आ गई जनगणना की डेट, दो चरणों में पूरी होगी प्रक्रिया, उत्तराखंड में इस दिन से होगी शुरू

by intelliberindia

नई दिल्ली :  केंद्रीय गृह मंत्रालय ने घोषणा की है कि जनगणना 2027 को दो चरणों में आयोजित किया जाएगा, जिसमें जातियों की गणना भी की जाएगी। यह जनगणना जनसंख्या गणना अधिनियम, 1948 और जनगणना नियम, 1990 के तहत की जाएगी।

जनगणना 2027 की मुख्य तिथियाँ:

मुख्य जनगणना की संदर्भ तिथि:

1 मार्च 2027 की मध्यरात्रि (00:00 बजे)

हिमालयी व बर्फबारी से प्रभावित क्षेत्रों के लिए विशेष तिथि:

1 अक्टूबर 2026 की मध्यरात्रि

यह तिथि लद्दाख, जम्मू-कश्मीर, और हिमाचल प्रदेश तथा उत्तराखंड के गैर-समानांतर हिम-पहाड़ी क्षेत्रों के लिए लागू होगी।

जनगणना 2027 के लिए अधिसूचना 16 मई 2025 को भारत सरकार की आधिकारिक गजट में प्रकाशित की गई है।

जनगणना का ढांचा

जनगणना भारत में दो चरणों में संपन्न होती है:

प्रथम चरण – गृह सूचीकरण (House Listing)

इससे संबंधित कार्य 1 अप्रैल से 30 सितंबर 2026 के बीच किया जाएगा।

द्वितीय चरण – जनसंख्या गणना (Population Enumeration)

यह चरण 9 फरवरी से 28 फरवरी 2027 तक चलेगा।

पिछली जनगणना 2011 में भी इसी प्रक्रिया का पालन किया गया था, जिसमें मुख्य संदर्भ तिथि 1 मार्च 2011 रखी गई थी।

कोविड के कारण 2021 की जनगणना रही स्थगित

गौरतलब है कि जनगणना 2021, जो अप्रैल-सितंबर 2020 और फरवरी 2021 में होनी थी, कोविड-19 महामारी के कारण स्थगित कर दी गई थी। हालांकि, पहले चरण की तैयारियाँ पूरी हो चुकी थीं।

वैज्ञानिक और सामाजिक महत्व

जनगणना केवल जनसंख्या आंकड़ों तक सीमित नहीं रहती, बल्कि इसके माध्यम से सामाजिक, आर्थिक और जातिगत विविधताओं की भी व्यापक जानकारी मिलती है। इस बार जाति गणना को भी शामिल करने का निर्णय लिया गया है, जिससे नीतियों और योजनाओं की दिशा तय करने में मदद मिलेगी।

 

Related Posts