देहरादून: जैविक उत्पाद मतलब शुद्धता की गारंटी। यह जैविक उत्पाद जहां, हमारे शरीर में मौजूद कई बीमारियों को दूर भगाने का काम करती हैं। वहीं, बीमारियों को शरीर के आसपास भी नहीं फटकने देते हैं। जैविक उत्पादों की मांग रोजाना बढ़ती जा रही है। ऐसे में जैविक उत्पादों की शुद्धता पर भी मिलावटखोरी का खतरा मंडरा रहा है।
अगर आप भी जैविक उत्पाद खरीदना चाहते हैं और मिलावटखोरी की खतरे से बचना चाहते हैं, तो “दिशा धियाणी” आपके लिए पूरी गारंटी के साथ जैविक उत्पाद उपलब्ध करता है। दिशा धियाणी में आपको यमुना घाटी के पुरोला के लाल चावल से लेकर सांकरी, हर्षिल और पिथौरागढ़ की राजमा भी उपलब्ध कराता है।
गहत, काली दाल, रंयास, मंडुआ, झंगोरा, पहाड़ी पीसा हुआ नमक, मंसूर की समेत शहद, पहाड़ी मसाले समेत पहाड़ के किसानों के खेतों में जैविक ढंग से उगने वाला हर उत्पाद आपको दिशा धियाणी स्टोर में मिल जाएगा। अगर आप भी जैविक उत्पाद खरीद कर अपने स्वास्थ्य को ठीक रखना चाहते हैं, तो देहरादून के बालावाला में दिशा धियाणी का आउटलेट है, जहां से आप पहाड़ी उत्पाद खरीद सकते हैं।
दिशा धियाणी केवल एक व्यावसायिक स्टोर नहीं है, बल्कि पहाड़ी महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का एक अभियान भी है। दिशा धियाणी स्टोर में आपको जो भी उत्पाद मिलेंगे वह सीधे गांव धियाणियों से खरीदा जाता है। इससे जो भी कमाई होती है, उससे सीधा लाभ पहाड़ की उन महिलाओं और महिला समूहों को मिलता है, जिनके जैविक उत्पादों को दिशा धियाणी के जरिए बाजार मिल रहा है।
दिशा धियाणी के संस्थापक समाज सेवी कवींद्र इष्टवाल का कहना है कि उनकी सोच इसको शुरू करने के पीछे यह थी कि पहाड़ की उन महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाया जाए, जो दिन-रात कड़ी मेहनत कर इन जैविक उत्पादन को उगाती हैं। लेकिन, उनको बाजार नहीं मिल पाता है। बाजार नहीं मिल पाने के कारण उनके उत्पाद या तो गांव में ही रह जाते हैं या फिर वह सस्ते दामों में लोगों को बेच देते हैं। दिशा धियाणी के जरिए ऐसी महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का एक अभियान शुरू किया गया है, जिसे भविष्य में और विस्तार दिया जाएगा।