देहरादून : ITBP राशन घोटाले में CBI ने एक्शन शुरू कर दिया है। CBI ने कमांडेंट समेत 6 के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया है। सभी पर वित्तीय अनियमिततता, भ्रष्टाचार और धोखाधड़ी के गंभीर आरोप हैं। इनमें तत्कालीन कमांडेंट, उपनिरीक्षक, सहायक उपनिरीक्षक और तीन खाद्यान्न सप्लायर को नामजद किया है। यह घोटाला 70 लाख से अधिक का बताया जा रहा है। माना जा रहा है कि जैसे-जैसे सीबीआई की जांच आगे बढ़ेगी। इसमें शामिल कुछ अन्य अफसरों, जवानों और सप्लायर के नाम भी सामने आ सकते हैं।
इनके खिलाफ नामजद मुकदमा
ITBP के उत्तरी फ्रंटियर के IG के आदेश पर सीमाद्वार स्थित 23वीं बटालियन के कमांडेंट पीयूष पुष्कर ने 23 जनवरी को भ्रष्टाचार और वित्तीय अनियमितता की शिकायत SP CBI से की थी। CBI ने प्राथमिक जांच के बाद 2017 से 2019 के बीच बटालियन में खाद्यान्न आपूर्ति में हुई गड़बड़ी के मामले में तत्कालीन कमाडेंट अशोक कुमार गुप्ता, उप निरीक्षक सुधीर कुमार, सहायक उपनिरीक्षक अनसूया प्रसाद समेत देहरादून के तीन खाद्यान्न सप्लायर को नामजद किया है।
खिलाई सब्जी, बिल लगाया पनीर का
इन पर मटन, चिकन, मछली, पीन, अंडे, दूध, फल समेत अन्य खाद्यान्न आपूर्ति में बड़े पैमाने पर अनियमितता के आरोप हैं। CBI की भ्रष्टाचार निरोधक इकाई के SP सतीश कुमार राठी के मुताबिक सप्लायर ने खाद्यान्न सामग्री के बढ़े हुए बिल पेश किए। जिनका भुगतान अफसरों की मिलीभगत से किया गया। सरकारी रिकॉर्ड में बड़े पैमाने पर हेराफेरी कर 70,56,787 रुपये की गड़बड़ी कर सप्लायर को लाभ पहुंचाने का काम आईटीबीपी अफसरों ने किया। मामले की जांच की जा रही है। जल्द ही आरोपितों से पूछताछ संभव है।
70 लाख से ज्यादा का घोटाला
आरोप है कि मटन के बिल बनाकर चिकन खिलाया गया। जबकि पनीर के बिल बनाकर सामान्य सब्जी जवानों को परोसी गई। CBI की भ्रष्टाचार निरोधक इकाई के SP सतीश कुमार राठी के मुताबिक सप्लायर ने खाद्यान्न सामग्री के बढ़े हुए बिल पेश किए, जिनका भुगतान अफसरों की मिलीभगत से किया गया।सरकारी रिकॉर्ड में बड़े पैमाने पर हेराफेरी कर 70,56,787 रुपये की गड़बड़ी कर सप्लायर को लाभ पहुंचाने का काम आईटीबीपी के अफसरों ने किया। मामले की जांच की जा रही है। जल्द ही आरोपितों से पूछताछ संभव है।