पाकिस्तान ने LoC और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर रातभर की भारी गोलीबारी, 10 निर्दोष नागरिकों की मौत

by intelliberindia

जम्मू-कश्मीर : पहलगाम आतंकी हमले के ठीक 15 दिन बाद, मंगलवार देर रात 1:44 बजे भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में नौ आतंकी ठिकानों पर मिसाइल हमले किए, जिसे ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम दिया गया। इस कार्रवाई से बौखलाए पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा (LoC) और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर रातभर भारी गोलीबारी की, जिसमें 10 निर्दोष नागरिकों की जान चली गई और 48 अन्य घायल हो गए।

ऑपरेशन सिंदूर: आतंकी ठिकानों पर हमला

रक्षा मंत्रालय के अनुसार, भारतीय सशस्त्र बलों ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में बहावलपुर और मुरिदके, साथ ही PoK के मुजफ्फराबाद और कोटली जैसे स्थानों पर जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। मंत्रालय ने बयान में कहा, “ये हमले केंद्रित, संयमित और गैर-उत्तेजक थे, जिनमें किसी भी पाकिस्तानी सैन्य सुविधा को निशाना नहीं बनाया गया।” भारतीय सेना ने एक्स पर लिखा, “न्याय हुआ। #PahalgamTerrorAttack”।

पाकिस्तान की जवाबी गोलीबारी

पाकिस्तान ने भारत के हमलों के जवाब में 6-7 मई की रात नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर अंधाधुंध गोलीबारी और तोपखाने से हमले किए। रक्षा सूत्रों के अनुसार, इस गोलीबारी में पुंछ, राजौरी, कुपवाड़ा, बारामुल्ला और जम्मू के विभिन्न सेक्टरों में 10 नागरिकों की मौत हुई। मृतकों में एक महिला, रूबी कौर, भी शामिल हैं, जिनका घर पुंछ के मनकोट में मोर्टार शेल की चपेट में आ गया। उनकी 13 वर्षीय बेटी घायल हो गई। घायलों की संख्या 48 बताई जा रही है।

मृतकों की सूची (पुंछ जिला)

  1. मोहम्मद आदिल, पुत्र शाईन नूर, सगरा, थाना मेंढर

  2. सलीम हुसैन, पुत्र अल्ताफ हुसैन, बालाकोट, थाना मेंढर

  3. रूबी कौर, पत्नी शल्लू सिंह, मोहल्ला सरदारन, मनकोटे, थाना मेंढर

  4. मोहम्मद ज़ैन (10 वर्ष), पुत्र रमीज खान, कलानी, थाना मंडी

  5. मोहम्मद अकरम (55 वर्ष), पुत्र अब्दुल सुभान, सुक्का कथा, थाना पुंछ

  6. अमरीक सिंह, पुत्र अवतार सिंह, सैंडीगेट, थाना पुंछ

  7. रणजीत सिंह, पुत्र जोगा सिंह, सैंडीगेट

  8. जोया खान (12 वर्ष), पुत्री रमीज खान, कलानी, थाना मंडी

  9. मोहम्मद रफी (36), पुत्र मोहम्मद दीन, कोजरा, बांदीचेचियां, थाना पुंछ

  10. मोहम्मद इकबाल (45), पुत्र पीर बख्श, बैला, थाना पुंछ

गोलीबारी का दायरा

पाकिस्तानी सेना ने पुंछ के कृष्णा घाटी, शाहपुर और मनकोट सेक्टरों, राजौरी के लाम, मंजाकोट और गंभीर ब्राह्मणा, कुपवाड़ा के करनाह, बारामुल्ला के उरी और जम्मू के अखनूर सेक्टर में गोलीबारी की। भारतीय सेना ने भी इसका मुंहतोड़ जवाब दिया। रामबन जिले के पंथियाल में एक शक्तिशाली विस्फोट की आवाज भी सुनाई दी, जिसका कारण अभी स्पष्ट नहीं है।

नागरिकों पर प्रभाव

गोलीबारी के कारण सीमावर्ती इलाकों में रहने वाले लोगों को भूमिगत बंकरों में शरण लेनी पड़ी। संभागीय आयुक्त रमेश कुमार ने एक्स पर घोषणा की कि जम्मू, सांबा, कठुआ, राजौरी और पुंछ जिलों में सभी स्कूल, कॉलेज और शैक्षणिक संस्थान बुधवार को बंद रहेंगे।

पहलगाम हमले का संदर्भ

22 अप्रैल 2025 को पहलगाम के बैसारन घाटी में हुए आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए थे, जिनमें ज्यादातर हिंदू पर्यटक थे। इस हमले की जिम्मेदारी द रेसिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने ली थी, जिसे लश्कर-ए-तैयबा का सहयोगी माना जाता है। भारत ने इस हमले के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया और जवाबी कार्रवाई के तहत सिंधु जल संधि निलंबित की, अटारी-वाघा सीमा बंद की और पाकिस्तानी राजनयिकों को निष्कासित किया।

लगातार संघर्ष विराम उल्लंघन

25 फरवरी 2021 को भारत-पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम समझौते के बाद गोलीबारी की घटनाएं कम हो गई थीं। हालांकि, पहलगाम हमले के बाद से पाकिस्तान ने 24 अप्रैल से लगातार 13 रातों तक नियंत्रण रेखा पर बिना उकसावे के गोलीबारी की है। यह गोलीबारी कुपवाड़ा और बारामुल्ला से शुरू होकर पुंछ, राजौरी, जम्मू और अखनूर तक फैल गई।

अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने दोनों देशों से सैन्य संयम बरतने की अपील की और कहा, “विश्व भारत-पाकिस्तान के बीच सैन्य टकराव बर्दाश्त नहीं कर सकता।” संयुक्त अरब अमीरात के विदेश मंत्री अब्दुल्ला बिन जायद अल नहयान ने भी दोनों पक्षों से संयम बरतने का आग्रह किया।

पाकिस्तान का दावा

पाकिस्तानी अधिकारियों ने दावा किया कि भारतीय हमलों में नौ नागरिक मारे गए, जिनमें एक बच्चा शामिल है, और 38 अन्य घायल हुए। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इसे “युद्ध की कार्रवाई” करार दिया और जवाबी कार्रवाई की धमकी दी।

भारत ने स्पष्ट किया कि उसकी कार्रवाई आतंकवाद के खिलाफ है और वह पहलगाम हमले के दोषियों को जवाबदेह ठहराने के लिए प्रतिबद्ध है। रक्षा मंत्रालय ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के बारे में विस्तृत जानकारी बाद में साझा की जाएगी।

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