राष्ट्रीय दृष्टि दिव्यांगजन सशक्तिकरण संस्थान में “संविधान का महत्व और समावेशी समाज की कल्पना” विषय पर हुआ कार्यक्रम आयोजित

by intelliberindia

देहरादून : राष्ट्रीय दृष्टि दिव्यांगजन सशक्तिकरण संस्थान देहरादून  के अष्टावक्र सभागार में 6 दिसंबर को बहुत ही विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसका विषय था “संविधान का महत्व और समावेशी समाज की कल्पना।” इस कार्यक्रम को 91.2 एनआईवीएच हैलो दून के  सामुदायिक रेडियो स्टेशन की टीम द्वारा आयोजित किया गया था।

इस कार्यक्रम में देहरादून के 11 स्कूलों के बच्चों ने भाग लिया जैसे मॉडल स्कूल, माउंट फोर्ट, लर्निंग ट्री, ग्रीन फील्ड, बजाज इंस्टीट्यूट, शहंशाही इंटर कॉलेज, स्कॉलर्स होम राजपुर रोड देहरादून, जीआईसी गवर्नमेंट इंटर कॉलेज किशनपुर देहरादून, राजकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय जाखन एवं काट बंगला, रामतीर्थ जूनियर हाई स्कूल, उड़ान, नन्ही दुनिया बधिर विद्यालय। इन्होंने पेंटिंग, वाद-विवाद और कविता जैसी विभिन्न प्रतियोगिताओं में पूरे उत्साह के साथ हिस्सा लिया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य संविधान का महत्व और  समावेशिता पर केंद्रित था। वाद-विवाद प्रतियोगिता का विषय था, “संविधान दिव्यांगजनों को बराबरी का अधिकार देता है, क्या समाज साथ देता है?” इस विषय पर प्रतिभागियों ने अपने विचार खुलकर व्यक्त किए।

संस्थान के कार्यकारी निदेशक मनीष वर्मा  ने इस अवसर पर संदेश देते हुए समावेशिता और समानता की दिशा में संविधान के महत्व पर प्रकाश डाला। इस कार्यक्रम में सेवानिवृत्त सहायक प्रोफेसर राजपाल सिंह, लेखिका एवं कवयित्री प्रतिभा कटियार और ज्योति स्पेशल स्कूल ऋषिकेश प्रधानाचार्या अंबिका धस्माना मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। पूरे कार्यक्रम का मंच संचालन और रिपोर्टिंग 91.2 एनआईवीएच हैलो दून के दृष्टिदिव्यांग रेडियो जॉकीज द्वारा की गई। कार्यक्रम के अंत में विजेताओं को पुरस्कार और सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया गया। इस आयोजन ने न केवल बच्चों के बीच संविधान और समावेशिता की समझ को बढ़ाया, बल्कि उनमें आत्मविश्वास और प्रेरणा भी जगाई।

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