लेकर गहन चर्चा की गई।
आईटीसी मिशन सुनहरा के तत्वावधान में मदर एंड चाइल्ड हेल्थ एंड न्यूट्रिशन विषय पर आयोजित इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य तथा पोषण संबंधी नवीनतम जानकारियों और तकनीकों से अवगत कराना था। कार्यशाला के दौरान विशेषज्ञों ने बच्चों और गर्भवती महिलाओं के लिए सही पोषण, टीकाकरण के महत्व, स्वच्छता और अन्य आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं पर विस्तृत जानकारी साझा की।
कार्यशाला के समापन के बाद आयोजित बैठक में बाल विकास परियोजना अधिकारी सुलेखा सहगल ने सभी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार की विभिन्न योजनाएं जैसे पोषण अभियान और गर्भवती महिलाओं व बच्चों के लिए चलाई जा रही सेवाएं सीधे तौर पर जनसमुदाय के कल्याण से जुड़ी हैं। उन्होंने सभी कार्यकर्ताओं को इन योजनाओं के आंकड़ों की शत-प्रतिशत प्राप्ति सुनिश्चित करने और उनका क्रियान्वयन पूरी पारदर्शिता और नियमानुसार करने की सख्त हिदायत दी।
CDPO सुलेखा सहगल ने जोर दिया कि जमीनी स्तर पर इन योजनाओं का सफल क्रियान्वयन ही हमारे समाज में स्वास्थ्य और पोषण के स्तर को सुधार सकता है। उन्होंने कहा, “यह सुनिश्चित करना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है कि कोई भी पात्र व्यक्ति सरकारी योजनाओं के लाभ से वंचित न रहे। लक्ष्य प्राप्ति में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और सभी कार्यकर्ताओं को अपने कर्तव्यों का निर्वहन पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ करना होगा।”
इस अवसर पर सेक्टर सुपरवाईजर गौरी कौशिक भी उपस्थित रहीं, जिन्होंने आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को समयबद्ध तरीके से लक्ष्य पूरा करने के लिए प्रेरित किया। सलेमपुर और बोंगला क्षेत्र की सभी आंगनवाड़ी कार्यकत्री भी इस कार्यशाला और बैठक में सक्रिय रूप से शामिल हुईं और उन्होंने अपने क्षेत्र में योजनाओं के क्रियान्वयन में आने वाली चुनौतियों पर भी चर्चा की।