भोपाल/नई दिल्ली : अपने गृह क्षेत्र बुधनी में मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने अबकी मुख्यमंत्री न बन पाने को लेकर कहा कि इसके पीछे कोई बड़ा उद्देश्य होगा। कई बार राजतिलक होते होते वनवास भी हो जाता है। ऐसा किसी न किसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए ही होता है, लेकिन चिंता मत करना। मेरी जिंदगी बहनों, बेटियों और जनता जनार्दन के लिए है। इस धरती पर तुम्हारी जिंदगी से दुख दर्द बांटने आया हूं। आपकी आंखों में आंसू नहीं रहने दूंगा। दिन और रात काम करूंगा और अब अपना पता है B-8, 74 बंगला। उसका नाम मैंने रख दिया है- ‘मामा का घर। यह नया घर जनता के लिए हर वक्त खुला है, निसंकोच मामा के घर आइए।
पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने अपने एक्स हैंडल पर लिखा-मेरे प्यारे बहनों-भाइयों और भांजे-भांजियों, आप सबसे मेरा रिश्ता प्रेम, विश्वास और अपनत्व का है। पता बदल गया है, लेकिन ‘मामा का घर’ तो मामा का घर है। आपसे भैया और मामा की तरह ही जुड़ा रहूंगा। मेरे घर के दरवाजे सदैव आपके लिए खुले रहेंगे। शिवराज सिंह चौहान ने जनता के लिए कहा कि आपको जब भी मेरी याद आये या मेरी जरूरत हो, नि:संकोच घर पधारिये आखिर यह आपके मामा और भैया का घर जो है।