चमोली : सड़क का पानी आने से बार-बार क्षतिग्रस्त हो रहा ऐराठा पैदल रास्ता, ग्रामीण परेशान

by intelliberindia

देवाल (चमोली)। चमोली जिले के देवाल विकास खंड का ऐराठ गांव अनुसूचित जाति बाहुल्य गांव है। गांव के लिए वन विभाग की ओर से बना पैदल रास्ता गांव के उपर से बनी सड़क पर बरसाती पानी की निकासी सही न होने के कारण पैदल मार्ग को क्षतिग्रस्त कर रही है। जिससे ग्रामीणों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

ऐराठा के ग्रामीणों को पैदल रास्ता भी नसीब नहीं है। ग्रामीण जान हथेली पर रख कर चट्टानों को पकड़ कर किसी तरह देवाल बाजार पहुंच रहे हैं। ऊपर से भुस्खलन नीचे पिंडर नदी बह रही है। हर वक्त ग्रामीणों के सर पर खतरा मंडरा रहा है। वन विभाग पैदल सड़क का सुधारिकरण तो कर रहा है, लेकिन ऊपर से देवसारी मोटर सड़क का सारा पानी नीचे  ऐराठा पैदल मार्ग पर आने से बार-बार क्षतिग्रस्त हो रहा है। ग्रामीणों के सामने आवाजाही की समस्या बनी है। हालांकि वन विभाग ने वैकल्पिक रास्ता तो बनाया है। लेकिन वैकल्पिक रास्ते से दो किलोमीटर अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ रही है। गांव के पूर्व प्रधान मदन राम और राजेंद्र कुमार का कहना है कि वन विभाग का पैदल रास्ता मोड़ा, कंनमुनियां, जोगो गदेरे में  ओडर गांव तक रास्ता क्षतिग्रस्त हो रखा है। वन विभाग इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है। क्षतिग्रस्त रास्ते को ठीक करने की मांग कर रहे हैं। ग्राम प्रधान खीम राम ने कहा कि हर बरसात में पैदल रास्ता क्षतिग्रस्त हो जाता है। वन विभाग ने अगस्त माह में वैकल्पिक रास्ता बनाया था तथा मार्ग का सुधारीकरण भी किया लेकिन बरसात में मार्ग फिर से क्षतिग्रस्त हो गया है।

ऐराठा के ग्रामीणो कि शिकायत पर पूर्वी पिंडर रेंज देवाल ने मोड़ा नामक स्थान पर अगस्त माह में 50 मीटर पैदल रास्ता ठीक किया गया। ग्रेड वायर लगाए जो पिंडर नदी के कटाव और देवसारी सड़क का पानी आने से मार्ग बार बार क्षतिग्रस्त हो रहा है। वन विभाग की ओर से रास्तों को ठीक किया जाएगा।

हरीश थपलियाल, वन क्षेत्राधिकारी, पूर्वी पिंडर रेंज देवाल।

ऐराठा गांव के लिए आठ किलोमीटर सड़क पदमला-कजेरू के लिए प्रथम फेस राज्य योजना से स्वीकृति मिली है। इसमें पिंडर नदी पर 65 मीटर सेतु भी है। सड़क की फाइल वन विभाग देहरादून को भेजी गई है। स्वीकृति के बाद कार्य आरंभ किया जाएगा।

जगदीश टम्टा, सहायक अभियंता, लोनिवि थराली।

 

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